पुलिस को मिली फॉरेंसिक रिपोर्ट, 9 लाख वीडियो फुटेज से खुलेंगे कई राज
दिवंगत आशुतोष रंजन
प्रियरंजन सिन्हा
जब रक्षक ही भक्षक बन जाता है तब पलामू का बालिका गृह यौन शोषण कांड होता है। पलामू के इस बहुचर्चित बालिका गृह यौन शोषण कांड में फॉरेंसिक की रिपोर्ट पुलिस को मिल गई है। फॉरेंसिक रिपोर्ट में नौ लाख वीडियो फुटेज का जिक्र है। जो पूरे एक साल का कलेक्शन है। सभी का सत्यापन पुलिस कर रही है। दरअसल 30 नवंबर 2024 को पलामू के बालिका गृह में यौन शोषण कांड का मामला निकलकर सामने आया था।
इस मामले को लेकर मेदिनीनगर के टाउन महिला थाना में एफआईआर दर्ज की गई थी। जिसके बाद बालिका गृह के संचालक और काउंसलर को मौके से गिरफ्तार किया गया था। इस दौरान काउंसलर का मोबाइल, सीसीटीवी का डीवीआर और अन्य आरोपियों के मोबाइल को फॉरेंसिक जांच के लिए एफएसएल को भेजा गया था। जिसकी रिपोर्ट पलामू के टाउन महिला थाना को मिल गई है। फॉरेंसिक रिपोर्ट मिलने के बाद टाउन महिला थाना की पुलिस ने मामले में अनुसंधान तेज कर दिया है।
पुलिस ने एफएसएल से काउंसलर के द्वारा दूसरों को भेजे गए वीडियो एवं फोटो के बारे में जानकारी मांगी। रिपोर्ट में सभी के मोबाइल और डीवीआर में नौ लाख वीडियो फुटेज का जिक्र है। फॉरेंसिक रिपोर्ट में व्हाट्सएप चैट को भी रिकवर किया गया है। पुलिस की टीम व्हाट्सएप चैट को खंगालकर उसका अध्ययन करेगी।
पलामू के टाउन महिला थाना प्रभारी रूप बाखला ने फॉरेंसिक रिपोर्ट के मिलने की पुष्टि करते हुए बताया कि अध्ययन किया जा रहा है और मामले में अनुसंधान जारी है। बालिका गृह यौन शोषण कांड में कई के खिलाफ कार्रवाई हुई है। डीसीपीओ, डीसीपीआईओ, काउंसलर को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था। वहीं, पलामू सीडब्ल्यूसी को भी भंग कर दिया गया था।