ऐसा होना चाहिए समाजसेवी
आशुतोष रंजन
गढ़वा
एक सच्चे समाजसेवी की भूमिका समाज के लिए कैसी होनी चाहिए इसे सदृश्य नुमाया होते देखना हो तो नरेश सिंह की कार्यशैली को देखिए,जो एक समाजसेवी की भूमिका का बखूबी निर्वहन कर रहे हैं,तभी मुझे लिखना पड़ा की सुन्नत से मय्यत तक वो लोगों के बीच मौजूद रह रहे हैं,विश्रामपुर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व और वर्तमान विधायक प्रत्याशी नरेश सिंह समाज के प्रति अपनी जिम्मेवारी को दिली शिद्दत से समझते हुए उसे प्रतितोज नहीं बल्कि प्रतिक्षण निभा रहे हैं,हर रोज़ अपने आवास पर आने वाले लोगों से मिल कर उनकी समस्या को सुनना और उसका अपने सामर्थ्य के अनुसार समाधान करते हुए क्षेत्र के गांव में निकल पड़ते हैं,जहां पहुंच लोगों की पीड़ा को सुन व्यथित होते हुए जहां तक हो सकता है उनकी परेशानी को दूर करते हैं वहीं अगर समस्या जटिल हो तो उसके समाधान के बावत प्रशासनिक स्तर पर प्रयास करते हुए उसका समाधान कराते हैं,उधर जन्म की खुशी में आह्लादित तो किसी के मौत पर गमगीन होते हैं,तभी तो आज हर गांव में ऐसे मौकों पर उनकी मौजूदगी होती है।


तो मय्यत में गमगीन होते हैं वो: – सुन्नत में शामिल हो कर खुश तो मय्यत में शरीक हो गमगीन होते हैं वो,जी हां हम आज की बात करें तो विश्रामपुर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत कांडी प्रखंड के शिवपुर गांव निवासी विश्वनाथ बैठा के बड़े पुत्र मनोज बैठा की पत्नी जो बहुत दिनों से बीमार थी,आज उसके निधन की सूचना मिलते ही वो उसके घर पहुंचे जहां उनके द्वारा शोकाकुल परिवारों के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त की गई तो वहीं उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति हेतु भगवान से प्रार्थना भी की।
इनकी भी रही मौजूदगी: – मौके पर मुखिया प्रतिनिधि अरूण कुमार,वार्ड पार्षद प्रतिनिधि चंद्रदीप बैठा,जिला परिषद सदस्य प्रतिनिधि बाबूलाल बैठा,हरिनाथ चंद्रवंशी,प्रमोद उपाध्याय,सुरेश पासवान गौरीशंकर पांडेय,जयशंकर बैठा,राम बिजय बैठा एवं अन्य कई लोग मुख्य रूप से मौजूद रहे।

