सरकारी चापानलों में मोटर लगाकर निजी सिंचाई करना दंडनीय
सार्वजनिक हैंडपंपों को अतिक्रमण मुक्त कराने हेतु पेयजल विभाग और बीडीओ को दिया निर्देश
दिवंगत आशुतोष रंजन
प्रियरंजन सिन्हा
गढ़वा : सदर अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार ने व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से प्राप्त शिकायत के आलोक में मेराल के बाना गांव में तीन सरकारी चापाकलों से निजी मोटर के कनेक्शन खुलवाए। साथ ही हिदायत दी कि यदि भविष्य में इस प्रकार की पुनरावृत्ति हुई तो सबमर्सिबल मोटर की जब्ती के साथ-साथ उन पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक हैंडपंप हर किसी के उपयोग के लिए है न कि निजी मोटर डालकर खेती-बाड़ी और सिंचाई करने के लिए। उन्होंने पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता और सभी बीडीओ को भी पत्र लिखकर कहा जा रहा है कि उनके द्वारा विभिन्न योजनाओं के तहत लगाए गए हैंडपंप सरकारी संपत्ति हैं। इसलिए अपनी इन संपत्तियों का अपने स्तर से सर्वेक्षण करवा लें। जहां पर उन्हें इन चापाकलों पर अतिक्रमण या निजी कब्जा दिखे तो वे या तो स्वयं अपने स्तर से अतिक्रमण हटवाना सुनिश्चित करें या अंचल अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर इन्हें कब्जा मुक्त करवाए या फिर वे अनुमंडल कार्यालय को इस बात की सूचना दें। उन्होंने कहा कि गढ़वा पेयजल संकट से जूझने वाला जिला है। ऐसे में हैंडपंप बहुत बड़ा सहारा होते हैं, किंतु जब एक चापाकल किसी व्यक्ति विशेष द्वारा गिरफ्त में ले लिया जाता है तो इससे एक बड़ी आबादी को पेयजल की दिक्कत हो जाती है।
इस कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे। स्थानीय ग्रामीणों ने निजी उपयोग में लाये जा रहे सरकारी हैंडपंपों से मोटर हटाए जाने पर हर्ष व्यक्त किया एवं एसडीओ की त्वरित कार्रवाई पर धन्यवाद दिया।

