आज फ़िर दुहरा रहा हूं की मैं वादा नहीं ख़्वाब पूरा कर रहा हूं: मंत्री


आशुतोष रंजन
गढ़वा

अनगढ़ गढ़वा को गढ़ते हुए नए स्वरूप में लाने के मद्देनजर अनवरत तीव्र गति से प्रयासरत गढ़वा विधायक सह राज्य के मंत्री मिथिलेश ठाकुर अब तक के विकासीय इतिहास में वो नई इबारत लिखने जा रहे हैं जिसकी कल्पना शायद ही किसी ने की होगी,आपको बताएं की गढ़वा विधानसभा क्षेत्र में सदर प्रखंड के डुमरो,नारायणपुर गांव में एनएच 75 बाईपास के समीप बुधवार को एक साथ करीब 400 योजनाओं का मेगा शिलान्यास मंत्री द्वारा किया जाएगा,इस मेगा शिलान्यास कार्यक्रम की सारी तैयारी पूरी कर ली गई है।

इन विभागों से जुड़ी बहुपयोगी योजनाएं हैं शामिल: – जानकारी देते हुए मंत्री ने बताया कि इस मेगा शिलान्यास कार्यक्रम में ग्रामीण कार्य विभाग,पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल,ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल,कल्याण विभाग, भवन निर्माण विभाग,राष्ट्रीय ग्रामीण नियोजन कार्यक्रम,लघु सिंचाई,भूमि संरक्षण एवं झारखंड शिक्षा परियोजना की लगभग 400 योजनाओं का शिलान्यास किया जाएगा,मंत्री ने कहा कि योजनाएं बहुत सारी हैं, समयाभाव के कारण इनका शिलान्यास नहीं हो पा रहा था,अब एक ही साथ सभी योजनाओं का शिलान्यास किया जाएगा,उन्होंने कहा कि वे शिलान्यास पर विशेष फोकस नहीं करते हैं,बल्कि जल्द से जल्द एवं गुणवत्तापूर्ण कार्य हो यही उनकी प्राथमिकता होती है।

मंत्री जैसे ही करेंगें 400 योजनाओं का मेगा शिलान्यास: – हमने ख़बर का शीर्षक दिया है की शायद अधूरी रह जाएगी कई राजनेताओं के राजनीति की आस,जैसे ही मंत्री करेंगें 400 योजनाओं का मेगा शिलान्यास,हम ऐसा लिखना नहीं चाह रहे थे लेकिन मुझे पिछले दिनों आहूत झारखंड विधानसभा का वो सत्र याद आ गया जब विपक्ष के विधायक द्वारा सदन में मंत्री मिथिलेश ठाकुर के ऊपर यह आरोप लगाया गया की उनके द्वारा सभी योजनाएं लूट कर ले जाई जा रही हैं,जहां तक मुझे समझ है की योजना कोई वस्तु नहीं है जिसे लूट कर ले जाया जाए,जो जनप्रतिनिधि जितना प्रभावकारी होता है,जिसे अपने क्षेत्र में विकास करने की ललक होती है उसके द्वारा उतना प्रयास करते हुए अपने क्षेत्र के लिए योजनाएं स्वीकृत कराई जाती हैं,हां एक और बात तो मैं लिखना ही भूल गया था की उक्त विधायक द्वारा मंत्री को बेईमान भी कहा गया था,सत्र के बाद जब मंत्री अपने क्षेत्र में आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे तो हमने पूछा की आपको तो बेईमान कहा गया,तो उन्होंने जवाब दिया की अपने गढ़वा के विकास के लिए बेईमान क्या मैं हर कुछ सुनने के लिए तैयार हूं,साथ ही यह भी कहूं की आए दिन विपक्ष द्वारा ज़ुबानी वार की जाती है,लेकिन आरोप प्रत्यारोप से बिल्कुल परे केवल अपने काम पर फोकस करने वाले मिथिलेश ठाकुर अनवरत यही कहा करते हैं की मेरे बारे में कही जा रही किसी भी बातों पर मैं तनिक भी ध्यान नहीं देता,क्योंकि मैं आरोप प्रत्यारोप से बिल्कुल जुदा हूं,साथ ही वो कहा करते हैं की मैं अनगढ़ गढ़वा के लोगों की पीड़ा को देखा ही नहीं बल्कि उसे खुद भी जिया हूं,तभी तो आज चुनावी वादा नहीं बल्कि लोगों के साथ साथ देखे गए अपने उस ख़्वाब को पूरा कर रहा हूं जिसे मैं अपने संघर्ष के दरम्यान देखा करता था,मैने पूछा की कोई शिलान्यास करता है और आप एक साथ इतने योजनाओं का मेगा शिलान्यास कर रहे हैं,क्या एकदम राजनेताओं की राजनीति को अधूरा रहने देने का इरादा है तो एक मुस्कुराहट के साथ उन्होंने कहा की अरे नहीं भाई मै केवल अपना काम करता हूं,मेरा बस एक ध्येय है अपने गढ़वा को पूर्ण रूप से नए स्वरूप में विकसित करना और अपने गढ़वा की जनता के सहयोग और आशीर्वाद के ज़रिए मैं उसी काम में अनवरत प्रयासरत हूं।