परित्यक्ता महिला की मौत से बच्चे हुए बेसहारा, अकेले मजदूरी कर पालती थी बच्चों को
रंका के लिदीकंडा की घटना, ठेकेदार से मुआवजा दिलाने का दिया आश्वासन
दिवंगत आशुतोष रंजन
प्रियरंजन सिन्हा
गढ़वा : जिलांतर्गत रंका अनुमंडल के सदर थाना क्षेत्र के रंका – रमकंडा मुख्य पथ के लिदीकंडा रोड में काम कर रहे ग्रेडर की चपेट में आने से एक ग़्रामीण महिला की दर्दनाक मौत हो गई। उसकी पहचान गांव की ही हसबून बीबी के रूप में की गई। इस संबंध में रंका के एसडीपीओ रोहित रंजन सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि 17 अप्रैल के 11: 00 बजे दिन में रंका रमकंडा मुख्य पथ के लीदीकंडा रोड में काम कर रहे ग्रेडर के चपेट में आ जाने से ग्रामीण महिला की दर्दनाक मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि महिला गांव की ही दवा दुकान से अपने घर की एक लड़की के लिए दवा लेकर घर लिदीकंडा आ रही थी। इसी बीच रोड में काम कर रहे ग्रेडर की चपेट में आ गई। महिला हल्ला करते रह गई परंतु ग्रेडर ड्राइवर को सुनाई नहीं पड़ा। और ग्रेडर महिला के सर के उपर चढ़ गया। जिससे घटनास्थल पर ही महिला की दर्दनाक मौत हो गई। मौत की खबर सुनकर लिदीकंडा व मानपुर के मुखिया हसमी अंसारी, सामाजिक कार्यकर्ता कलाम अंसारी, झामुमो नेता इरफान अंसारी के साथ घटना स्थल पर पहुंचकर सड़क को ग्रामीणों के साथ रंका – रमकंडा रोड पर जमा होकर सड़क को जाम कर दिया। ग्रामीण महिला की मौत की मुआवजा की मांग करने लगे। मृतका विधवा महिला थी। वह बिल्कुल बेसहारा थी। छोटी मोटी मजदूरी कर घर का खर्च चलाती थी। महिला की मौत से गांव में मातम पसरा हुआ है। बताया जाता है कि महिला की शादी खपरो निवासी नियाजन अंसारी के साथ हुई थी। बाद में नियाजन अंसारी ने इस महिला को छोड़ दिया था। तब से वह अपने मायके में रह रही थी। महिला ही मजदूरी करके अपने बाल बच्चों का भरण पोषण किया करती थी। अब वह सहारा भी जाता रहा। बच्चे बिल्कुल अनाथ हो गए। इधर घटना की जानकारी जैसे ही रंका थाना के अधिकारियों को लगी पुलिस सब इंस्पेक्टर राजेश कुमार वर्मा व थाना प्रभारी चेतन कुमार सिंह अपने दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर मामले को शांत कराया। तथा सड़क में काम कर रहे कंपनी के मालिक से उचित मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। सड़क बनाने वाली कंपनी ने बेवा महिला को उचित मुआवजा देने की बात कही। इधर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रोहित रंजन सिंह ने कहा कि कुछ देर रंका- रंमकन्डा मार्ग को जाम किया गया था। परंतु आपसी तालमेल के बाद जाम को हटा दिया गया है।

