विकास पांडेय तो हर रोज़ गढ़वा कोर्ट आते और शाम में पलामू लौट जाते थे
आशुतोष रंजन
गढ़वा
हर रोज़ अहले सुबह जग कर जल्दी जल्दी तैयार होना और फ़िर अपनी बाइक से पलामू से गढ़वा के लिए निकलना और शाम में फ़िर पलामू घर को लौट जाना,यही तो दिनचर्या थी पलामू के बड़कागांव निवासी विकास पांडेय की,वो आज भी प्रतिरोज की तरह गढ़वा आ रहे थे,मन में यही था कि काम ख़त्म कर नीयत समय पर लौट जाना है लेकिन नियति को तो कुछ और ही मंजूर था,घटना घटित हुई और गढ़वा पहुंचने से थोड़ी ही दूर पहले उनकी जान चली गई,आपको बताएं कि हम बात यहां गढ़वा कोर्ट में पेशकार विकास पांडेय की कर रहे हैं,जो आज समय से कोर्ट पहुंचने के लिए बाइक से गढ़वा आ रहे थे कि रास्ते में भीखही मोड़ पर विपरीत दिशा से आ रहे जेसीबी द्वारा टक्कर मार दिया जिससे घटना स्थल पर ही उनकी मौत हो गई,उधर घटना की सूचना मिलते ही कोर्ट के उनके सहयोगी के साथ साथ परिजन पहुंचे तो उधर डंडा पुलिस द्वारा भी मौके पर पहुंच शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया,उधर यहां एक उल्लेख करना बेहद ज़रूरी है कि उक्त मोड़ पर अब तलक सैकड़ों लोगों की दुर्घटना में मौत हो चुकी है,जब भी घटना घटित होती है तो कुछ देर के लिए उस मोड़ को मौत का मोड़ बताते हुए चर्चा होती है,साथ ही यह भी कहा जाता है कि अगर उस मोड़ को सीधा कर दिया जाए तो घटना घटित नहीं होगी,लेकिन बात आई गई हो जाती है और फ़िर वह मोड़ अगले की ज़िंदगी निगलने को आमादा हो जाता है,जरूरत है इस दिशा में एक कंक्रीट प्रशासनिक पहल की ताकि घटना पर रोक लग सके।