योजनाओं में लापरवाही बर्दाश्त नहीं : उपायुक्त

योजनाओं में लापरवाही बर्दाश्त नहीं : उपायुक्त

उपायुक्त ने किया औचक निरीक्षण, हर घर नल जल योजना की जानी हकीकत

जल जीवन मिशन के कार्यों में पायी लापरवाही, कनीय अभियंता व संवेदक पर शो-कॉज

 

दिवंगत आशुतोष रंजन

 

प्रियरंजन सिन्हा 

बिंदास न्यूज, गढ़वा

 

गढ़वा : उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी दिनेश कुमार यादव ने बुधवार को जिले के सुदूरवर्ती प्रखंड केतार के पाचाड़ूमर गांव का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने गांव में जल जीवन मिशन के अंतर्गत चल रहे हर घर नल जल योजना की हकीकत को जाना। निरीक्षण के दौरान योजना के क्रियान्वयन में लापरवाही सामने आई। हर घर नल योजना से आच्छादित पाचाडुमर गांव में घर-घर घूमकर निरीक्षण किया। इस दौरान उपायुक्त ने गांव में निर्मित पानी टंकी, रिफाइन मशीन तथा अन्य उपकरणों की भी बारिकी से जांच की। उपायुक्त ने करीब 100 घरों का खुद भौतिक सत्यापन किया। अधिकांश घरों में पानी का सही कनेक्शन नहीं पाया गया। किसी भी घर में नल का संतोषजनक कनेक्शन नहीं पाया गया। कई घरों में नल लगे ही नहीं हैं, और जहां लगे हैं, उसकी टोंटी सूखी है। पानी नहीं आ रहा है। कुछ घरों में केवल पाइप निकालकर छोड़ दिया गया है। कई स्थानों पर टूटी हुई पाइपलाइन और बिना नल लगे कनेक्शन पाये गये। जिससे लगातार पानी बर्बाद होता दिखा। योजना की ऐसी स्थिति देखकर उपायुक्त ने कड़ी नाराजगी जताई।

उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि पेयजल विभाग के कनीय अभियंता की लापरवाही के कारण यह परियोजना अनावश्यक रूप से लंबी खिंच गई है और पूर्ण भी नहीं हो पाई है। जो कार्य पूरे हुए हैं उनकी गुणवत्ता भी संतोषजनक नहीं है। इसे लेकर उपायुक्त ने कनीय अभियंता एवं संवेदक से स्पष्टीकरण मांगा है। 

दो दिन का अल्टीमेटम : सभी लीकेज बंद करें, जहां नल नहीं लगे वहां तुरंत लगाएं

उपायुक्त ने संवेदक को दो दिनों की समय-सीमा देते हुए स्पष्ट निर्देश दिया है कि सभी पाइप लीकेज बंद किए जाएं और जहां-जहां नल नहीं लगे हैं, वहां नल लगाकर पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।

ग्रामीणों की शिकायत : “कभी-कभी ही आता है पानी, वह भी बिना तय समय के”

गांव वासियों से पूछताछ के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि नल से कभी-कभी ही पानी आता है और उसका भी कोई निश्चित समय नहीं होता। पेयजल विभाग के संवेदक द्वारा अत्यधिक लापरवाही बरती गई है। पीसीसी सड़क तोड़कर पाइप तो डाले गए हैं, लेकिन सड़कों की मरम्मत नहीं की गई। पाइप पर्याप्त गहराई में नहीं डाले गए, जिसके चलते आए दिन पाइप टूटकर पानी बर्बाद हो रहा है और सड़क पर पानी बहने से लोगों का आवागमन भी बाधित हो रहा है।

पंचायत भवन में बैठक, दिए गए कड़े निर्देश

निरीक्षण के उपरांत पंचायत भवन में उपायुक्त श्री यादव की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक में जलसहिया, पेयजल विभाग के अभियंता, संवेदक और स्थानीय ग्रामीण उपस्थित थे।

उपायुक्त ने निर्देश दिया कि जिन घरों में पानी की आपूर्ति हो रही है, वे जल सहिया के माध्यम से पानी की जांच अवश्य कराएं। ताकि पानी की वास्तविक गुणवत्ता का पता चल सके और यह सुनिश्चित हो कि जल पीने योग्य है।

19 गांवों तक पहुंचाना है शुद्ध पेयजल

गौरतलब है कि जल जीवन मिशन के तहत भवनाथपुर, केतार एवं खरौंधी प्रखंड के कुल 19 गांवों में घर-घर नल लगाकर शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का लक्ष्य है।

उपायुक्त के निरीक्षण के दौरान कई पदाधिकारी उपस्थित रहे।

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Ashutosh Ranjan

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