अभी लोकसभा का चुनाव होना है,झारखंड में तो विधानसभा का चुनाव होने में बहुत वक्त बाकी है,इन बची अवधि में कई योजनाओं को कार्यान्वित कराना बाकी है लेकिन एकाएक गढ़वा विधायक द्वारा इस्तीफ़ा दिए जाने की बात करना सबको हैरत में डाल दिया है,ऐसा क्यों कहा विधायक जी ने जानने के लिए पढ़िए हमारी यह ख़ास रिपोर्ट-
सदन में उठायी समस्या सड़क की:- सड़क को जहां एक तरफ विकास का पहला पायदान कहा जाता है वहीं सड़क से हो कर ही विकास शहर मुख्यालय से ले कर सुदूर गांव तक पहुंचती है लेकिन उसी सड़क के कारण आज लोगों की जिंदगी संवरने के बजाए मौत के मुंह में समा रही है,विधायक ने सीधे रूप में संवेदक और इंजीनियर को दोषी ठहराते हुए कहा कि इनकी अनदेखी की वजह से लापरवाही पूर्वक राज्य के कई सड़कों पर ब्रेकर की भूमिका में पुल/पुलिया एवं कलवर्ट का निर्माण किया गया है,जिससे राहगीरों को गुजरने के क्रम में दुर्घटना का शिकार होना पड़ रहा है,विधायक ने कहा कि राज्य की कई सड़कों पर कलवर्ट/पुल/ पुलिया निर्माण में संवेदक एवं इंजीनियर के द्वारा डायवर्शन के पैसे का बंदर बांट कर देने की वजह से बढ़िया और उपयुक्त डायवर्सन नहीं बन पाता है,जिससे आए दिन दुर्घटना घटित होती रहती है।उन्होंने कहा कि संवेदक और इंजीनियर की लापरवाही की वजह से अभी तक पूरे राज्य में हजारों बेगुनाह राहगीरों की जान चली गई है तथा मृतक के परिवारों को मुआवजा भी नहीं मिल पाता है,उधर राज्य में सड़क बनाने वाली कई कंस्ट्रक्शन कंपनियां एवं इंजीनियर मनमाने ढंग से काम कर रहे हैं,विधायक ने सरकार से वैसे सभी सड़कों की जांच करा कर दोषी इंजीनियर और संवेदक पर कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने गढ़वा जिला से गुजरने वाली एनएच 75 और शाहपुर-गढ़वा पथ का जिक्र करते हुए कहा की कंपनी द्वारा पुल/पुलिया और डायवर्सन बनाने के क्रम में सड़क पर गड्ढा खोदकर साल साल भर छोड़ दिया जाता है और जब काम शुरू होता है तो कंपनी मानक के विरुद्ध जाकर निर्माण कार्य करती है,जिससे सिर्फ गढ़वा जिला में सैकड़ों लोग काल के गाल में समा गए,उनके परिवार वालों की आज क्या स्थिति है क्या वो संवेदक और इंजीनियर देख रहे हैं,आज कई वैसे परिवार राहत और मुआवजा की राह ताक रहे हैं।
हुआ मैं गलत साबित तो दे दूंगा इस्तीफ़ा:- विधायक ने कहा कि मेरे द्वारा जितने भी मामलों का जिक्र किया गया सब सौ प्रतिशत सही हैं,अगर सरकार को मेरे कही बातों पर यकीन नहीं है तो जांच करा ले,अगर मैं कहीं से भी गलत साबित हुआ तो विधायिकी से इस्तीफ़ा दे दूंगा।
सरकार कराएगी मामले की जांच:- विधायक सतेंद्र नाथ तिवारी द्वारा तल्ख़ लहज़े में इस्तीफ़े की बात कहने के साथ ही तुरंत उस बात पर हस्तक्षेप करते हुए विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव ने कहा कि विधायक जी आपको इस्तीफ़ा देने की जरूरत नहीं है सरकार इन सभी मामलों की जांच कराएगी,उधर विभागीय मंत्री ने कहा गढ़वा विधायक उन सभी सड़कों की सूची विभाग को सौंपे जो मानक के विपरीत बना है। विभाग सभी सड़कों की उच्चस्तरीय जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करेगी।