प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (पैक्स) के साथ एसडीएम ने किया संवाद

प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (पैक्स) के साथ एसडीएम ने किया संवाद

सहकारी समितियां किसानों की समृद्धि के लिए हैं निजी व्यवसाय को नहीं : एसडीएम

फर्जी या छद्म किसानों से धान अधिप्राप्ति के मामले में होगी एफआईआर

पैक्स के सशक्तिकरण के लिए मिलेगा हर संभव प्रशासनिक सहयोग : एसडीएम




दिवंगत आशुतोष रंजन

प्रियरंजन सिन्हा
बिंदास न्यूज, गढ़वा


गढ़वा : सदर एसडीएम संजय कुमार के नियमित साप्ताहिक संवाद “कॉफी विद एसडीएम” कार्यक्रम के तहत आज बुधवार को अनुमंडल क्षेत्र की प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (PACS) के अध्यक्षों, सचिवों और सहकारिता पदाधिकारी/ कर्मचारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में PACS समितियों की कार्यप्रणाली, किसानों को दी जा रही सेवाओं की गुणवत्ता, बीज वितरण, धान अधिप्राप्ति तथा वित्तीय लेन-देन में पारदर्शिता सुनिश्चित करने पर विस्तृत चर्चा हुई। इस दौरान समितियों की विभिन्न व्यवहारिक समस्याओं और परेशानियों को सुना गया, कई समस्याओं के बारे में संबंधित पदाधिकारियों को मौके से ही निर्देश दिए गए।

प्रशासनिक अपेक्षाएं जो एसडीएम ने सदस्यों के समक्ष रखीं: एसडीएम संजय कुमार ने कहा कि सहकारी समितियों का उद्देश्य किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है, न कि निजी लाभ अर्जित करना। वैसे भी सभी लोग किसान पहले हैं अध्यक्ष या सचिव बाद में, इसलिए सभी सदस्य हर दिन किसान हित के बारे में सोचें। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी PACS में भ्रष्टाचार, फर्जीवाड़ा या गैर-किसानों के नाम पर ऋण वितरण एवं धान खरीद जैसी गतिविधियों को कदापि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी भुगतान और वसूली केवल बैंक खाते के माध्यम से ही नियमानुसार किए जाएं, नकद लेन देन से यथासंभव परहेज करें। सभी को नियमित विभागीय ऑडिट कराने का भी निर्देश दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि धान खरीद केवल वास्तविक किसानों से ही की जाए, बिचौलियों से धान खरीद पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही गैर-किसान, मृत व्यक्ति या फर्जी नाम से धान खरीदी पाए जाने पर संबंधित सचिव और अध्यक्ष के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की जाएगी तथा हानि की राशि की वसूली व्यक्तिगत रूप से की जाएगी। बताया कि कुछ ही हफ्ते में आधिकारिक तौर से धान अधिप्राप्ति शुरू हो जाना है, इसको लेकर निर्देश दिया गया कि उस दौरान धान बेचने वाले किसानों की सूची, मात्रा और भुगतान स्थिति को PACS भवन तथा पंचायत कार्यालय के सूचना पट्ट पर सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित किया जाए।
उन्होंने आगे कहा कि सभी PACS में शिकायत पेटी लगाई जाए और प्राप्त शिकायतों की नियमित समीक्षा प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा की जाए। संभव हो तो PACS गोदामों में CCTV कैमरे लगाने पर भी बल दिया जाये। समितियों की सदस्य संख्या बढ़ाने को लेकर भी अभियान चलाने का सुझाव दिया गया। उन्होंने कहा कि पैक्स समितियों को सशक्त करने के लिए प्रशासन हर संभव सहयोग करने को तैयार है।

सहभागिता: कार्यक्रम में जिला सहकारिता पदाधिकारी नीलम कुमारी, सहकारिता प्रसार पदाधिकारी पास्कल डुंगडुंग, प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी हाशिम अंसारी विभिन्न PACS समितियों के प्रतिनिधि और संबंधित कर्मचारी उपस्थित रहे। एसडीएम ने सभी से पारदर्शिता, ईमानदारी और किसानों के हितों की रक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता बनाने का आह्वान किया।

समस्याएं जो उठाई गई: लमारी कला पैक्स के अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने कहा कि सहकारी समितियों को खाद वितरण में प्राथमिकता मिलनी चाहिए। मेराल के गेरुआ पंचायत के पैक्स अध्यक्ष आशीष कुमार चौबे ने बताया कि राईस मील वाले लोग ससमय धान का उठाव नहीं करते हैं इससे भंडारण की समस्या हो जाती है। जरही पंचायत के वीरेंद्र यादव तथा राणडीह पंचायत के सत्येंद्र चौबे ने बतायया कि उनके पास पैक्स का अपना भवन नहीं है। महुलिया पैक्स के सुदेश्वर दुबे ने बताया कि वे 2023 से चुनाव जीतकर अध्यक्ष बने हैं किंतु अभी तक उनके पूर्ववर्ती अध्यक्ष ने उन्हें फर्नीचर, बांट, उपकरण आदि हैंड ओवर नहीं किए हैं, उपरोक्त सभी मामलों को लेकर जिला सहकारिता पदाधिकारी को आवश्यक कार्रवाई करने को कहा गया।

खरोंदा पंचायत के संजय मेहता, छतरपुर पैक्स के सनाउल्लाह अंसारी , जाटा पंचायत के शिव नारायण मेहता, रामपुर पैक्स के रविंद्र सिंह आदि ने भी अपनी-अपनी समस्याएं रखीं। गाढ़ाखुर्द पैक्स के अध्यक्ष अनूप कुमार दुबे ने बताया कि गोदाम निर्माण में स्थानीय लोग भूमि विवाद उत्पन्न कर रहे हैं, इस पर एसडीएम की ओर से लिखित आवेदन देने को कहा गया। सोनेहारा (डंडई) तथा भीखी (डंडा प्रखंड) की समितियों द्वारा बताया गया कि उन्हें अंचल से अब तक जमीन उपलब्ध नहीं हो पाई है इसलिए गोदाम नहीं बन पा रहा है इस पर संबंधित सीओ को मौके पर निर्देश दिया गया।

इस दौरान कुछ समितियों ने अतिरिक्त कार्यशील पूंजी की मांग की, वहीं कुछ लोगों ने प्रशिक्षण और अनुज्ञप्ति नवीनीकरण की बात की, इस पर संबंधित पदाधिकारी को नियमानुसार आवश्यक उपाय करने को कहा गया। डंडई पैक्स के अध्यक्ष अरविंद कुमार ने बताया कि उन्होंने अपनी पैतृक भूमि दान कर 200 मेट्रिक टन का गोदाम बनवाया है, वे किसानों को स्वयं अपने स्तर से माइक लगाकर जागरुक करते हैं। उन्होंने किसानों के लिए कोल्ड स्टोरेज सुविधा भी दी है, रिटेल आउटलेट बनवाया है। इस पर एसडीएम ने उनकी प्रशंसा करते हुए उनके यहां विजिट पर आने को कहा। तसरार पैक्स के अध्यक्ष मंगल यादव, करके पैक्स के कन्हैया प्रजापति, लवाही कला के राजकुमार प्रसाद, कल्याणपुर के आफताब अंसारी, तेनार के विजय गुप्ता आदि ने भी अपनी समस्याओं को रखा।

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Ashutosh Ranjan

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