कॉफी विद एसडीएम में आज दिव्यांगजन
दिवंगत आशुतोष रंजन
आकाश लोहार
गढ़वा
अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत अपने साप्ताहिक कार्यक्रम “कॉफी विद एसडीएम” में गढ़वा अनुमंडल अंतर्गत विभिन्न प्रखंडों के दिव्यांगजनों को आज अपने यहां कॉफी पर आमंत्रित किया। उनके इस आमंत्रण पर गढ़वा अनुमंडल क्षेत्र के अलावा कई आसपास के क्षेत्रों के तमाम दिव्यांग भाई-बहन शामिल हुए। कार्यक्रम में प्रमुख आमंत्रित अतिथि के रूप में अन्य संबंधित विभागों के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। अधिकारियों ने आमंत्रित सदस्यों ने संवाद कर उनसे जुड़ी कल्याणकारी योजनाओं संबंधी विस्तृत जानकारी दी।
एसडीओ श्री कुमार ने आमंत्रित सदस्यों की पारिवारिक पृष्ठभूमि के अलावा रोजमर्रा की जरूरतों और समस्याओं के बारे में भी पूछा, साथ ही उनसे पूछा गया कि वे दिव्यांग कल्याण की दिशा में प्रशासन से क्या अपेक्षाएं रखते हैं। बहुत ही मैत्रीपूर्ण माहौल में सभी की समस्यायें एक-एक कर सुनने के उपरांत एसडीएम ने उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
आमंत्रित सदस्यों की कई निजी समस्याओं को गंभीरता से सुनते हुए एसडीएम श्री कुमार ने जिले और प्रखंड के संबंधित पदाधिकारियों से बात कर कुछ समस्यायों का मौके पर ही निदान कराया, जबकि शेष समस्याओं को अपने यहां दर्ज करते हुए दिव्यांग सदस्यों को आश्वस्त किया कि वे स्वयं पहल करते हुए उनकी समस्याओं के यथाशीघ्र निस्तारण का प्रयास करेंगे। इस दौरान दिव्यांग जनों ने कई रचनात्मक सुझाव भी दिये।
कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य विभाग से डॉक्टर संतोष मिश्रा व दिनेश उरांव मौजूद थे जिन्होंने दिव्यांगों के लिए रेलवे में रियायती टिकट, दिव्यांगता प्रमाणन बोर्ड, सर्टिफिकेट प्रक्रिया, आई कार्ड आदि को लेकर विस्तार से बताया तथा मौजूद सदस्यों की शंकाओं का समाधान किया। समाज कल्याण विभाग के प्रतिनिधि के रूप में प्रतिमा कुमारी मौजूद रहीं जिन्होंने दिव्यांगजनों को मिलने वाले विशेष सहायता यंत्रों जैसे व्हीलचेयर, हियरिंग एड आदि के बारे में जानकारी दी। सामाजिक सुरक्षा कार्यालय के शुग लाल ने पेंशन संबंधी प्रश्नों का उत्तर दिया।
आमंत्रित सदस्यों ने बारी बारी से एसडीएम के समक्ष अपनी समस्याओं को रखा। सभी की समस्याएं अलग-अलग थी, किंतु इनमें ट्राई साइकिल, स्वरोजगार सहायता, आवास तथा राशन कार्ड से संबंधित ज्यादा मामले आए। जन्मजात मूक वधिर चंदन ठाकुर ने सांकेतिक भाषा में बताया कि उन्हें आवास की सख्त जरूरत है, नवाडीह के सत्येंद्र नाम ने कहा कि राशन कार्ड बनवाने में बड़ी दिक्कत आ रही है, सुनीता कुमारी व कैलाश कुमार ने बताया कि उन्हें पेंशन तो मिलती है किंतु उन्हें ट्राई साइकिल की जरूरत है, श्री देवेंद्र कुमार मेहता ने बताया कि वे बचपन से पोलियो ग्रस्त है लेकिन उनका प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहा है, ऐसे ही एक-एक कर सब की समस्याओं को सुनने के बाद एसडीएम संजय कुमार ने कहा कि सभी की शिकायतों को लिख लिया गया है, संबंधित अधिकारियों को निर्देश देकर और खुद की देखरेख में सब की समस्याओं को हल करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने सभी को अपना मोबाइल नंबर भी लिखाया और कहा कि यदि उनकी समस्याएं हल ना हो तो वे फोन पर सूचित करेंगे।

बैठक के दौरान आमंत्रित सदस्यों ने अपने-अपने सुझाव दिए। सोनपुरवा के देवेंद्र कुमार पांडे ने सुझाव दिया कि यदि जिला प्रशासन चाहे तो स्थानीय व्यापारियों एवं संवेदकों से अपील कर सकता है कि वे अपने यहां कुछ दिव्यांगों को भी सामर्थ्य और योग्यता अनुसार नौकरी देने में प्राथमिकता दें। नगर उंटारी के कमलेश बिहारी व दृष्टिबाधित मंसूर अंसारी ने सुझाव दिया कि अभी सरकारी संस्थानों में दिव्यांगों के लिए विशेष शौचालय होते हैं किंतु यदि संभव हो तो दिव्यांग सदस्य वाले परिवारों के निजी घरों में भी सरकारी सहायता से दिव्यांग अनुकूल शौचालय बनवाए जा सकते हैं। ऐसे ही तमाम अन्य सुझाव भी बैठक में प्राप्त हुए।
एसडीओ ने बैठक में पहुंचे सभी दिव्यांग भाई-बहनों को सम्मान स्वरूप अंग वस्त्र भेंट किया। उन्होंने कहा कि दिव्यांगता को अपनी कमजोरी न बनने दें, कहा कि जीवन में यदि कुछ शारीरिक कमी रह भी गयी हैं तो प्रकृति उसकी भरपाई कुछ अतिरिक्त गुण देकर करती है, प्रकृति द्वारा दिए गए अतिरिक्त गुणों और क्षमताओं को पहचानें तथा संरचनात्मक कार्यों में अपनी सामर्थ्य अनुसार सर्वश्रेष्ठ प्रयास करते रहें।
आमंत्रित दिव्यांग जनों ने कहा कि वे आज के कॉफी आमंत्रण उनके लिए यादगार है।कुछ दिव्यांगों ने कहा कि उनके अपने लोग भी उन्हें बोझ के रूप में देखते हैं और उन्हें वह प्यार नहीं देते हैं जिसके वे हकदार हैं, किंतु कॉफी विद एसडीएम में उन्हें न केवल पूरा सम्मान और प्यार मिला बल्कि उनकी समस्याओं को एक अभिभावक की तरह सुना गया। वे इस बैठक को जीवन में नहीं भूल सकेंगे।
कार्यक्रम के अंत में एसडीएम संजय कुमार ने दिव्यांग जनों के लिए कार्यरत राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 14456 के बारे में बताया तथा कहा कि जब भी उन्हें कोई दिक्कत हो वे इस नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
आज के इस कार्यक्रम में लोकोमोटिव, दृष्टि बाधित, मूक-बधिर, न्यूरो, पिजन चेस्ट जैसी दिव्यांगता से प्रभावित 71 महिला-पुरुषों ने भाग लिया।