मुझ पर है आशीर्वाद अपार,तभी तो बनवा पाया मंदिर का तोरण द्वार

मुझ पर है आशीर्वाद अपार,तभी तो बनवा पाया मंदिर का तोरण द्वार

मां गढ़देवी के आशीर्वाद से ही अनगढ़ गढ़वा को गढ़ रहा हूं : मंत्री


आशुतोष रंजन
गढ़वा

गढ़वा जिला मुख्यालय के मध्य में अवस्थित अति प्राचीन मां गढ़देवी से जिला सहित सुदूर प्रदेशों के लोगों की आगाध श्रद्धा जुड़ी हुई है,जो लोग यहां निवास करते हैं उनके दिनचर्या की शुरुआत मां के दर्शन और बाहर रहने वाले लोगों की मां के सुमिरन से होती है,हारी बीमारी हो या कोई परेशानी केवल मां के दर्शन से दूर हो जाती है,उधर मंदिर का अनवरत विकास भी हो रहा है,उस विकास में आज एक नया अध्याय जुड़ गया,आख़िर कैसे,आइए आपको बताएं !

तभी तो बनवा पाया मंदिर का तोरण द्वार : – बचपन से ही मेरे मन में भी अपार श्रद्धा भक्ति समाहित है,आज मैं जो भी हूं मां की कृपा से हूं,राजनीति में रहने के बाद व्यस्तता तो होती ही है लेकिन प्रतिरोज मेरे दिन की शुरुआत भी मां के सुमिरन से ही होती है,उक्त बातें स्थानीय विधायक सह झारखंड के मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कही,दरअसल वो आज मां गढ़देवी मंदिर के तोरण द्वार का लोकार्पण करने के बाद मीडिया से मुखातिब हो रहे थे,यहां बताएं की सबसे पहले मंत्री द्वारा अपनी पत्नी चंचला ठाकुर के साथ मां की पूजा अर्चना की गई,तत्पश्चात तोरण द्वार का विधिवत लोकार्पण करते हुए मौक़े पर आयोजित एक कार्यक्रम को भी संबोधित किया गया,उधर मीडिया से बात करते हुए कहा की कोई कहे या ना कहे मां की मंदिर को विकसित करते हुए भव्यता प्रदान करने के लिए मैं हमेशा कुछ ना कुछ किया करता हूं,जिसमें मंदिर का गुंबद के साथ साथ आज तोरण द्वार का लोकार्पण किया,साथ ही कहा की मां से ही गढ़वा की पहचान है,आज गढ़वा जो पूर्व में अनगढ़ था आज जिस तरह नए स्वरूप में गढ़ा जा रहा है इसमें मां का आशीर्वाद ही समाहित है,मुझसे भी मां ही गढ़वा को विकसित करा रही हैं,मैं जब केवल राजनीति नहीं बल्कि विकास की राजनीति करने गढ़वा आया तो सबसे पहले मां गढ़देवी मंदिर में पहुंचा और पूजा अर्चना करते हुए आशीर्वाद मांगा की मां मुझे शक्ति प्रदान करो ताकि मैं जिस गढ़वा को पूरी तरह अविकसित और अनगढ़ देख रहा हूं उसे पूरी तरह विकसित और नए स्वरूप में गढ़ सकूं,गढ़देवी मां का आशीर्वाद कभी निष्फल नहीं जाता,मां सभी की मनोकामना पूर्ण करती हैं,आशीर्वाद मुझे भी मिला लेकिन दो बार मां द्वारा मुझे संघर्ष और लोगों के दिलों में बसने का मौक़ा दिया गया,और इसे मां का आदेश मानते हुए मैं संघर्ष किया और सही मायने में लोगों के मन में घर बना लिया और उधर जहां मां ने मुझे कुछ कर गुजरने के काबिल समझते हुए आशीर्वाद दिया तो वहीं दूसरी ओर क्षेत्र के लोगों ने मेरे संघर्ष को तवज्जो देते हुए मुझे अपना जनप्रतिनिधि चुन लिया,तो एक तरफ़ मां के आदेश और जनमत को दिली सम्मान देते हुए मैं अपने उस संकल्प को पूरा करने में जुट गया जिसे संघर्ष के दरम्यान लिया था यानी अनगढ़ गढ़वा को नए स्वरूप में गढ़ने को ले कर प्राणपन से प्रयास शुरू कर दिया,जिसका आलम हुआ की मां के ही आशीर्वाद से आज पुरातन गढ़वा नए रूप में नज़र आ रहा है,ऐसा कहने में भी मुझे कोई गुरेज़ नहीं है की कल जो गढ़वा सत्रहवीं शताब्दी का नज़र आ रहा था आज वो 21 वीं का नुमाया हो रहा है,लेकिन इतना कुछ करने के बाद भी मैं संतुष्ट नहीं हूं क्योंकि मुझसे मां अभी गढ़वा के विकास में और बहुत कुछ कराना चाहती हैं,ऐसे में अब तो सोचना आप क्षेत्र की जनता को है की अगर मेरे द्वारा किए गए विकासीय कार्य को नज़र कर रहे हैं तो निश्चित रूप से इसका भी अहसास कर रहे होंगे की आप मेरे विधायक बनने से पूर्व किस गढ़वा में रहते थे और आज इस साढ़े चार साल के बाद किस गढ़वा में हैं,अब बहुत जल्द समय आने वाला है सोचिए और अपने दिली सोच को कीजिए साकार ताकि गढ़वा में मां के आशीर्वाद से मेरे द्वारा और विकास ले सके आकार !

ताकि बनवा सकूं बंशीधर मंदिर का कॉरीडोर: – सड़क,आवास,सिंचाई,शिक्षा और अन्य दूसरी योजनाओं को धरातल पर कार्यरूप में परिणत करने के बाद भी एक ओर संतुष्ट तो दूसरी ओर और राजनेताओं के ढर्रे पर ख़ुद को चलायमान करने की जगह पुराने शगल को किनारे रखते हुए उनके द्वारा हर क्षेत्र में विकासीय कार्य को सरजमीन पर उतारा जा रहा है तभी तो धार्मिक क्षेत्र में उनके द्वारा कई ऐतिहासिक और अनुकरणीय कार्य किया जा रहा है,तभी तो मिथिलेश ठाकुर ने आज मां की पूजा अर्चना करते हए कहा की *मां मेरे दामन से बांधे रखना आशीर्वाद का डोर,ताकि मैं बनवा सकूं बंशीधर मंदिर का कॉरीडोर,उनके द्वारा कहा गया की मेरी दिली चाहत है की बंशीधर मंदिर एक भव्य कॉरीडोर के रूप में विकसित हो,कहा की जिस तरह मां गढ़देवी का मेरे ऊपर अपार आशीर्वाद है जिसके बदौलत मैं गढ़वा को गढ़ने के अनथक प्रयास में जुटा हूं ठीक उसी तरह बंशीधर वाले कन्हैया का भी आशीष हम में समाहित है,तभी मेरे मन में विश्वास बलवती हो रहा है की मैं यहां कॉरीडोर बनवाने में ज़रूर कामयाब हो जाऊंगा !

इनकी भी रही मौजूदगी : – आज के इस पावन मौक़े पर जेएमएम के केंद्रीय प्रवक्ता धीरज दुबे,विधायक के स्वास्थ्य प्रतिनिधि कंचन साहू,जिला बीस सूत्री उपाध्यक्ष नीतेश सिंह,जिला परिषद अध्यक्ष शांति देवी,महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष रेखा चौबे,नगर परिषद की निवर्तमान अध्यक्ष पिंकी केशरी,वंदना कुमारी,केंद्रीय समिति सदस्य परेश तिवारी,वरिष्ठ समाजसेवी राकेश पाल,समाजसेवी संतोष केशरी,नगर मोर्चा कोषाध्यक्ष अविनाश दुबे,अजय केशरी,करीमन बघेल,नवीन तिवारी,राजा सिंह,प्रिंस धर दुबे,गुंजन धर दुबे,अमित सिंह,आशुतोष पांडेय सहित काफ़ी संख्या में लोग मुख्य रूप से मौजूद रहे !

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Ashutosh Ranjan

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