नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की तैयारी

नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की तैयारी

पुलिस अपना रही ये खुफिया तरीका!



दिवंगत आशुतोष रंजन

प्रियरंजन सिन्हा


बिंदास न्यूज, गढ़वा: नक्सली संगठनों के खिलाफ पलामू जोन में बड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। इस जोन में बचे हुए नक्सलियों को टारगेट किया जा रहा है। पुलिस अधिकारी नक्सलियों से जुड़ी खुफिया जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं। नक्सल अभियान और कार्रवाई को लेकर पूरे जोन में सभी डीएसपी को टास्किंग किया गया है।

दरअसल, पलामू जोन के अंतर्गत आने वाले पलामू, गढ़वा और लातेहार अति नक्सल प्रभावित जिले रहे हैं। हालांकि तीनों जिलों में नक्सली गतिविधि कमजोर हुई है। लेकिन कई टॉप नक्सली कमांडर्स अभी भी बचे हुए हैं।

इन सभी नक्सलियों को टारगेट किया जा रहा है। ताकि पलामू जोन को जल्द से जल्द नक्सल मुक्त किया जा सके। पलामू के जोनल आईजी सुनील भास्कर ने नक्सल अभियान की समीक्ष की है। जिसके बाद एक बड़ी कार्रवाई की योजना तैयार की गई है।

इकट्ठा की जा रही खुफिया जानकारी: पलामू, गढ़वा और लातेहार में नक्सल से जुड़ी हुई खुफिया जानकारी को इकट्ठा किया जा रहा है। पुलिस पुराने मुकदमों का डिटेल खंगाल रही है और सभी नाम का सत्यापन किया जा रहा है। वैसे मुकदमे जो वर्षों से लंबित हैं और उससे जुड़े हुए नक्सली फरार हैं। उन मुकदमों में कुर्की एवं छापेमारी किया जाना है। डीआईजी, एसपी, डीएसपी और सभी थाना प्रभारी नक्सली से जुड़े हुए खुफिया जानकारी इकट्ठा करेंगे और ऑपरेशन का प्लान तैयार करेंगे।

डीएसपी को किया गया है टास्किंग, हर सप्ताह होगी समीक्षा: पलामू जोन में तैनात सभी डीएसपी को नक्सल अभियान को लेकर टास्किंग किया गया है। सभी डीएसपी को हर सप्ताह रविवार को चौकीदारी परेड करने को कहा गया है। साथ ही साथ नक्सली से जुड़े हुए सूचनाओं की समीक्षा करने को कहा गया है। सूचनाओं की समीक्षा के बाद टारगेट बेस्ड नक्सल अभियान चलाया जाएगा।

नक्सल अभियान को लेकर सभी अधिकारियों के साथ बैठक की गई है। जिसमें सूचना तंत्र को मजबूत करने के लिए कहा गया है। इसी क्रम में सभी एसडीपीओ को कहा गया है कि नक्सल थानों में जाकर चौकीदार परेड करें और खुफिया जानकारी की समीक्षा करे। सूचनाओं की समीक्षा के बाद नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाने को कहा गया है। -सुनील भास्कर, आईजी, पलामू जोन।

पलामू जोन में कौन-कौन सी है चुनौती?: पलामू जोन एक तरफ से छत्तीसगढ़ और दूसरी तरफ से बिहार सीमा से सटा हुआ है। भाकपा माओवादियों का ट्रेनिंग सेंटर रहा बूढ़ापहाड़ पलामू जोन में है। लेकिन बूढ़ापहाड़ से माओवादियों की गतिविधि खत्म हो गई है और उन्हें इलाके को छोड़कर भागना पड़ा है।

पलामू, गढ़वा और लातेहार में भाकपा माओवादी के साथ टीएसपीसी और जेजेएमपी जैसे नक्सली संगठन भी सक्रिय हैं। माओवादी कमांडर में नितेश यादव, मनोहर गंझू, संजय गोदराम टारगेट पर है। टीएसपीसी के शशिकांत गंझू, मुखदेव यादव, नगीना, जेजेएमपी के पप्पू लोहरा भी पुलिस के टारगेट पर है।

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Ashutosh Ranjan

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