गढ़वा की इस बेटी को जीत दिलाएगा आपका एक वोट


आशुतोष रंजन
गढ़वा

गढ़वा की बेटी पर आख़िर हम किसलिए गर्व करें उस बावत बताने से पहले क्या यह कहना उचित नहीं होगा की पिछड़े जिलों में शुमार होने वाले गढ़वा के बेटे जहां बेरोजगारी के आलम में सुदूर प्रदेशों की ख़ाक छान रहे हैं वहीं एक बेटी के लिए अपनी पढ़ाई के साथ साथ एक मुकाम को पाना कितनी बड़ी चुनौती है,लेकिन उस चुनौती को स्वीकार करते हुए उसने एक बड़ी सफ़लता हासिल करने की दहलीज पर आ पहुंची है,क्या है वो मुकाम आइए आपको इस ख़ास ख़बर के ज़रिए उसके विषय में बताते हैं।

आइए गढ़वा की बेटी एंजल पर गर्व करें: – पिछड़े जिले का सबसे पिछड़ा प्रखंड कांडी जहां लड़कों के लिए शिक्षा पाना मुश्किल सा लगता है वहां बेटियों की पढ़ाई की बात करना बेमानी नहीं बल्कि बेईमानी सा प्रतीत होता है,लेकिन यह भी कहना ज़रूरी है की अब हमारी बेटियां अबला नहीं सबला बन रही हैं,हर परेशानी और चुनौती को स्वीकार करते हुए वो जहां एक ओर विषम हालात में भी पढ़ाई कर रही हैं तो वहीं दूसरी ओर वो अलग गतिविधि में हिस्सा ले कर अपना,अपने परिवार समाज, गांव,क्षेत्र,जिला और राज्य का नाम रौशन कर रही हैं,गढ़वा जिले के परिप्रेक्ष्य में ऐसी कई बेटियों का नाम हम बड़े ही गर्व से लेते हैं,ऐसी ही एक बेटी यह भी है,जो अपने नाम के अनुरूप सच में ख़ुद को परीलोक की परी साबित कर रही है,कांडी निवासी योगेश और पूनम सोनी की बेटी जो फिलवक्त आर के पब्लिक स्कूल के दसवीं वर्ग की छात्रा है,पढ़ने में अव्वल रहने के साथ साथ स्कूल की सांस्कृतिक गतिविधि में भी प्रमुख भूमिका निभाने वाली एंजल ने वो कर दिखाया है जहां पहुंचने की बात कौन करे उसके बारे में सोच पाना भी दुरूह सा लगता है,हम बात यहां मॉडलिंग की कर रहे हैं,अब आप भी सोच रहे होंगे की सच में अपने यहां की लड़कियों के लिए बिल्कुल यह दिवास्वप्न की तरह है,लेकिन एंजल ने उस ख़्वाब को केवल देखा ही नहीं बल्कि उसे पूरा करने की दहलीज पर आ भी पहुंची,एली क्लब प्राइवेट लिमिटेड द्वारा आयोजित मिस टीन इंडिया प्रतियोगिता के ग्रैंड फिनाले में पहुंच चुकी है।

बेटियों को अबला नहीं सबला बनाएं: – जहां समाज पुरानी रूढ़िवादी जड़वत परंपरा के बीच जीवन बसर कर रहा है,लोग भले बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ के नारे को अपनी ज़ुबानी बुलंद कर रहे हों लेकिन फिर भी उनके मन में जड़ तक बैठ चुकी पुरानी प्रथा अभी भी उन्हें बेटियों के प्रति सोचने पर विवश कर देती है,तभी तो वो उन्हें पढ़ाना तो चाहते हैं,डॉक्टर और इंजीनियर बनाने की चाहत रखते हैं लेकिन जैसे ही बेटी यह कहे कि वो फैशन डिजाइनिंग या मॉडलिंग की दुनिया में जाना चाहती है तो एक पल सोचे बिना अभिभावक ऐसा नहीं करने का फ़रमान सुना दिया करते हैं,लेकिन एंजल के माता पिता और उसके पूरे परिवार की गिनती विरले परिवार में होनी चाहिए जिनके द्वारा एक तरफ जहां अपनी बेटी को बेहतर पढ़ाई कराई जा रही है वहीं उनके द्वारा मॉडलिंग के लिए हामी भरी गई,तभी तो उनकी बेटी एंजल रांची में आयोजित क्वार्टर फाइनल और दिल्ली के सेमीफाइनल राउंड को जितने के बाद अब ग्रैंड फिनाले में पहुंच चुकी है,फिल्म अभिनेता अरबाज खान,रैंप गुरु संबिता बोस और कई बड़ी हस्तियों की मौजूदगी में आगामी उन्नीस अगस्त को आयोजित ग्रैंड फिनाले में शिरकत करेगी।

आपका एक वोट उसे दिलाएगा जीत: – ऐसे में अब जरूरत आपकी है,क्योंकि आपका एक एक वोट आपके जिले की बेटी एंजल को विजय श्री दिलाएगा वोटिंग के लिए एंजल ने कहा की आप अपने मोबाइल में Alle स्पेस एंजल श्री टाइप करें और उसे 57575 पर सेंड कर दें।