राजनीति में सड़क से सदन तक पक्ष और विपक्ष के राजनेताओं के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर तो चलता ही रहता है,लेकिन इसी बीच कभी कभी ऐसी बातें उनके द्वारा बोल दी जाती है जो एक तरफ़ जहां अख़बारों की प्रमुख ख़बरें बनती हैं तो वहीं दूसरी ओर उस बात की चर्चा भी होती है,अब किस बात की चर्चा हो रही है आइये आपको इस ख़ास ख़बर के जरिये बताते हैं।
पागल हो गए हैं इरफान:- झारखंड में बजट सत्र चल रहा है,लेकिन उसे चलने से ज़्यादा रुकना कहें तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी,क्योंकि एक तरफ़ जहां बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष के रूप में मान्यता नहीं दिए जाने के कारण विपक्ष यानी भाजपा विधायकों द्वारा लगातार विरोध किया जा रहा है,जिस कारण सदन की कार्यवाही बार बार रोकनी पड़ रही है तो उधर दूसरी ओर कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी द्वारा दिये जा रहे विवादित बयान के कारण भी हंगामा बरप रहा है,तभी तो आज सदन की कार्यवाही के उपरांत मीडिया से मुख़ातिब होते हुए भवनाथपुर से भाजपा के युवा विधायक भानु प्रताप शाही ने कहा कि संस्कार विहीन और अमर्यादित हैं इरफान,वह सड़क हो या सदन एक जनप्रतिनिधि द्वारा जहां उचित आचरण किया जाता है वहीं अनुचित बातें तो कदापि नहीं बोलनी चाहिए,लेकिन वो यानी इरफान अंसारी जब भी कुछ बोलने के लिए अपना मुंह खोलते हैं तो ग़लत और अमर्यादित बोल ही बोलते हैं,साथ ही विधायक भानु ने पिछले साल उनके द्वारा सदन में किये गए आचरण का जिक्र करते हुए कहा कि इरफान अंसारी द्वारा स्पीकर पर स्प्रे फेंकने के साथ साथ कागज़ फेंकते हुए कई तरह के गलत बात बोले गए थे,इस बार तो उनके द्वारा हद ही कर दिया गया क्योंकि उनके द्वारा भाजपा के साथ साथ स्पीकर तक को क़ातिल कह दिया गया,साथ ही माफ़ी मांगने की बात पर किसी सूरत में माफी नहीं मांगने की बात कही,भानु ने कहा कि लगातार उनके रवैये को देखते हुए तो ऐसा प्रतीत हो रहा है कि विधायक का माथा हो गया है खप्तान और पागल हो गए हैं इरफान,साथ ही कहा कि वो अब राजनीति करने की जगह कांके मेंटल हॉस्पिटल में भर्ती हो कर अपने पागलपन का इलाज करावें,और उधर जब तक इरफान ठीक ना हो जाएं स्पीकर द्वारा उन्हें सदन में आने पर रोक लगायी जाए।
हम तो कर रहे प्रतिरोध:- वो कह रहे गतिरोध,हम तो कर रहे प्रतिरोध",सदन में सत्तापक्ष द्वारा रोज़ किये जा रहे विरोध के बावत विधायक भानु प्रताप शाही ने कहा कि सदन के चलने में हमारे द्वारा यानी विपक्ष गतिरोध पैदा कर रहा है ऐसा सत्तापक्ष का कहना है,जबकि हमलोग तो प्रतिरोध कर रहे हैं,और यह तब तलक करते रहेंगें जब तक बाबूलाल जी को नेता प्रतिपक्ष के रूप में मान्यता नहीं दी जाएगी,साथ ही आज कुत्ते जैसा आवाज निकाले जाने के सवाल पर विधायक ने कहा कि बड़ा अजीब बात है,जब हमलोग को कुत्ता कहा जा रहा है तो हमलोग कुत्ते जैसा ही आवाज निकालते हुए विरोध जता रहे हैं