कोचिंग, टेस्ट और विज्ञापनों के पीछे भागने के बजाय स्वयं पढ़िए
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दिवंगत आशुतोष रंजन
प्रियरंजन सिन्हा
बिंदास न्यूज, गढ़वा
सिविल सेवा की तैयारी आपके ज्ञान के साथ साथ आपके धैर्य और गंभीरता का भी परीक्षण है। कोचिंग, टेस्ट और विज्ञापनों के पीछे भागने के बजाय स्वयं पढ़िए। आजकल सब आसानी से उपलब्ध है। इंटरनेट का रचनात्मक उपयोग करें। पैटर्न को ध्यान में रखते हुए प्रयास जारी रखें। जेपीएससी की प्रतियोगिता परीक्षा में 133 वें रैंक पर सफल साकेत कुमार तिवारी ने कंपीटिशन की तैयारी कर रही पिछली पीढ़ी को उक्त संदेश दिया।
साकेत का झारखंड शिक्षा सेवा में क्लास 2 के पदाधिकारी के रूप में चयन हुआ है। साकेत दिल्ली से दैनिक भास्कर से बात कर रहे थे। ईमानदारी के साथ सही दिशा में किया गया प्रयास निश्चित रूप से सफल होता है। यह कहना है झारखंड लोक सेवा आयोग में बतौर अधिकारी चयनित साकेत कुमार तिवारी के शिक्षक पिता राम विनय तिवारी का। अपने पुत्र साकेत कुमार तिवारी को लक्ष्य की ओर ध्यान केंद्रित कर अथक परिश्रम करने वाला युवक बताते हुए कहा कि साकेत शुरू से ही मेहनती एवं लगनशील रहा है। जिला के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान शांति निवास उच्च विद्यालय में विज्ञान के शिक्षक राम विनय तिवारी मूल रूप से बरडीहा प्रखंड अंतर्गत कुंदरहे गांव के निवासी हैं। यह गांव शिक्षित एवं बुद्धिजीवी लोगों के गांव के रूप में शुरू से ही ख्याति प्राप्त है। साकेत ने मैट्रिक की परीक्षा झारखंड अधिविद्य परिषद से शांति निवास हाई स्कूल के छात्र के रूप में वर्ष 2012 में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण किया था। उसके बाद आईएससी आदित्य बिरला पब्लिक स्कूल रेहला से उत्तम सफलता के साथ पूर्ण किया। जबकि गणित से बीएससी की परीक्षा उसने इवनिंग क्रिश्चियन कॉलेज इलाहाबाद से उत्तीर्ण की। जबकि इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय – इग्नू से हिंदी विषय के साथ एमए की परीक्षा में सफल रहे। प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी साकेत ने इलाहाबाद में रहकर की है। पिताजी ने कहा कि शुरू से मेहनती व लगनशील साकेत में इलाहाबाद में स्टडी करते हुए काफी निखार आया है। उन्होंने बताया कि बिहार लोक सेवा आयोग के 70 वीं बैच के मेंस की परीक्षा भी साकेत ने दी है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की भी मेंस की परीक्षा दे चुके हैं। साकेत का लक्ष्य यूपीएससी क्रैक करके आइएएस पदाधिकारी बनकर देश की सेवा करना है। उन्होंने यूपीएससी का भी प्रीलिम्स परीक्षा बेहतर सफलता के साथ उत्तीर्ण कर ली है। अगस्त में यूपीएससी के मेंस की परीक्षा देनी है। विनय तिवारी का एक लड़का एवं एक लड़की हैं। वर्तमान में साकेत की बहन स्नेहा तिवारी बीएड करने के बाद गणित से एमएससी कर रही है। यह पूछे जाने पर की परीक्षा फल की जानकारी कब मिली। उन्होंने कहा कि 4:00 बजे भोर में सर्वप्रथम जेपीएससी में सफलता की सूचना मिली। जिससे मैं, पत्नी करुणा तिवारी और पुत्री स्नेहा तिवारी काफी खुश हुए। यद्यपि कि हम लोगों को यह पूरा विश्वास था कि साकेत जिस परीक्षा में बैठेंगे उसमें सफलता निश्चित है। उन्होंने अगली पीढ़ी को लक्ष्य निर्धारित करके लगन के साथ पूरी ईमानदारी से मेहनत करने की सलाह दी है। बतौर एक शिक्षक उन्होंने कहा कि मेरा दावा है कि परिश्रम कभी व्यर्थ नहीं जाता। बशर्ते उसके प्रति आपका डेडीकेशन होना चाहिए। साकेत अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता की सही परवरीश, प्रेरणा एवं गुरुजनों का शिष्य के प्रति किए गए श्रम एवं मार्गदर्शन को देते हैं। कहा कि उनका लक्ष्य यूपीएससी क्रैक करना है। इसके बीच की सफलताएं इस मार्ग के छोटे बड़े पड़ाव हैं। जिनसे होकर ही गंतव्य तक पहुंचना है।








