वह नज़ारा है नयनाभिराम,फिर भी है गुमनाम इस शीर्षक से हमने एक ख़बर लिखा था जिसमें यह दर्शाया था कि गढ़वा जिले में नैना नाम का एक झरना स्थल है जो आम लोगों के निगाहों में तो है पर सरकार और प्रशासन के नज़रों से ओझल है,लेकिन उसे ख़बर के जरिये सामने लाने के बाद उपायुक्त ने लिया संज्ञान और उक्त स्थल को विकसित करने की दिशा में किस तरह किया त्वरित पहल जानने के लिए पढ़िए यह रिपोर्ट
अब उसे मिलेगा पहचान:- जो झरना स्थल था गुमनाम,उसे मिलेगा अब पहचान,जी हां हम बात कर रहे हैं गढ़वा जिला के नगर उंटारी अनुमंडल मुख्यालय से कुछ ही दूरी पर अवस्थित एक झरना स्थल की जिसे पास के लोगों ने नैना झरना नाम दिया है,मगर इसे विडंबना ही कहेंगें की आम के निग़ाहों में पेवस्त उक्त झरना स्थल ख़ास के नज़रों से दूर है,तभी तो नयनाभिराम होते हुए भी गुमनाम है,दूर जंगलों और कंदराओं से हो कर गुज़रते हुए पहाड़ी से झर झर झरता झरना बरबस लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है,लोग आते तो हैं पल भर के लिए लेकिन दुर्लभ नजारों के देख घंटों बैठ कर उसे अपलक निहारा करते हैं,लेकिन अफ़सोस लोगों को इस बात का है कि आज सरकार राज्य के ऐसे स्थलों को विकसित करने को खुद को कटिबद्ध बताती है फ़िर भी ऐसे स्थल का विकास कौन कहे यह तो हुक्मरानों के नज़रों से भी ओझल है,लेकिन गढ़वा डीसी के पहल से लोगों में आस जगी है।