मध्य प्रदेश में घटित हुई राजनीतिक घटना ने एक तरफ़ जहां सियासी पारे को अचानक बढ़ा दिया है वहीं दूसरी ओर झारखंड में विपक्ष यानी भाजपा नेताओं को चुटकी लेने का मौक़ा दे दिया है तभी तो विधायक जी द्वारा ऐसा कहा जा रहा है साथ ही वो पूछ भी रहे हैं,अब वो क्या कह रहे और क्या पूछ रहे हैं आइये इस ख़बर से जानिए।
विधायक जी पूछ रहे हैं:- वह खुद का चुनाव हो या झारखंड की राजनीति में आये हुए कई मौक़े जब उन्हें गेम चेंजर के रूप में जाना गया है,हम बात यहां भवनाथपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही की कर रहे हैं,जिन्हें ओजपूर्ण शैली में प्रखर वक्ता के रूप में जाना जाता है,वह सड़क हो या सदन जहां वो अपनी बात रखने में तनिक भी झिझक महसूस नहीं करते बल्कि सामने वाले यानी विरोधी को अपनी मजबूती का अहसास करा जाते हैं,साथ ही कभी व्यंग्यात्मक बात कहनी हो या कभी किसी राजनीतिक घटनाक्रम पर चुटकी लेनी हो तो एक युवा व्यंव्यकार जैसा शब्दों का ताना बाना बुन चुटकी भी ले लेते हैं,तभी तो मध्य प्रदेश में घटित हुई ताज़ा राजनीतिक घटनाक्रम को अपने राज्य यानी झारखंड की राजनीति से जोड़ते हुए उनका मात्र दो शब्दों का व्यंग्य राज्य की राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय बना हुआ है,उनके द्वारा मात्र इतना ही कहा गया है कि झारखंड का "सिंधिया" कौन..?
कह रहे झारखंड है बाकी:- एमपी यानी मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा अचानक कांग्रेस छोड़ने वाली घटित हुई राजनीतिक घटना पर भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही द्वारा झारखंड का सिंधिया कौन पूछ कर एक व्यंग्यबाण को छोड़ राज्य में सियासी पारे को बढ़ा ही दिया है,लेकिन इतना कहने मात्र से वो नहीं माने और लगे हाथ कह दिया कि एमपी तो झांकी है,महाराष्ट्र,राजस्थान और झारखंड अभी बाकी है,महाराष्ट्र और राजस्थान की बात को किनारे करें तो विधायक द्वारा झारखंड का नाम लेना सत्तापक्ष के सियासतदानों के बीच कोलाहल जरूर ला दिया है।