मौके पर अवैध देशी शराब की धधकती आधा दर्जन भट्ठियों को मौके पर ढहाया
एसडीएम की गाड़ी देख नशे के व्यापारी भाग खड़े हुए, गांव में की गई पूछताछ
अवैध शराब से जुड़े आदतन अपराधियों की जुटायी जा रही जानकारी, होगी कार्रवाई
लगभग 7 कुंटल अर्धनिर्मित शराब को बहा दी गयी
दिवंगत आशुतोष रंजन
प्रियरंजन सिन्हा
बिंदास न्यूज, गढ़वा: समाज सुधार की दिशा में किसी भी सकारात्मक पहल के लिए अपने धुन के धनी सिविल ऑफिसर एवं समाज से अवैध धंधों के उन्मूलन के लिए कड़क पुलिस ऑफिसर की तरह कार्रवाई करने की ओर आगे बढ़ते हुए अवैध शराब का मायका एवं ससुराल दुलदुलवा को इस व्यसन से मुक्ति दिलाने को लेकर लगातार जहर पर कहर बनकर टूट रहे हैं एसडीएम संजय कुमार। इसे देखकर अब निश्चित रूप से लगता है कि अवैध शराब का ससुराल तो छूटेगा ही मायका भी छोड़ना पड़ेगा। कहां और कैसे आइए आपको भी इस खास खबर के जरिए पूरी कहानी बताते हैं। सदर अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार द्वारा अवैध शराब के कारोबारियों पर कड़ाई जारी है। आज शुक्रवार को उन्होंने एक सप्ताह के अंदर तीसरी बार दुलदुलवा गांव जाकर गोपनीय तरीके से छापेमारी की। इस छापेमारी के दौरान उन्हें आधा दर्जन अवैध शराब भट्ठियों में शराब बनती हुई मिली। मिनी फैक्ट्रियों की शक्ल में जहर रूपी अवैध शराब की धधकती हुई भट्ठियां खुले आसमान के नीचे सरेआम चलते देखकर एसडीएम का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उन्होंने बिना पुलिस को बुलाए ही अपने चालक एवं अंगरक्षकों की मदद से सभी भट्ठियों को नेस्तनाबूत कर दिया। कुछ मिट्टी के जर्जर घरों में रखे जावा महुआ को भी सड़क पर बहा दिया गया । उल्लेखनीय है कि इस गांव में एसडीएम द्वारा इसी सप्ताह पहले भी दो बार कार्रवाई की जा चुकी है। आज तीसरे दिन की कार्रवाई में लगभग 700 किलो अर्धनिर्मित शराब और लगभग 20 लीटर निर्मित शराब को मिट्टी में मिला दिया। इस दौरान कुछ ग्रामीणों को उन्होंने खेतों में दौड़ते हुए पीछा करने का प्रयास किया ताकि गांव में चल रहे पूरे सिंडिकेट के बारे में अधिक जानकारी मिल सके। किंतु कोई पकड़ में नहीं आया।
थाना को नियमित गश्ती करने का निर्देश: उन्होंने उत्पाद विभाग और मेराल थाना प्रभारी को निर्देश दिया कि इस गांव में तीन दिन लगातार छापेमारी के बावजूद भी शराब का निर्माण कार्य पूरी तरह बंद नहीं होना इस बात का प्रतीक है कि इस गांव में शराब माफिया की जड़ें बहुत गहरी हैं। इसलिए इस गांव को अवैध शराब के कलंक से मुक्ति दिलाने के लिए जरूरी है कि वहां पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी नियमित तौर पर रहे। इसलिए वे इस इलाके में नियमित गश्त सुनिश्चित करवाएंगे। उन्होंने कहा कि शराबखोरी हमेशा से विधि व्यवस्था संधारण में बाधक बनती है। इसलिए इस विषय को गंभीरता से लें।
मुखिया और चौकीदार भी होंगे जवाबदेह: एसडीएम में कहा कि उनके अनुमंडल क्षेत्र में यदि किसी भी गांव में संगठनात्मक रूप से इस प्रकार के अवैध शराब के मिनी संयंत्र मिलते हैं तो संबंधित मुखिया और चौकीदार पर भी जिम्मेदारी तय की जायेगी। उन्होंने कहा कि मुखिया और ग्राम चौकीदार का भी दायित्व है कि वे अपने गांव में दिनदहाड़े चल रही इस प्रकार की आपराधिक गतिविधियों की जानकारी पुलिस और प्रशासन को दे।



गांव के बच्चे बच्चियों को समझाया गया: दुलदुलवा गांव के साव टोला के कई घरों में अवैध शराब का प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से कारोबार होता है। एसडीएम द्वारा आज की छापेमारी इसी मोहल्ले में की गई। छापेमारी के दौरान मोहल्ले के ज्यादातर वयस्क घर छोड़कर भाग खड़े हुए। किंतु आसपास खड़े बच्चे बच्चियों को देख संजय कुमार ने उन सभी को प्यार से अभिप्रेरित किया कि वे लोग अपने परिजनों को भावनात्मक रूप से समझाएं कि अवैध शराब रूपी इस जहर के व्यवसाय को न करें। उन्होंने कहा कि बच्चे अपने मां-बाप को सही राह पर लाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
कार्रवाई जारी रहेगी: संजय कुमार ने कहा कि यह गांव संभवतः पूरे पलामू प्रमंडल में शराबखोरी के मामलों के लिए जाना जाता है। उन्हें मिली जानकारी के अनुसार यहां से पूरे गढ़वा अनुमंडल सहित बाहर भी अवैध देशी शराब भेजी जाती है। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था की दृष्टिकोण से ही नहीं बल्कि इस गांव की आने वाली पीढ़ियों के अच्छे भविष्य और जन स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से अवैध शराब के विरुद्ध निर्णायक कार्रवाई जरूरी है। इसलिए उनकी कार्रवाई तब तक सतत रूप से जारी रहेगी जब तक गांव अवैध शराब मुक्त नहीं हो जाता। उन्होंने बताया कि एक ओर इस गांव के लोगों को समझाने बुझाने तथा उन्हें वैकल्पिक व्यवसाय अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, तो दूसरी ओर आदतन अपराधियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई किए जाने की तैयारी है। उन्होंने पुनः अवैध शराब कारोबारियों को चेताया कि इस व्यवसाय को छोड़ दें इसी में उनकी भलाई है। अगर वे वैकल्पिक व्यवसाय अपनाते हैं तो उन्हें हर संभव प्रशासनिक मदद की जाएगी। किंतु यदि वे इस जहरीले कारोबार को नहीं छोड़ते हैं तो उन्हें यह बहुत महंगा पड़ने वाला है।
अनुमंडल हेल्पलाइन पर कर सकते हैं शिकायत: उन्होंने अनुमंडल क्षेत्र के आम नागरिकों से भी अपील की कि यदि उन्हें इस प्रकार के अवैध शराब के संगठित माफियाओं की जानकारी हो जिन पर प्रशासनिक स्तर से तुरंत संज्ञान लेने की आवश्यकता हो, तो वे सदर अनुमंडल के हेल्पलाइन नंबर 6203 263175 पर व्हाट्सएप मैसेज कर सकते हैं। वे अपने संबंधित थाना या उत्पाद निरीक्षक को भी इस बारे में जानकारी दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे संगठित अपराधियों पर भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के तहत आदतन अपराधियों के लिये निर्धारित दंडात्मक प्रावधानों के अनुरूप करवाई की जाएगी।