मस्टर रौल पर साइन व बकाया भुगतान के लिए मांगे थे पाँच हजार की घूस
दिवंगत आशुतोष रंजन
प्रियरंजन सिन्हा
गढ़वा : आज फिर मनरेगा का एक सबसे छोटा पुर्जा गिरफ्तार किया गया। जबकि मनरेगा के बड़े पुर्जे कभी हाथ नहीं आते। जिला मुख्यालय के पड़ोस में स्थित कोरवाडीह पंचायत में मनरेगा योजना के तहत डोभा निर्माण कार्य के बकाया भुगतान और मस्टर रौल पर हस्ताक्षर के एवज में रोजगार सेवक द्वारा रिश्वत मांगने का मामला सामने आया है। इस घटना से पीड़ित अखिलेश चौधरी पिता रामकुंवर चौधरी, निवासी ग्राम कोरवाडीह, पोस्ट कल्याणपुर, थाना एवं जिला गढ़वा ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, पलामू को आवेदन देकर बताया कि उनके नाम से मनरेगा योजना (वर्क कोड : 3407001014/IF/7080903156385 स्वीकृत है। कार्य पूर्ण होने के बाद जब उन्होंने रोजगार सेवक गुलजार अंसारी से भुगतान और हस्ताक्षर के लिए संपर्क किया तो उनसे 5,000 रुपये रिश्वत की मांग की गई।
आवेदक ने रिश्वत देने से इन्कार करते हुए मामले की शिकायत की। जिसके आधार पर पलामू ब्यूरो की टीम ने मामले का सत्यापन किया। सत्यापन के दौरान भी आरोपी गुलजार अंसारी ने 5,000 रुपये लेकर कार्य करने की हामी भरी। जिससे रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई।
इसी आधार पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, पलामू थाना में कांड संख्या-03/2025, दिनांक 22.04.2025 को धारा 7 (a), P.C. (संशोधन) अधिनियम 2018 के तहत मामला दर्ज किया गया।
दंडाधिकारी और दो स्वतंत्र साक्षियों की उपस्थिति में गुलजार अंसारी पिता स्व. मो. अली अंसारी, ग्राम कंचनपुर, थाना रंका, जिला गढ़वा, जो वर्तमान में कोरवाडीह पंचायत में रोजगार सेवक के पद पर कार्यरत हैं, को पीड़ित अखिलेश चौधरी से 5,000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।