नहीं पहुंचिएगा मेला में तो होगा अफ़सोस,कह रहे संतोष


आशुतोष रंजन
गढ़वा

गढ़वा जिला मुख्यालय स्थित टाउन हॉल के मैदान में झारखंड हस्त शिल्प मेले में लोगों की भीड़ उमड़ रही है,बारिश भले कभी कभी रुक रुक कर हो रही है,लेकिन मेला में पहुंचने वालों के क़दम नहीं रुक रहे हैं,मेले के प्रति लोगों का उत्साह चरम पर है,लोग अपने परिजनों एवं दोस्तों के साथ मेले में पहुंच रहे हैं,साथ ही अपने पसंद व जरूरत के अनुसार सामान की खरीदारी भी कर रहे हैं,उधर बच्चों को ज्यादा आनंद की अनुभूति हो रही है,क्योंकि उनके लिए कई व्यवस्था की गई है।

कह रहे संतोष: – नहीं पहुंचियेगा मेला में तो होगा अफ़सोस,कह रहे संतोष, जी हां मेला के निदेशक संतोष गुप्ता ने बताया कि वे लोग प्रतिवर्ष यहां मेले का आयोजन करते हैं,लेकिन इस बार का कई मायने में अलग और ख़ास है,यह मेला 4 अगस्त तक रहेगा,इसके बाद दूसरे जिले में इसका संचालन किया जाएगा,सावन माह आने से पहले गढ़वा के लोग मेला का राह ताकना शुरू कर देते हैं,यही वजह है कि इस बार भी लोगों की काफ़ी भीड़ मेले में देखी जा रही है,मेले में 60 अलग-अलग प्रकार के स्टॉल लगाए गए हैं,जहां सभी वर्ग के लोगों के पसंद का ख्याल करते हुए सामग्री लाई गई है,जहां किफायती दर पर मूल्य होने से लोग आराम से खरीदी कर रहे हैं,उन्होंने बताया कि बच्चों के मनोरंजन के अलावे खाने-पीने के भी स्टॉल है,वहीं उत्तर प्रदेश मेरठ के खादी के कपड़े,पानीपत का पर्दा,किचन वैयर,कोलकाता हैंडलूम के कपड़े,बनारसी साड़ी, भागलपुर सूट ड्रेस मैटेरियल, राजस्थानी अचार,उत्तर प्रदेश भदोई का कारपेट,डॉर्मेट, कालीन,लेडीज पर्स,लुधियाना कॉटन सॉक्स,ज्वाला खादी ग्रामोद्योग की दवाईयां,खुर्जा की क्रॉकरी,ब्रांडेड पेंट-शर्ट,बॉम्बे बाजार की लेडीज चप्पल, फिरोजाबाद कांच की चूड़ियां, जयपुर माउथ फ्रेशनर,बच्चों के लिए अनेक प्रकार के खिलोने, महिलाओं के लिए सौन्दर्य प्रसाधन के सामान आदि घरेलू उपयोग में आने वाले सामान का संग्रह है जो आसानी से उपलब्ध हो जाने के कारण लोग अच्छी खासी खरीददारी कर रहे हैं।