खुलासे के बाद शुरू हुई मामले की जांच
दिवंगत आशुतोष रंजन
प्रियरंजन सिन्हा
मंईयां सम्मान योजना का लाभ एक बाबू उठा रहा था। मामला प्रकाश में आने के बाद जांच शुरू हो गई है। पलामू के विश्रामपुर प्रखंड के सिगसिगी क्षेत्र में मंईयां सम्मान योजना में फर्जीवाड़ा पकड़ा गया है। महिलाओं की जगह पुरुष सम्मान योजना का लाभ उठा रहे थे। पूरे मामले में सामाजिक सुरक्षा विभाग की ओर से जांच शुरू कर दी गई है। जालसाजों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी भी की जा रही है। इससे पहले फरवरी माह में पलामू में मंईयां सम्मान योजना के भौतिक सत्यापन में बड़े पैमाने पर फर्जी लाभुक पकड़े गए थे। उस दौरान 2711 फर्जी लाभुक और 1400 डुप्लीकेट लाभुक पकड़े गए थे। जिसके बाद सभी को योजना के लाभ से वंचित कर दिया गया था। जांच में कई सरकारी कर्मचारियों के परिजन भी लाभ लेते पकड़े गए।
गौरतलब है कि महिला के नाम पर पुरुष द्वारा लाभ लेने का यह पहला मामला पलामू में पकड़ा गया है। पलामू जिला प्रशासन ने विशेष कैंप लगाकर लाभुकों का सत्यापन भी किया है।
पुरुष के द्वारा लाभ लेने का आया है मामला: “महिला के नाम पर पुरुष द्वारा लाभ लेने का मामला प्रकाश में आया है। पूरे मामले की जांच की जा रही है। मंईयां सम्मान योजना से छूटे 95 हजार लाभुकों के खाते में भी पैसा भेज दिया गया है.” – विक्रम आनंद, सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा विभाग
पलामू में 3.79 लाख महिलाओं को मिला योजना का लाभ: पलामू में मंईयां सम्मान योजना की राशि 3.79 लाख महिलाओं को दे दी गई है। फरवरी में 284006, जबकि मार्च में 95813 महिलाओं के बैंक खाते में 7500-7500 रुपए भेजे गए हैं। कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद शेष महिलाओं के खाते में राशि भेज दी गई है।
जुलाई 2024 में शुरू हुई योजना :- दरअसल, झारखंड सरकार ने जुलाई 2024 में मंईयां सम्मान योजना की घोषणा की थी। उस दौरान 21 से 50 वर्ष की आयु की महिलाओं को इस योजना से जोड़ा गया था। इस योजना के तहत लाभुकों को शुरुआत में एक हजार प्रति माह दिया जा रहा था। बाद में इसकी आयु सीमा बढ़ाकर 18 से 50 वर्ष कर दी गई। जबकि सम्मान योजना की राशि भी बढ़ाकर 2500 कर दी गई।
वेबसाइट खुलने का है इंतजार :- मंईयां सम्मान योजना में नाम जुड़वाने या सुधार के लिए वेबसाइट काम नहीं कर रहा है। पीएमएफएस के माध्यम से लाभुकों को सम्मान योजना की राशि दी जा रही है। बड़ी संख्या में महिलाएं मंईयां सम्मान योजना की वेबसाइट खुलने का इंतजार कर रही हैं। गायत्री कुमारी नामक महिला ने बताया कि उसका नाम नहीं जुड़ पाया है, वेबसाइट काम नहीं कर रहा है।
पूछने पर कार्यालय ने बताया कि शीघ्र ही वेबसाइट काम करना शुरू कर सकता है। पलामू के मोहम्मदगंज निवासी रिंकी देवी ने बताया कि उनका नाम रिजेक्ट लिस्ट में है। उन्हें कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है कि उनका नाम कैसे रिजेक्ट हुआ। वेबसाइट खुलने के बाद वह अपने फॉर्म में सुधार करा सकती हैं।