गढ़वा के होटल व्यवसाईयों ने खुल कर रखे विचार, दिये सुझाव
सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए सजगता से और जिम्मेदारी से व्यवसाय करें : एसडीएम
होटलों को पर्यटन विभाग से पंजीकरण का दिया सुझाव
होटल में स्थानीय पर्यटन स्थलों के फोटो लगाने का भी सुझाव दिया
दिवंगत आशुतोष रंजन
प्रियरंजन सिन्हा
गढ़वा : अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार ने अपने एक घंटे के साप्ताहिक कार्यक्रम “कॉफी विद एसडीएम” में अनुमंडल क्षेत्र के होटल संचालकों के साथ अपने यहां कॉफी पर अनौपचारिक संवाद किया। मंगलवार को आयोजित इस सप्ताह के ‘कॉफी विद एसडीएम’ में होटल मालिकों, प्रबंधकों के अलावा नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार एवं जिला पर्यटन कार्यालय के विशेषज्ञों ने सहभागिता निभायी।
रखी शिकायतें दिए सुझाव: होटल व्यवसाय से जुड़े लोगों ने संवाद के दौरान न केवल अपनी समस्याएं रखीं बल्कि शहर की बेहतरी को लेकर कुछ सुझाव भी दिए। होटल महाराजा पैलेस के संचालक प्रकाश कुमार ने मझिआंव मोड़ एवं आसपास में टेंपो तथा टोटो चालकों के चलते लगने वाले जाम के बारे में शिकायत की। इस पर एसडीएम द्वारा बैठक में मौजूद कार्यपालक पदाधिकारी से पूरे शहर में शहरी प्रबंधन को दुरुस्त करने को कहा गया। कुछ होटल व्यवसाइयों द्वारा साफ सफाई के मुद्दों को भी उठाया गया।
होटल व्यवसायी पहली बार हुए एकजुट: तिवारी रेस्ट हाउस के संचालक उमाकांत तिवारी तथा होटल पद्मावती के संचालक राघवेंद्र नारायण सिंह ने कहा कि यह पहला मौका है जब गढ़वा के सभी होटल संचालक एक मंच पर आए और इसका श्रेय “काफी विद एसडीएम” कार्यक्रम को जाता है। इस पर सभी होटल व्यवसायियों ने एकमत से निर्णय लिया कि वे इस कार्यक्रम से प्रेरणा लेकर अपने स्तर पर भी बैठक करेंगे।
सभी होटल सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए ही कार्य करें: अनुमंडल पदाधिकारी ने सभी सहभागियों से अपील की कि वे होटल व्यवसाय जैसे अति संवेदनशील एवं महत्वपूर्ण कार्य को पूरी सजगता और सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए करें। अपने यहां प्रत्येक ठहरने वाले व्यक्ति की विवरणी आईडी के साथ संधारित करें तथा नियमित अंतराल पर इस सूची को थाना प्रभारी के साथ भी साझा कर विधि व्यवस्था संधारण में मदद करें। उन्होंने कहा कि होटल व्यवसाय से जुड़े लोग विधि व्यवस्था एवं अपराध नियंत्रण में प्रशासन के बड़े सहयोगी की भूमिका निभा सकते हैं।
अग्निशमन यंत्र एवं सीसीटीवी अनिवार्य: एसडीएम ने सभी होटल मालिकों से कहा कि वे अपने होटल में पर्याप्त मेमोरी स्टोरेज के साथ आवश्यक संख्या में सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था जरूर रखें। इस दौरान वे इस बात का भी ख्याल रखें कि भूलवश भी किसी की निजता का हनन न हो। उन्होंने कहा कि सभी होटल परिसरों में फायर सेफ्टी के नियमानुसार आवश्यक अग्निशमन यंत्रों की उपलब्धता सुनिश्चित रखें। उन्होंने कहा कि कुछ कैमरे इस प्रकार से अधिष्ठापित करें कि उनके दोनों ओर मुख्य मार्ग का कवरेज आ जाए। ऐसे कैमरे कई बार प्रशासनिक दृष्टिकोण से बहुत काम के हो जाते हैं।

झारखंड टूरिज्म से पंजीकरण करवा लें: एसडीएम ने सभी होटल संचालकों को सुझाव दिया कि वे झारखंड पर्यटन विभाग से अपना पंजीकरण जरूर करवा लें। ऐसा करना न केवल प्रावधान के तौर पर अनिवार्य है बल्कि इसके कई फायदे हैं। उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार से संबद्धता प्राप्त करने के बाद होटल का प्रोफाइल तो अच्छा होता ही है उसकी विश्वसनीयता भी बढ़ती है। साथ ही सरकारी योजनाओं से मिलने वाले लाभों में भी यह कारगर कदम साबित होता है।
गढ़वा के पर्यटन स्थलों के चित्र होटल में लगाने का सुझाव: एसडीएम ने होटल प्रबंधन से जुड़े लोगों को सुझाव दिया कि वे गढ़वा के अच्छे-अच्छे पर्यटन स्थलों जैसे सुखल्दरी, अन्नराज डैम, खजूरी डैम, बंशीधर मंदिर, गढ़ देवी मंदिर आदि के फोटो, पोर्ट्रेट अपने होटल परिसरों में जरूर लगाएं। फोटो के साथ उसकी संक्षिप्त बिवरणी जैसे उस पर्यटन स्थल की होटल से दूरी, इतिहास आदि ताकि झारखंड या झारखंड से बाहर के जो आगंतुक गढ़वा आते हैं होटलों में लगे इन फोटो को देखकर उनके मन में यहां के पर्यटन क्षेत्रों के प्रति उत्सुकता जागृत होगी। इससे गढ़वा का पर्यटन विकसित होगा। इस दिशा में उन्होंने जिला पर्यटन कार्यालय को भी पहल करने को कहा। इस दौरान होटल संचालकों को यह भी बताया गया कि यदि वे अपने स्टाफ और कर्मियों को प्रोफेशनल ट्रेनिंग करवाना चाहते हैं तो झारखंड पर्यटन विभाग की तरफ से उन्हें यह सुविधा निशुल्क उपलब्ध है। इसके लिए वे जिला पर्यटन कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।
सहभागिता: कार्यक्रम में होटल रॉयल पद्मावती, एसएनसी इंटरनेशनल, होटल कृष्णा हरि, होटल जी श्री, गुपुत वाटिका, तिवारी रेस्ट हाउस, होटल वीनस इंटरनेशनल, सांझा चूल्हा, होटल ठाकुर महल, होटल विकास इन, होटल राज पैलेस, होटल ग्रैंड व्यू, आरडीएस इन आदि के संचालकों ने अपने-अपने विचार रखे। इस दौरान कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार, जिला पर्यटन विशेषज्ञ पुष्कर गुप्ता, संदीप कुमार, गौरव कुमार आदि मौजूद रहे।