यहां अवैध अल्ट्रासाउंड मशीन रखकर भ्रूण की लिंग जांच किया जाता था
साथ ही गर्भ समापन आदि भी कराया जाता था
दिवंगत आशुतोष रंजन
प्रियरंजन सिन्हा
बिंदास न्यूज़, गढ़वा: लाडली के नाम पर लाडली का पता लगाकर उसे मां के गर्भ में ही मार डालने का सामान किया जाता था। गर्भस्थ शिशु के लिंग की अवैध जांच व उसकी हत्या के संस्थागत सामान का जिला के प्रशासनिक प्रमुख के द्वारा जांच कराकर उसके विरूद्ध पुख्ता कार्रवाई की गई। गढ़वा जिला में अपने तरह की पहली कार्रवाई की गई। कहां और कैसे आइए इस खबर के जरिए आपको भी बताते हैं।
जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त शेखर जमुआर को गुप्ता सूचना प्राप्त हुई थी कि गोदरमाना में लाडली सेवा सदन में अवैध रूप से अल्ट्रासाउण्ड किया जाता है। गोदरमाना रंका प्रखण्ड के आखिरी छोर पर अवस्थित है और यह स्थान छतीसगढ़ सीमा से सटा हुआ है। उपायुक्त को पुष्ट सूचना थी कि यहाँ पर अवैध रूप से अल्ट्रासाउण्ड चलाया जा रहा है। जहां झारखण्ड एवं छतीसगढ़ राज्य से गर्भवती महिलाएँ आती है। पैसे के प्रलोभन में अवैध अल्ट्रासाउण्ड चलाकर इनके गर्भ में पल रहे बच्चे का लिंग जाँच किया जाता है। प्राप्त सूचना के आधार पर उपायुक्त जमुआर द्वारा अनुमण्डल पदाधिकारी, रंका रूद्र प्रताप की अध्यक्षता में एक जाँच दल का गठन किया गया। जिसमें शिवपूजन तिवारी अंचल अधिकारी रंका, डाँ० असजद अंसारी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, रंका एवं रोहित रंजन सिंह अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी, रंका शामिल किए गए। बिना किसी को भनक लगे जाँच दल द्वारा गोदरमाना पहुँच कर सीधे लाडली सेवा सदन में छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान संचालक तबस्सुम आरा द्वारा बताया गया कि यहाँ कोई अल्ट्रासाउण्ड नहीं होता है। जबकि अस्पताल में भर्ती मरीज अंकिता देवी द्वारा बताया गया कि वे पूर्व में दो बार इसी केन्द्र में अल्ट्रासाउण्ड करा चुकी हैं। मरीज द्वारा अल्ट्रासाउण्ड के लिए बताया गया कमरा बंद पाया गया। कमरा खोलवाने पर उसमें एक नवजात बच्चा पाया गया। इसी कमरे से सटे एक छोटा कमरा था जिसपर वाशरूम लिखा हुआ था और ताला बंद था। जब उस कमरे को खोलवाया गया तो उसमें अल्ट्रासाउण्ड मशीन, बेड, जेल, गलब्स सहित अन्य सामग्री पाया गया। सेवा सदन में आए मरीज की पंजी मिली। जिसमें अल्ट्रासाउण्ड कराए हुए मरीज अमिता सिंह का नाम दर्ज पाया गया। उसकी पंजी और मरीज का पूर्व में इसी केन्द्र पर कराए गए अल्ट्रासाउण्ड रिपोर्ट को भी जप्त कर लिया गया।



छापेमारी के दौरान जाँच दल को लाडली सेवा सदन गोदरमाना से बेहोश करने का इन्जेक्शन-दवा, गर्भपात कराने का दवा-किट, कई प्रतिबंधित दवा, कई चिकित्सक के नाम का मोहर, पर्ची सहित अन्य आपत्तिजनक दवा व मेडिकल सामग्री भी मिली। छापेमारी के दौरान नवजात शिशु (लड़का) लगभग 01 दिन जो मिला था उसे बेहतर इलाज हेतु 108 एम्बुलेंस से सदर अस्पताल, गढ़वा भेजा गया है। जहाँ NICU में बच्चा इलाजरत है। सेवा सदन की संचालिका तबस्सुम आरा के द्वारा बताया गया कि यह बच्चा झाड़ी में फेका हुआ मिला है। इसके माँ-पिता का कोई पता नहीं है। जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी को भी बच्चे के बारे में अवगत करा दिया गया है।
अल्ट्रासाउण्ड मशीन सहित सभी उपकरण व सामग्री को जप्त कर रंका थाना में रखा गया है जबकि यहाँ पर पकड़े गये संचालिका तबस्सुम आरा, एवं इनके पति शाहीद आलम जो सेवा सदन के मालिक है उनके विरूद्ध रंका थाना में केश दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है। आज हुई छापेमारी से स्पष्ट है कि इस क्लिनिक में अवैध रूप से अल्ट्रासाउण्ड कर गर्भवती महिलाओं के बच्चे का लिंग बताकर गर्भपात विशेष परिस्थिति में ऑपरेशन करके भी गर्भपात कराया जाता था।
उपायुक्त शेखर जमुआर ने बताया कि गर्भ में पल रहे बच्चो का लिंग जाँच करना तथा गर्भपात कराना गैरकानूनी कार्य है इस कार्य में संलिप्त किसी भी व्यक्ति को नहीं बक्शा जाएगा, साथ ही उन्होने अपील किया कि कोई भी मेडिकल सेंटर/नर्सिंग होम इस प्रकार के अवैध कार्य न करें अन्यथा उनके विरूद्ध भी इसी प्रकार से कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।