कृषि महाविद्यालय में हुआ विशेष सम्मेलन का आयोजन


आशुतोष रंजन
गढ़वा

आज पीएचडी चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की ओर से कृषि उपज के वित्त,प्रौद्योगिकी और बाजार लिंकेज के उद्देश्य से कृषि महाविद्यालय गढ़वा में कृषि और खाद्य प्रसंस्करण सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस दौरान उपायुक्त शेखर जमुआर, जिला परिषद अध्यक्ष शांति देवी, उप विकास आयुक्त राजेश कुमार राय, डीडीएम नबार्ड लक्ष्मण कुमार,डीन झारखंड राय एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी डॉ आरपी सिंह रतन,एसोसिएट डीन बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी गढ़वा डॉ डीके साही समेत अन्य द्वारा भी दीप प्रज्ज्वलित किया गया। मंत्री के आगमन पर पारंपारिक ढोल नगाड़ों एवं स्वागत गान के साथ उनका स्वागत किया गया। साथ ही कार्यक्रम में सीनियर रेजिडेंट डायरेक्टर पीएच डीचेंबर ऑफ कॉमर्स मंतोष सिंह द्वारा मंत्री,उपायुक्त एवं जिला परिषद अध्यक्ष समेत सभी अतिथियों को पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया।

उपायुक्त ने बताया सम्मेलन का उद्देश्य: – अपने संबोधन में उपायुक्त द्वारा कार्यक्रम में मंत्री के आगमन को लेकर आभार व्यक्त किया गया। उन्होंने कृषि और खाद्य प्रसंस्करण सम्मेलन में उपस्थित कृषकों के समक्ष सम्मेलन के उद्देश्य के बारे में बताया। उपायुक्त ने किसान उत्पादन संगठन के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए कहा कि आने वाले दिनों में एफपीओ यानी किसान उत्पादन संगठन हमारे कृषक भाइयों के लिए रीढ़ की हड्डी साबित होगी। इसलिए यह आवश्यक है कि हम अपने कृषकों को विभिन्न योजनाओं एवं एफपीओ से जुड़ी जानकारी उपलब्ध कराएं। ताकि वह जागरूक होकर इसका लाभ उठावें एवं अपने प्रोडक्शन का उचित मूल्य हासिल करें।उन्होंने कृषकों को लेकर सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का भी लाभ उठाने को कहा,साथ ही विभिन्न योजनाओं के माध्यम से आर्थिक सहयोग की भी बात कही,जिससे जिले के कृषकों को पूरी तरह से सशक्त किया जा सके। उपायुक्त ने कार्यक्रम में आए टेक्निकल एक्सपर्ट से भी सभी कृषकों को दिए जाने वाले महत्वपूर्ण जानकारियों को ग्रहण कर इसका कृषि के क्षेत्र में उपयोग करने को कहा जिससे कृषि के क्षेत्र में उन्हें माकूल लाभ मिल सके।

मंत्री ने की सराहना: – कार्यक्रम में मंत्री ने उपायुक्त समेत जिला प्रशासन एवं पीएचडी चेंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम के सफल आयोजन की सराहना की।उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से कृषकों को काफी फायदा मिलेगा। हमारा देश कृषि प्रधान देश है और गढ़वा एक ऐसा जिला है जहां हम केवल खेती पर ही निर्भर हैं। हमारा उद्देश्य है कि किसानों की उपज का पूरा लाभ उन्हें मिले इसलिए एफपीओ समेत तकनीकी जानकारी के माध्यमों से उन्हें जागरूक किया जा रहा है। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि आज हम आज किसी भी कार्यक्रम में अन्य राज्यों से फूल लाकर साज सज्जा करते हैं जबकि गढ़वा जिले में ही हमारे पास ऐसे कई उदाहरण हैं जहां किसान फूल की उपज बड़े पैमाने पर कर रहे हैं। जिले में स्ट्रॉबेरी,मशरूम समेत अन्य की भी खेती बड़े पैमाने पर हो रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा कृषकों को लेकर कई योजनाएं बनाई गई हैं। उन योजनाओं की जानकारी कृषक तक पहुंचाना और पूरे योजना का लाभ दिलाना हमारी जिम्मेवारी है। उन्होंने बैंकों से भी कृषक के साथ सहयोग करने की अपील की।कहा कि यदि किसान विभिन्न योजनाओं को लेकर ऋण के लिए आवेदन करते हैं तो बैंक उनके साथ सहयोग करें,जिससे उन्हें ऋण का लाभ मिल सके। उन्होंने सरकारी योजनाओं से जुड़ी विभिन्न जानकारियों को सरलता से कृषक के बीच पहुंचाने हेतु एक सहज बुकलेट तैयार करने को कहा,जिससे किसानों को विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी सरलता से मिल सके एवं योजना का लाभ लेने में उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या ना हो।

डीडीएम ने दी कई महत्वपूर्ण जानकारी: – डीडीएम नाबार्ड लक्ष्मण कुमार द्वारा भी एफपीओ से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातें कही गई।उन्होंने कहा कि किसान अच्छे से फूड प्रोसेसिंग कर अपनी आमदनी में बढ़ोतरी कर सकते हैं। जिले में अब तक कुल 13 एफपीओ बनाया गया है एवं अभी 7 एफपीओ बनाया जाना है। उन्होंने बताया कि फूड प्रोसेसिंग यूनिट क्यों आवश्यक है फूड प्रोसेसिंग यूनिट से किसानों को कितना लाभ मिलेगा एवं किस प्रकार बैंकों से सहायता लेकर किसानों की आमदनी में बढ़ोतरी हो सकती है। इस दौरान उन्होंने एक सहकारिता बैंक खोलने का भी आग्रह किया। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष जिला ने एसएचजी,एसपीओ एवं पैक्स के क्षेत्र में अच्छा कार्य किया है एवं आगे भी अच्छा कार्य किया जा रहा है।उन्होंने सरकार के साथ मिलकर नाबार्ड द्वारा कई महत्वकांक्षी योजना एवं ऑर्गेनिक खेती को लेकर भी कई महत्वपूर्ण जानकारी दी। कार्यक्रम में आए डीन झारखंड राय एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी डॉ आरपी सिंह रतन,एसोसिएट डीन बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी गढ़वा डॉ डीके साही,असिस्टेंट रजिस्ट्रार बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी गढ़वा डॉक्टर सुधीर कुमार सिंह,एलडीएम गढ़वा इंदु भूषण लाल,फाउंडर जोहार पायनियर एवं आउटरीच हेड ग्राम एसोसिएशन राव सम्राट द्वारा कृषकों को तकनीक रूप से कई महत्वपूर्ण जानकारी दी गई।

हुआ चेक का भी वितरण: – कृषि और खाद्य प्रसंस्करण सम्मेलन में मंत्री के साथ साथ उपायुक्त उप विकास आयुक्त एवं जिला परिषद अध्यक्ष शांति देवी व अन्य के द्वारा मौके पर सांकेतिक रूप से पीएमएफएमई,पीएमईजीपी व जेएसएलपीएस के तहत चेक वितरित किया गया, पीएमएफएमई के तहत कुल 5 लाभुकों के बीच 29 लाख 29 हज़ार 358 रुपए के चेक प्रदान किए गए। लाभुकों में क्रमश: अमरेंद्र चौधरी गढ़वा,देवव्रत यादव मेराल,मनोज सिंह डंडई, रितिक रोशन नगर उंटारी एवं राहुल कुमार रमना को सरसों तेल के उत्पादन,गेहूं,दाल,चना के आटा,बेसन व सत्तू आदि का निर्माण,चाउमिन,आचार,मिठाई आदि का निर्माण/उत्पादन एवं पैकेजिंग कर रोजगार में उन्नयन हेतु प्रेरित किया गया, पीएमईजीपी के तहत कुल 5 लाभुकों के बीच 39 लाख 4 हज़ार के चेक वितरित किए गए। इसमें राकेश कुमार मेहता एवं दीपक कुमार गुप्ता नगर उंटारी तथा रितेश कुमार गुप्ता रंका को घानी तेल उद्योग स्थापित करने हेतु जबकि लीला देवी केतार को दूध,पनीर,घी आदि तथा विवेक कुमार गढ़वा को मिठाई निर्माण उद्योग हेतु ऋण उपलब्ध कराए गए। वहीं जेएसएलपीएस के तहत कुल 18 लाभुकों/स्वयं सहायता समूहों के बीच चेक के माध्यम से ऋण वितरित किए गए। इसमें प्रतिमा देवी,मंजू देवी, नायसा बीबी,सुषमा देवी,जाहिदा बीबी व अन्य कुल 18 महिला स्वयं सहायता समूह एवं लाभुकों के बीच कुल 17 लाख 45 हज़ार का चेक अपने-अपने रोजगार यथा आटा,आचार,पापड़,ब्रेड बिस्किट,खाद्य तेल आदि का उत्पादन एवं प्रसंस्करण कर रोजगार उन्नयन हेतु प्रेरित किया गया।

उप विकास आयुक्त ने भी की सहृदय सराहना: – कार्यक्रम के पहले सेशन के अंत में उप विकास आयुक्त राजेश कुमार राय द्वारा मंत्री समेत सभी का आभार व्यक्त किया गया एवं कृषकों के लिए आयोजित इस सम्मेलन की सराहना की गई। इस दौरान मंत्री, उपायुक्त एवं अन्य अतिथियों को स्मृति चिन्ह भी भेंट किया गया। निर्देशानुसार उप विकास आयुक्त ने पहले सेशन की समाप्ति की घोषणा की।

इनकी रही विशेष मौजूदगी: – सम्मेलन में मुख्य रूप से अनुमंडल पदाधिकारी गढ़वा राज महेश्वरम,डीडीएम नबार्ड लक्ष्मण कुमार,डीन झारखंड राय एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी डॉ आरपी सिंह रतन,एसोसिएट डीन बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी गढ़वा डॉ डीके साही,असिस्टेंट रजिस्ट्रार बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी गढ़वा डॉक्टर सुधीर कुमार सिंह, एलडीएम इंदु भूषण लाल, फाउंडर जोहार पायोनियर एवं आउटरीच हेड ग्राम एसोसिएशन राव सम्राट समेत अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारी,कृषि महाविद्यालय गढ़वा के छात्र छात्राएं एवं अन्य मौजूद रहे।