जिला यक्ष्मा केंद्र में बैठक कर की ‘निक्षयमित्र’ पहल में प्रगति की समीक्षा
टीबी मरीजों को गोद लेने के लिए समाजसेवी संगठन आगे आएं : एसडीओ
दिवंगत आशुतोष रंजन
प्रियरंजन सिन्हा
गढ़वा : जिला मुख्यालय एवं जिलावासियों के सर्वतोमुखी कल्याण के लिए सतत प्रयासरत अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार आम जनता से सीधे जुड़ी सरकारी सेवाओं को सर्वथा सुलभ बनाने के लिए सतत प्रयासरत रहते हैं। उनकी दिनचर्या में इसी तरह की गतिविधि लगातार देखने को मिलती है। जिसका लाभ निश्चित रूप से जिला वासियों को प्राप्त होता है। आज कहां क्या किया गया आइए इस खबर के जरिए आपको भी बताते हैं। शनि वार शाम को अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार ने सदर अस्पताल का औचक अवलोकन किया। जहां पर उन्होंने रोस्टर के अनुरूप चिकित्सकों की उपस्थिति के अलावा विभिन्न विषयों को लेकर अस्पताल उपाधीक्षक के साथ बैठक की।
जिला टीबी केंद्र पहुंच कर समीक्षा बैठक की: एसडीओ ने जिला यक्ष्मा केंद्र पहुंचकर वहां संबंधित चिकित्सकों एवं विशेषज्ञों के साथ अनुमंडल क्षेत्र में टीबी उन्मूलन की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की। साथ ही टीबी मरीजों को गोद लेने के लिए चलाई जा रही महत्वकांक्षी पहल निक्षय मित्र में हुई अब तक की प्रगति के बारे में जानकारी ली। इस क्रम में उन्होंने यक्ष्मा केंद्र के सभी पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों से गढ़वा को टीबी मुक्त बनाने की दिशा में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने की अपील की।

शहर के संपन्न लोग टीबी मरीजों को गोद लेने के लिए आगे आएं: उन्होंने शहर के सक्रिय सामाजिक संगठनों एवं स्वैच्छिक समाजसेवियों से अनुरोध किया कि वे टीबी मरीजों को पौष्टिक आहार देने के खर्च को गोद लेने के लिए स्वत: हाथ आगे बढ़ाएं। उन्होंने बताया कि एक टीबी मरीज के पौष्टिक आहार को गोद लेने के लिए लगभग ₹700 के आसपास खर्च आता है। लोग या संगठन अपनी यथाशक्ति एक या अधिक टीबी मरीजों के आहार को अपने स्तर से उपलब्ध करवा सकते हैं। ऐसा सहयोग करने वाले लोगों को “निक्षय मित्र” का प्रमाण पत्र दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गढ़वा अनुमंडल क्षेत्र को टीबी मुक्त करने की दिशा में सभी के सहयोग की अपेक्षा है। बैठक के दौरान जिला यक्ष्मा पदाधिकारी राम सुंदर सिंह, जिला कार्यक्रम समन्वयक पूरुषेश्वर मिश्रा, सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर सतीश कुमार, टीबी हेल्थ विजिटर विनोद कुमार द्विवेदी, सीनियर डॉट प्लस सुपरवाइजर जितेंद्र कुमार एवं फील्ड ऑफिसर मौजूद थे।
डायलिसिस सेंटर का भी किया निरीक्षण: सदर अस्पताल में आउटसोर्सिंग व्यवस्था के तहत चलाए जा रहे डायलिसिस सेंटर का निरीक्षण कर संजय कुमार ने वहां मौजूद टेक्नीशियनों से दैनंदिन की जरूरतों और समस्याओं के बारे में जाना। तदनुरूप डायलिसिस केंद्र में नेफ्रोलॉजिस्ट की उपलब्धता एवं अन्य जरूरी सकारात्मक उपायों के लिए पहल करने के लिए उपाधीक्षक से बात की।