यूपीएससी की ओर बढ़ रहे राहुल के कदम जेपीएससी तक पहुंचे
जल्द ही युपीएससी भी होगा क्रैक
उत्तराखंड पीसीएस क्रैक के बाद चमोली के डीएचडीओ बने अब झारखंड के बीडीओ
दिवंगत आशुतोष रंजन
प्रियरंजन सिन्हा
बिंदास न्यूज, गढ़वा
किसान पिता एवं गृहिणी माता के पुत्र राहुल कुमार सिंह झारखंड लोक सेवा आयोग की परीक्षा में भी सफल रहे हैं। उनका चयन झारखंड प्रशासनिक सेवा के पदाधिकारी के रूप में हुआ है। इस सफलता से परिवार, गांव, इलाका एवं पूरे गढ़वा जिले में खुशी की लहर दौड़ गई है। यूपीएससी क्रैक करने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रहे राहुल कुमार सिंह ने वर्ष 2024 में उत्तराखंड पब्लिक सर्विस कमिशन की प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता प्राप्त की थी। संप्रति वे उत्तराखंड के चमोली जिले में बतौर जिला उद्यान विकास पदाधिकारी पदस्थापित हैं। दैनिक भास्कर से बात करते हुए राहुल ने बताया कि यह सफलता श्रमशील माता-पिता की सही परवरीश, गुरुजनों का मेरे प्रति प्रयास एवं शुभचिंतकों की शुभकामनाओं से मिली है। किसी कवि ने बिल्कुल सही कहा है कि मन से उछाले गए पत्थर से आसमान में भी सुराख हो सकता है। कांडी प्रखंड के गाड़ा खुर्द पंचायत अंतर्गत सुंडीपुर गांव निवासी किसान उदय कुमार सिंह व गृहिणी मुन्नी देवी के इकलौते पुत्र राहुल कुमार सिंह ने 2 साल में दो बड़ी सफलताएं अर्जित की हैं। इस सफलता से उनके जानने वाले तमाम लोग खुशी से फूले नहीं समा रहे। राहुल की स्कूली शिक्षा प्रखंड के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान किशुन राज पब्लिक हाई स्कूल बलियारी में हुई थी। वर्ष 2013 की मैट्रिक परीक्षा में राहुल गढ़वा जिला का टॉपर रहा था। उसके बाद राहुल ने आदर्श इंटर कॉलेज बनारस से गणित के साथ आईएससी की परीक्षा पास की। प्रयागराज में बीएससी एग्रीकल्चर में गोल्ड मेडल के साथ सफलता प्राप्त की। फिर इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से ही एग्रीकल्चर बॉटनी में एमएससी किया। वहां भी उसका स्थान अव्वल रहा था। उसके बाद से ही राहुल यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन की तैयारी में जुटा है। इसी बीच उसने उत्तराखंड लोक सेवा आयोग एवं झारखंड लोक सेवा आयोग की प्रतियोगिता में भी सफलता प्राप्त कर ली है। किसान पिता उदय सिंह ने कहा कि राहुल प्रारंभ से ही काफी मेहनती एवं लगनशील छात्र रहा है। उसे सफलता का जुनून सवार रहता है। पिछले दिनों वह सपरिवार उत्तराखंड में महीना भर समय बिता कर आए हैं। राहुल को भरोसा था कि उसका चयन झारखंड में होने वाला है इसलिए उसने हम लोगों को बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री आदि तमाम तीर्थों की यात्रा करा दी है। वह कह रहा था कि हो सकता है फिर यहां शीघ्र आना नहीं हो पाए। शुक्रवार तड़के 3:00 बजे राहुल के एक मित्र ने रांची से फोन करके इस सफलता की सूचना दी। उसी समय से हम लोग गांव के लोगों के साथ खुशी मना रहे हैं। गांव एवं जिले के विभिन्न भागों से लोग लगातार बधाइयां दे रहे हैं। हालांकि उन्हें मालूम है कि राहुल का यह मंजिल नहीं है। यह छोटे-बड़े पड़ाव हैं जिनसे होते हुए उसे आईएएस बनकर मंजिल प्राप्त करनी है। पंचायत की मुखिया आरती सिंह एवं क्षत्रिय करणी सेना के गढ़वा जिला अध्यक्ष नीरज कुमार सिंह ने कहा कि यह बहुत ही खुशी की बात है कि हमारे गांव नहीं बल्कि परिवार के लड़के ने उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। राहुल की जहां स्कूलिंग हुई थी उस किशुन राज पब्लिक हाई स्कूल के प्राचार्य नवनीत कुमार दुबे ने कहा कि स्कूल के समय से ही होनहार बिरवान के होत चिकने पात की बात हम लोग समझ चुके थे। राहुल सफलता के जुनून के साथ मेहनत करता है उसकी सफलता से विद्यालय परिवार के लोग काफी गोरवान्वित हैं। पूरे इलाके के लोग राहुल की प्रतीक्षा में हैं। जबकि राहुल इस समय उत्तराखंड में हो रहे पंचायत चुनाव कराने में व्यस्त हैं। आने वाली पीढ़ी के लिए राहुल ने कहा कि टारगेट फिक्स करके ईमानदारी के साथ मेहनत किया जाए तो कोई बात नहीं है कि सफलता मिलने से आपको रोक सके। हां इस रास्ते में भटकाव से बचना होगा। विज्ञापन में सफलता का प्रचार प्रसार करने वालों से राहुल ने बचने की सलाह देते हुए कहा कि स्वयं के मेहनत पर भरोसा करें। पूर्व की अपेक्षा आज सफल होना ज्यादा आसान हो गया है। क्योंकि अधिकांश स्टडी मैटेरियल इंटरनेट पर उपलब्ध है। बशर्ते कि लाभ उठाने की बजाय अपना समय फालतू चीजों में बर्बाद नहीं करें। याद रहे कि लक्ष्य न ओझल होने पाए कदम बढ़ाता चल, मंजिल तेरे पग चूमेगी आज नहीं तो कल।

