पुलिस का सर्च अभियान जारी
दिवंगत आशुतोष रंजन
प्रियरंजन सिन्हा
बिंदास न्यूज, गढ़वा
26 मई की शाम से लेकर 27 मई की सुबह तक पलामू के पांडू और हुसैनाबाद सीमा पर पुलिस और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में नक्सलियों का एरिया कमांडर तुलसी भुइयां मारा गया था। 12 घंटे तक चली इस मुठभेड़ में 15 लाख के इनामी नक्सली कमांडर सह नक्सलियों का रीजनल कमेटी सदस्य नितेश यादव को भी गोली लगने की खबर निकलकर सामने आई थी। उस दौरान यह भी खबर आई थी कि Page औ नितेश यादव के हाथ में गोली लगी। लेकिन जंगल और पहाड़ का फायदा उठाते हुए बच निकला।
नितेश यादव की तलाश में पलामू पुलिस का सर्च अभियान जारी है। दरअसल, जिस इलाके में यह मुठभेड़ हुई थी वह इलाका नितेश यादव की पनाहगाह माना जाता है।.7 पुलिस उन लोगों को भीड़ में तलाश कर रही है। जिन्होंने नितेश यादव को भगाने और इलाज कराने में मदद की है।
“मुठभेड़ के बाद पूरे इलाके पर पुलिस की नजर है। नितेश यादव समेत अन्य नक्सलियों की तलाश में इलाके में सर्च अभियान चलाया जा रहा है”- राकेश सिंह, एएसपी अभियान, पलामू
कैसा है इलाका, जिसे नितेश यादव ने बनाया था ठिकाना: दरअसल, पलामू के हुसैनाबाद, छतरपुर, पांडू, मोहम्मदगंज आदि इलाके को 15 लाख के इनामी सह रीजनल कमेटी सदस्य नितेश यादव ने अपने दस्ते का ठिकाना बनाया हुआ था। नितेश यादव के खिलाफ पुलिस ने कई बार सर्च अभियान चलाया। 26 मई को नितेश यादव और पुलिस का आमना-सामना हुआ और करीब 12 घंटे तक मुठभेड़ चली। यह इलाका जंगल, टेकरी और पहाड़ के श्रृंखला से भरा हुआ है। 2014 के बाद से इस इलाके में कई बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं और कई बार मुठभेड़ भी हुई है। 2016 में महुदंड के काला पहाड़ में हुए विस्फोट में 7 जवान शहीद हो गए थे।

सुरक्षाबलों द्वारा चलाया गया सर्च अभियान, कौन हैं नितेश यादव के मददगार, कई हो चुके हैं गिरफ्तार: दरअसल, 2018 से ही पलामू पुलिस ने नितेश यादव के खिलाफ सर्च अभियान चला रखा है और उसके समर्थकों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। नितेश के प्रभाव वाले इलाके में पुलिस ने कई लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई भी की थी। पुलिस ने नितेश यादव को पैसे पहुंचाने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा है। नितेश यादव की मदद करने वाले कारोबारी, स्थानीय समर्थकों के खिलाफ भी पुलिस ने सर्च अभियान शुरू किया है और उनके खिलाफ सबूतों को भी जमा किया जा रहा है।