अवैध शराब के बड़े कारोबार के विरूद्ध बड़ी कार्रवाई

अवैध शराब के बड़े कारोबार के विरूद्ध बड़ी कार्रवाई

एसडीएम ने अवैध शराब को लेकर मझिआंव में की छापेमारी

दो भट्ठियां ध्वस्त, 20 क्विंटल अर्द्ध निर्मित शराब विनष्ट

12 ड्रम एवं अन्य उपकरण भी मौके पर किये गये नष्ट



दिवंगत आशुतोष रंजन

प्रियरंजन सिन्हा
बिंदास न्यूज, गढ़वा


गढ़वा : सिविल पदाधिकारी संजय कुमार ने सैन्य अधिकारी की चुस्ती फुर्ती व अदम्य साहस के साथ गढ़वा में दर्जनों कार्रवाइयों को अंजाम दिया है। इसी तरह के एक कारनामे की कहानी आइए आपको भी बताते हैं। सदर अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार ने शुक्रवार को मझिआंव थाना अंतर्गत रामपुर गांव में औचक छापेमारी कर अवैध शराब निर्माण के एक बड़े अड्डे को नेस्तनाबूद कर दिया। यहां हर महीने टनों की मात्रा में अवैध शराब निर्माण के प्रमाण मिले हैं। एसडीएम को विभिन्न स्रोतों से मझिआंव क्षेत्र में अवैध शराब के बड़े स्तर पर कारोबार की सूचनायें प्राप्त हो रहीं थीं। बीते बुधवार को “कॉफी विद एसडीएम” कार्यक्रम के दौरान भी कई समाज सेवकों ने अवैध शराब निर्माण को लेकर चिंता जताई थी। उनका कहना था कि त्योहारों के दौर में नशाखोरी त्यौहार के रंग में भंग डाल देती है। इसलिए यदि नशाखोरों पर अंकुश लगाना है तो अवैध शराब के अड्डे पूरे अनुमंडल क्षेत्र से नष्ट करने होंगे। शुक्रवार को संजय कुमार ने अपने निजी सुरक्षा कर्मियों की मदद से मझिआंव मेराल रोड स्थित रामपुर गांव में पहाड़ी की तलहटी में अवैध महुआ शराब निर्माण के एक बड़े अड्डे को ध्वस्त कर दिया।

अवैध शराब कारोबारी फरार, बस्ती में सन्नाटा: एसडीएम ने बताया कि चूंकि काफी दूर तक कच्चे रास्ते से होकर वहां जाना पड़ा, इसलिए गाड़ी काफी दूर खड़ी करनी पड़ी। फल स्वरुप संभवत: भनक लगते ही अवैध शराब निर्माण कारोबारी पहले ही भाग खड़े हुए। छापेमारी देखकर बस्ती टोला के लोग भी अपने अपने घरों में चले गए। इसलिए शराब कारोबारियों के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं मिली। किंतु कुछ निकट गांव के बुजुर्ग लोगों से जो जानकारी मिली है उसके अनुसार उक्त अवैध भट्ठियां किसी ओमप्रकाश, अखिलेश तथा रामजीवन के द्वारा संयुक्त रूप से चलायी जा रही हैं। इस संदर्भ में जांचोपरांत उपरोक्त तीनों पर आवश्यक कार्रवाई करने हेतु उत्पाद अधीक्षक को मौके से ही एसडीएम के द्वारा बोला गया है।

मौके पर बनती मिली शराब: सर्च अभियान के दौरान झाड़ियों के बीच से धुआं उठता देख जैसे ही वहां जाकर देखा गया तो जलती हुई भट्ठी में शराब बनती हुई मिली। निर्मित शराब को कंटेनर सहित नाले में फेंक दिया गया। वहीं 10 बडे़ ड्रमों में लगभग 20 कुंतल अर्ध निर्मित शराब तथा दो खाली ड्रम मिले। इस अर्धप्रसंस्कृत शराब को मौके पर ही मिट्टी और कीचड़ के बीच बहा दिया गया। इतनी बड़ी मात्रा में अर्ध निर्मित शराब बहाने से ऐसा लग रहा था मानो वहां शराब की छोटी नदी बह रही हो। बहा देने के बाद सभी खाली हो चुके ड्रमों को सामूहिक रूप से इकट्ठा कर मौके पर जल रही भट्टी में ही जला दिया गया।

थाना प्रभारियों की जिम्मेदारी होगी तय: अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा कि इतनी बड़ी मात्रा में दिनदहाड़े अवैध शराब का निर्माण होते पाया जाना, वह भी खुलेआम बस्ती में संचालित होना पूरी तरह से अस्वीकार्य है। भविष्य में यदि इस प्रकार के अवैध शराब के बड़े अड्डे खुल्लम खुल्ला कहीं मिलते हैं तो उत्पाद विभाग के साथ-साथ संबंधित थाना प्रभारियों की भी जिम्मेदारी तय करते हुए जिले और राज्य के वरीय पदाधिकारियों को प्रतिवेदित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अवैध शराब कारोबारी विधि व्यवस्था की दृष्टिकोण से हमेशा संवेदनशील विषय रहे हैं। इसलिए सदर अनुमंडल क्षेत्र में पहले भी उन्होंने लगभग एक दर्जन बार छापेमारी की है। आगे भी यह अभियान जारी रहेगा।

स्थानीय लोग सूचना दें: संजय कुमार ने स्थानीय नागरिकों से भी अपील की है कि यदि उनके आसपास इस प्रकार के अवैध शराब के अड्डे या अन्य नशीली वस्तुओं जैसे गांजा, चरस, हीरोइन आदि के अड्डों की जानकारी हो तो वे स्थानीय पुलिस, उत्पाद विभाग, नारकोटिक्स या स्वयं उन्हें जानकारी (एसडीएम) को दें। जानकारी देने वालों का नाम पता गोपनीय रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि युवाओं में तेजी से बढ़ती नशाखोरी समाज के लिए घोर चिंता का विषय है। किंतु समाज को नशा मुक्त करने के लिए स्वयं समाज को भी आगे आना होगा।

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Ashutosh Ranjan

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