अर्घ्य अर्पित कर पूर्व मंत्री ने की सभी का कल्याण और झारखण्ड की समृद्धि की कामना
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दिवंगत आशुतोष रंजन
प्रियरंजन सिन्हा
बिंदास न्यूज, गढ़वा
उदीयमान सूर्य को अर्घ्य के साथ ही छठ महापर्व संपन्न
गढ़वा : लोक आस्था का चार दिवसीय छठ महापर्व उदीयमान सूर्य को अर्घ्य के साथ ही संपन्न हो गया। मंगलवार को अहले सुबह झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री झामुमो के केंद्रीय महासचिव मिथिलेश कुमार ठाकुर के आवास पर उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया गया। जबकि सोमवार की संध्या अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया गया। पूर्व मंत्री श्री ठाकुर ने उदीयमान सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित कर सबके कल्याण और झारखण्ड की समृद्धि की कामना की। उन्होंने कहा कि उदीयमान सूर्य देव हमें निरंतर कर्तव्यपथ पर अग्रसर रहने की प्रेरणा देते हैं।
श्री ठाकुर ने कहा कि छठ महापर्व हमारी आस्था, संस्कार और आत्मबल का प्रतीक है। उगते सूर्य को अर्घ्य देने का महत्व धार्मिक, ज्योतिषीय और वैज्ञानिक है। धार्मिक रूप से यह सूर्य देव की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने, पापों से मुक्ति पाने और आत्मिक शुद्धि के लिए किया जाता है। ज्योतिषीय रूप से यह कुंडली में सूर्य को मजबूत करता है। जिससे सफलता और आत्मविश्वास मिलता है। वैज्ञानिक रूप से सूर्य की पहली किरणें स्वास्थ्य के लिए लाभकारी मानी जाती हैं और ऊर्जा प्रदान करती हैं। उन्होंने कहा कि इस महापर्व का बड़ा धार्मिक महत्व है। सूर्य को प्रत्यक्ष देवता माना जाता है और उन्हें अर्घ्य देने से उनकी कृपा प्राप्त होती है। ऐसा माना जाता है कि अर्घ्य देने से पापों का नाश होता है और आत्मा शुद्ध होती है। छठ पूजा में उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत पूरा माना जाता है। उन्होंने कहा कि छठी मईया एवं सूर्य देव के आशीर्वाद से गढ़वा सहित पूरे देश में सुख, शांति, समृद्धि व खुशहाली हो। देश की एकता एवं अखंडता बनी रहे, ऐसी वे प्रार्थना करते हैं। इस मौके पर पूर्व मंत्री के परिजन सहित काफी संख्या में गढ़वा वासी मौजूद थे।








