टीएसपीसी सब जोनल कमांडर गौतम यादव गिरफ्तार

टीएसपीसी सब जोनल कमांडर गौतम यादव गिरफ्तार

बनारस में करवा रहा था इलाज



दिवंगत आशुतोष रंजन

प्रियरंजन सिन्हा


बिंदास न्यूज, गढ़वा : मुठभेड़ में घायल हुए सब जोनल कमांडर गौतम यादव को पलामू पुलिस ने उत्तर प्रदेश के बनारस से गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल प्रतिबंधित नक्सली संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी के सब जोनल कमांडर के पेट में पुलिस के साथ मुठभेड़ के दौरान गोली लगी थी। पलामू पुलिस को सूचना मिली थी कि गौतम यादव, उत्तर प्रदेश के वाराणसी में अपना नाम बदलकर इलाज करवा रहा है। इसी सूचना के आलोक में एएसपी राकेश सिंह के नेतृत्व में पुलिस मौके पर पहुंची और मामले का सत्यापन किया।

जानकारी के मुताबिक, पालमू पुलिस ने गौतम यादव को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही उसे वाराणसी के कोर्ट में पेश किया जाएगा। गौतम यादव का पुलिस अभिरक्षा में ही इलाज कराया जाएगा। गौतम यादव की हालत में सुधार होने के बाद पलामू सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया जाएगा।

मुठभेड़ के बाद रिश्तेदार के साथ भागा था वाराणसी: 15 मई को पलामू के मनातू थाना क्षेत्र के होटवाग में पुलिस और टीएसपीसी के बीच मुठभेड़ हुई थी। मुठभेड़ के बाद पुलिस ने एके-47 की गोली समेत कई सामग्री बरामद किया था। इसी दौरान गौतम यादव को पेट में गोली लगी थी। गौतम यादव अपने करीबी रिश्तेदार के साथ उत्तर प्रदेश के वाराणसी में इलाज कराने के लिए भाग गया था। जानकारी के मुताबिक गौतम यादव वाराणसी में मिथिलेश यादव के नाम से अस्पताल में भर्ती था और इलाज करवा रहा था।

‘सूचना मिलने के बाद पलामू पुलिस वाराणसी गई और तब गौतम को गिरफ्तार किया गया है। गौतम यादव नाम बदलकर इलाज करवा रहा था। मुठभेड़ से जुड़ी पुलिस को कई बातों की जानकारी मिली है। जिसके बाद आगे का अभियान चलाया जा रहा है।’ : रीष्मा रमेशन, एसपी, पलामू।

मुठभेड़ में गौतम यादव के पेट में लगी थी गोली गिरफ्तारी के बाद गौतम को वाराणसी के कोर्ट में पेश किया जाएगा। गौतम यादव को मदद करने वाले लोगों को भी पुलिस चिन्हित कर रही है। वह करीबी रिश्तेदार के साथ वाराणसी गया था।’: राकेश सिंह, एएसपी अभियान

टॉप कमांडर शशिकांत ने किया था इलाज का बंदोबस्त: दरअसल 15 मई को हुए मुठभेड़ में गौतम यादव को गोली लगी थी। टीएसपीसी का दस्ता 10 लाख के इनामी शशिकांत गंझू के नेतृत्व में ही रुका था। गोली लगने के बाद शशिकांत गंझू ने ही सभी तरह का इंतजाम किया था और गौतम के करीबी रिश्तेदार को बुलाया था। बाद में एक प्राइवेट गाड़ी से गौतम को वाराणसी भेजा गया था। गौतम यादव पर पलामू और चतरा में एक दर्जन से भी अधिक नक्सल घटनाओं में शामिल रहने का आरोप है।

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Ashutosh Ranjan

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