11 साल पहले नक्सलियों ने रची थी ऐसी ही साज़िश
आशुतोष रंजन
गढ़वा
जैसी सूचना मिल रही है उसके अनुसार अपनी वजूद बचाए रखने की अंतिम लड़ाई लड़ रही माओवादी नक्सली संगठन द्वारा आज 13 साल बाद एक बार फ़िर से घातक साज़िश रची गई है,आख़िर क्या है वो साज़िश आइए इस ख़बर के ज़रिए जानिए।
मारे गए नक्सली के पेट में बम होने की सूचना : – पिछले ख़बर में हमने आपको बताया है कि लातेहार के भीमपांव जंगल में संगठन के आपसी संघर्ष में पंद्रह लाख के ईनामी कुख्यात नक्सली कमांडर छोटू खरवार की हत्या कर दी गई,घटना की सूचना मिलने के बाद जैसे ही पुलिस और सीआरपीएफ के अधिकारी द्वारा मौके पर पहुंच जांच शुरू की गई तो शव देखने से ऐसा प्रतीत हुआ कि उसके पेट में कुछ है,जिससे संदेह व्यक्त किया जा रहा है कि नक्सलियों द्वारा उसकी हत्या किए जाने के बाद उसके पेट में बम लगा दिया गया है,ताकि जब प्रशासनिक टीम शव को ले जाने लगे तो उक्त बम को विस्फोट करा दिया जाए,उक्त संदेह को देखते हुए बम निरोधक दस्ते को बुला कर जांच कराई जा रही है।
11 साल पहले नक्सलियों ने रची थी ऐसी ही साज़िश : – अगर बम निरोधक दस्ते द्वारा स्पष्ट कर दिया जाता है कि मृत नक्सली कमांडर के पेट में बम प्लांट किया गया है तो इसे नक्सलियों की दूसरी साज़िश कही जाएगी,क्योंकि पत्रकारिता के दरम्यान जब मैं पलामू में था तो मुझे याद है 2013 में जब माओवादियों की पुलिस सीआरपीएफ से मुठभेड़ हुई थी तो एक शहीद जवान के पेट में नक्सलियों द्वारा बम प्लांट कर दिया गया था।