क्या इस बार की अनियमितता पर लग पाएगी रोक..?


आशुतोष रंजन
गढ़वा

गढ़वा में पदस्थापित उपायुक्त शेखर जमुआर की कार्यशैली के बावत तो हम पहले भी लिख चुके हैं की पूरी तरह पारदर्शिता के साथ कार्य करते हुए जिले में विकासीय कार्य को कार्यान्वित करने वाले उपायुक्त द्वारा कार्यालीय कार्यों पर भी विशेष नज़र रखी जाती है तभी तो समाहरणालय स्थित एक कार्यालय में होने जा रही नियुक्ति के पूर्व ही उसमें बरती जा रही बड़ी अनियमितता की जानकारी उन्हें हो गई,फिर क्या था,उनके द्वारा तत्काल एक जांच कमिटी का गठन कर दिया गया,उधर हम ख़बर के शीर्षक में हड़कंप भी लिखे हैं तो उस विषयक आपको बताएं की पूर्व में भी उक्त कार्यालय में अनुबंध पर नियुक्ति की प्रक्रिया हो चुकी है जिसमें अनियमितता बरती गई थी,उस वक्त भी मामला सामने आया था,जो जिला से ले कर राज्य स्तर तक पहुंचा पर कुछ ख़ास बदलाव नहीं हो सका,सूत्रों की माने तो बार बार अनियमितता बरतने में महारत हासिल कुछ कर्मियों द्वारा इस बार की नियुक्ति प्रक्रिया में भी अपनी भूमिका निभाई जा रही है,जहां योग्य को दरकिनार कर अयोग्य को नियुक्त करने की जुगत भिड़ाई जा रही है,लेकिन गलत काम से बिलकुल समझौता नहीं करने वाले और पूरी तरह सख्ती बरतने वाले उपायुक्त द्वारा जानकारी होने के बाद इस मसले को गंभीरता से लिया गया है,साथ ही जांचीय आदेश के बाद वैसे कर्मियों के साथ साथ पूरे कार्यालय में हड़कंप मचा हुआ है,लेकिन क्या जांच कमिटी सच में जांच करेगी,और नियुक्ति प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से पूरी होगी,यह देखना ज़रूरी होगा।