तारांकित प्रश्न के माध्यम से सदन के पटल पर रखी मांग
दिवंगत आशुतोष रंजन
वीडियो एडीटर आकाश लोहार
गढ़वा
जिस विधानसभा क्षेत्र की सदन में छठे छमाहे भी चर्चा नहीं होती थी। अब एक दिन में कई बार हो रही है उसकी चर्चा। हरेक घर, गांव व टोले की व्यथा से परिचित प्रतिनिधि को चुन कर भेजने का बेहतर परिणाम अवश्य मिलने की अब जाकर जगी है आस। कैसे आइए इस खबर के जरिए आपको बताते हैं
विश्रामपुर विधायक नरेश सिंह ने तारांकित प्रश्न के माध्यम से अपने क्षेत्र की कई ज्वलंत समस्याओं के समाधान की मांग विधानसभा के पटल पर रखी है। झारखंड विधानसभा में विश्रामपुर क्षेत्र से विधायक नरेश प्रसाद सिंह ने विधानसभा सत्र की कार्यवाही में भाग लेते हुए तारांकित प्रश्न के माध्यम से क्षेत्र के विश्रामपुर, नावा बाजार, पांडू, ऊंटारी रोड, मझिआंव बरडीहा एवं कांडी प्रखंडों के लिए अग्नि शमन वाहनों की मांग की है। उल्लेखनीय है कि इन प्रखंडों में आग लग जाने पर उसे बुझाने की कोई तकनीकी व्यवस्था उपलब्ध नहीं है। जब तक लोग डीजल पंप, इलेक्ट्रिक मोटर, चापाकल, सिंचाई कूप आदि से पानी ले जाकर आग बुझाने का प्रयत्न करते हैं तब तक एक घर से फैलते हुए आग कई घरों को चपेट में ले लेती है। इस हालत में हजारों का नुकसान लाखों में बदल जाता है। प्रखंड मुख्यालय में अग्निशामक वाहन की मुकम्मल व्यवस्था हो तो आग जैसी विपदा के समाधान का उपाय हो सकता है। इस विपदा को बतौर समाज सेवी कई बार देखने एवं सैकड़ो पीड़ितों को सहयोग करने वाले विधायक नरेश सिंह ने इसके कारगर समाधान के लिए अग्निशामक वाहन की मांग की है। विधायक नरेश सिंह ने तारांकित प्रश्न के माध्यम से ही अपने विधानसभा क्षेत्र के घासीदास पंचायत जो अति पिछड़ा एवं उग्रवादी क्षेत्र में अवस्थित है के लिए कौड़िया में पुलिस पिकेट की मांग की है। उन्होंने कहा है कि घासीदास पंचायत से पांडू एवं विश्रामपुर थाना की दूरी काफी अधिक होने के कारण समय पर लोगों को सहयोग नहीं मिलने से काफी दिक्कत होती है। कौड़िया गांव में पुलिस पिकेट सरकार स्थापित कर देती है तो इस समस्या का कारगर समाधान उपलब्ध हो जाएगा। विधायक नरेश सिंह ने तारांकित प्रश्न के माध्यम से ही कांडी, बरडीहा, नावा बाजार एवं ऊंटारी रोड प्रखंड स्थित अस्पतालों में डॉक्टर के पदस्थापन एवं एंबुलेंस की दुरुस्त व्यवस्था की मांग की है। उन्होंने कहा कि घनी आबादी वाले इन प्रखंडों में अस्पताल एवं स्वास्थ्य केंद्र, स्वास्थ्य उपकेंद्र तो स्थापित है। लेकिन इनमें डॉक्टर पदस्थापित नहीं हैं। जिससे आज भी लोगों को झोलाछाप से इलाज कराना या झाड़ फूंक पर निर्भर रहना पड़ता है। इस स्थिति को बतौर समाज सेवी 10 साल तक देखने एवं लोगों को सहयोग करने वाले विधायक नरेश सिंह ने इसका एकमात्र समाधान इन अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केदो में पर्याप्त संख्या में डॉक्टर की पोस्टिंग एवं मरीज को बाहर ले जाने के लिए सभी जगह दुरुस्त हालत में सभी व्यवस्थाओं के साथ एंबुलेंस की मांग सरकार से की है। जिससे हारी बीमारी के गाढ़े समय में लोगों को इलाज मयस्सर हो सके।