सरकारी काम में अवरोध पैदा करने का है आरोप


आशुतोष रंजन
गढ़वा

कभी देखा जाता है की किसी छोटे मामले में भी आरोपी को त्वरित गिरफ़्तार कर लिया जाता है लेकिन यहां दो माह से ज्यादा वक्त गुज़र जाने के बाद भी आरोपी गिरफ्त से बाहर है,हम बात यहां युवा समाजसेवी दौलत सोनी की कर रहे हैं,जिसके ऊपर सरकारी काम में अवरोध पैदा करने का आरोप है,हो सकता है कुछ लोग सरकारी काम में अवरोध का मतलब ना समझ पाएं तो मैं सीधे रूप में बताऊं की दौलत सोनी के ऊपर 353 धारा के तहत मामला दर्ज़ है,आख़िर दौलत द्वारा ऐसा क्या किया गया की ऐसा मामला दर्ज़ हुआ,इस बावत आपको बताएं की नदी में कचड़ा नहीं फेंके जाने को ले कर दौलत सोनी द्वारा लगातार मुखर हो कर विरोध किया जाता है,उस वक्त भी नदी में कचड़ा डालने पहुंचे नगर परिषद की गाड़ी को रोकते हुए पुरजोर विरोध किया गया था,बस इसी को सरकारी काम में अवरोध का मुख्य वजह मानते हुए नगर परिषद द्वारा मामला दर्ज़ कराया गया,लेकिन आज दो माह से ज़्यादा वक्त गुज़र जाने के बाद भी आरोपी दौलत सोनी का गिरफ्त से बाहर रहना समझ से परे है।