धार्मिक उन्माद के सहारे अपने निकम्मेपन से ध्यान भटका रहे विधायक सत्येंद्रनाथ – धीरज दुबे

धार्मिक उन्माद के सहारे अपने निकम्मेपन से ध्यान भटका रहे विधायक सत्येंद्रनाथ – धीरज दुबे

गढ़वा विधानसभा की जनता भगवान भरोसे – धीरज दुबे



दिवंगत आशुतोष रंजन

प्रियरंजन सिन्हा
बिंदास न्यूज, गढ़वा


गढ़वा : झारखंड मुक्ति मोर्चा के मीडिया पैनलिस्ट सह केंद्रीय सदस्य धीरज दुबे ने गढ़वा विधानसभा की स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि यहां की जनता पूरी तरह भगवान भरोसे जी रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि जनता ने जिस विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी को वोट देकर चुना, वह जनता के बीच से पूरी तरह लापता हैं। उनके स्थान पर एक डमी विधायक के रूप में प्रतिनिधि सक्रिय हैं, जो जनता का शोषण करने में लगे हुए हैं।

धीरज दुबे ने कहा कि गढ़वा विधानसभा में चुनाव के बाद से यथास्थिति बनी हुई है। विकास की गाड़ी जहां थी वहीं रुकी हुई है। विकास कार्यों में गढ़वा को एक कदम भी आगे बढ़ाने का प्रयास नहीं किया जा रहा है। समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं, समस्याएं तो दूर सुख या दुख में शामिल होने के लिए भी विधायक उपस्थित नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक के लापता रहने से जनता की सुनवाई नहीं हो रही और लोग छोटे-छोटे कामों के लिए भी भटकने को मजबूर हैं।

पैरवी और काम कराने के नाम पर शोषण:

झामुमो नेता ने खुलासा किया कि विधायक प्रतिनिधि, जो खुद को सर्वेसर्वा समझ बैठा है, जनता से पैरवी और काम कराने के नाम पर शोषण कर रहा है। उन्होंने कहा कि “जनता ने विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी को चुना था, लेकिन आज गढ़वा में एक डमी विधायक शासन कर रहा है। लोग समस्याओं के समाधान के लिए उन्हीं का दरवाजा खटखटाने को मजबूर हैं। यह लोकतंत्र और जनता दोनों के साथ विश्वासघात है। सिर्फ जनता ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय पार्टी कहे जाने वाली भाजपा के कार्यकर्ता भी विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी तक पहुंचाने के लिए उस प्रतिनिधि का चरण चुंबन करने को मजबूर हैं।

चुनाव में मदद करने वाले और काम करने वालों को साइडलाइन कर दिया गया है। जो उगाही कर कमीशन विधायक को पहुंचा रहे हैं वही नियर एंड डियर बने हुए हैं।

श्री दुबे ने यह भी आरोप लगाया कि विधायक अपने निकम्मेपन को छुपाने और जिम्मेदारी से ध्यान भटकाने के लिए धार्मिक उद्मद फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। अपनी जिम्मेदारी को पूरा करने की बजाय शहीद एवं स्वतंत्रता सेनानियों को भी जाति और धर्म में बांटने का प्रयास किया जा रहा है। विधायक इस भ्रम में हैं कि जाति और धर्म का भेदभाव कर वह जनता का ध्यान मूलभूत समस्याओं से भटका लेंगे।

विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी और उनके प्रतिनिधि के करतूत पर धीरज दुबे ने चेतावनी दी कि अगर हालात ऐसे ही बने रहे तो गढ़वा की जनता आने वाले समय में इस शोषण और उपेक्षा का जवाब जरूर देगी। लोगों ने जिस भरोसे के साथ सत्येंद्रनाथ तिवारी को विधायक चुना था, उस भरोसे को तोड़ा गया है। जनता अब सब देख रही है और आने वाले चुनाव में इसका हिसाब लेगी।

धीरज दुबे ने कहा कि वे जनता की आवाज़ को लगातार उठाते रहेंगे और गढ़वा की उपेक्षा को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेंगे।

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Ashutosh Ranjan

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