बाजा गाजा के साथ जयकारा लगाते 251 कलश यात्रियों ने लिया भाग
नंगे पैर 10 किमी की पैदल यात्रा कर सोन नदी में भरा अभिमंत्रित जल
दिवंगत आशुतोष रंजन
प्रियरंजन सिन्हा
गढ़वा : जिलांतर्गत प्रखंड मुख्यालय पंचायत कांडी के नयनाबार गांव में नवनिर्मित सूर्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा यज्ञ को लेकर सोमवार को कलश यात्रा निकाली गई। इस दौरान 251 कलशधारियों ने नंगे पैर 10 किलोमीटर की पैदल यात्रा करके पावन सलिला सोन से अभिमंत्रित जल लाकर मंदिर परिसर में स्थापित किया। प्रखंड एवं पंचायत कांडी अंतर्गत नयनाबार गांव में सूर्य मंदिर का भव्य निर्माण कराया गया है। इस मंदिर में भगवान भास्कर की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तीन दिवसीय यज्ञ का आयोजन किया गया है। जिसका शुभारंभ सोमवार की सुबह निकाली गई कलश यात्रा से की गई। इस दौरान रंग-बिरंगे परिधानों में सजे कलश यात्रियों के पवित्र कलशो का यज्ञाचार्य पंडित सीताराम तिवारी के नेतृत्व में अन्य यज्ञ पुरोहितों ने मंदिर परिसर में संकल्प कराया। इसके बाद विधिवत कलश यात्रा प्रारंभ हुई। मुख्य यजमान के रूप में कांडी पंचायत के पूर्व मुखिया विनोद प्रसाद एवं उनकी धर्म पत्नी संजू देवी प्रधान कलश धारण किए हुए थे। शेष 249 कलश यात्री हाथों में धर्म ध्वजा लिए भगवान भास्कर सहित विभिन्न देव शक्तियों का जयकारा लगाते एवं भक्ति गीत गाते 5 किलोमीटर की यात्रा तय करके दारीदह गांव में सोन नदी की पवित्र धारा के निकट पहुंचे। वहां यज्ञाचार्य पंडित सीताराम तिवारी एवं अन्य यज्ञ पुरोहितों के द्वारा पहले गणेश पूजा के बाद गंगा मां एवं वरुण देवता की पूजा अर्चना की गई। देव शक्तियों के तुमुल जय घोष के साथ सबसे पहले मुख्य यजमान विनोद प्रसाद एवं धर्मपत्नी संजू देवी ने प्रधान कलशो में अभिमंत्रित जल भरा। इसके बाद शेष कलश यात्रियों ने भी अपने-अपने कलशो में अभिमंत्रित जल भरकर वापसी यात्रा शुरू की। देव शक्तियों का जयकारा लगाते एवं सूर्य भगवान तथा भगवती का भक्ति गीत गाते सभी वापस नवनिर्मित मंदिर पहुंचकर मंदिर की परिक्रमा करके अपने अपने कलशो को स्थापित किया। इसके बाद सभी कलश यात्रियों को महाप्रसाद प्रदान किया गया। इसी के साथ आज पहले दिन प्रतिमा का अन्नाधिवास कराया गया। मालूम हो कि कुछ लोगों को छोड़कर पूरे गांव के लोगों ने मंदिर निर्माण में यथाशक्ति अंशदान किया है। जबकि जैलेंद्र प्रसाद गुप्ता ने उदयपुर से भगवान की प्रतिमा लाकर प्रदान की है। कलश यात्रा में कुमारी सलोनी, कुमारी साक्षी, पुष्पा देवी, मधु कुमारी, खुशबू गुप्ता, शकुंतला देवी, गीता देवी, सरोजा देवी, संतरा देवी के साथ सैकड़ो लोग शामिल थे।
