राजस्व और निबंधन से जुड़े स्थानीय मामलों में डीड राईटर्स ने दिया फीडबैक
अंचल, निबंधन कार्यालय और अभिलेखागार से जुड़ी समस्याओं और सुझावों को एसडीएम के समक्ष रखा
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दिवंगत आशुतोष रंजन
प्रियरंजन सिन्हा
बिंदास न्यूज, गढ़वा
गढ़वा : सदर अनुमंडल कार्यालय में आज आयोजित “कॉफी विद एसडीएम” कार्यक्रम के दौरान सदर एसडीएम संजय कुमार ने दस्तावेज़ नवीस संघ, गढ़वा के प्रतिनिधियों के साथ आत्मीय संवाद किया। बैठक में दस्तावेज़ नवीसों ने जिला में राजस्व एवं निबंधन कार्य से जुड़े व्यावहारिक कठिनाइयों को विस्तारपूर्वक प्रस्तुत किया और एक विस्तृत मांग-पत्र भी सौंपा। उन्होंने एसडीएम को बताया कि गढ़वा निबंधन कार्यालय में स्थायी निबंधन पदाधिकारी एवं लिपिक के अभाव के कारण निबंधन कार्य समय पर पूरा नहीं हो पा रहा है। साथ ही यह भी अनुरोध किया कि पुराने निबंधन कार्यालय को अनुमंडल परिसर में बने नये भवन में स्थानांतरित किया जाए, ताकि कार्य पूरी तरह व्यवस्थित ढंग से संचालित हो सके।
प्रतिनिधियों ने एसडीएम को बताया कि अंचल कार्यालय स्तर पर कई ऑनलाइन प्रविष्टियों में त्रुटियाँ हैं, जिनका सुधार लंबे समय से लंबित है। कई मामलों में खसरा की सच्ची प्रतिलिपि उपलब्ध न होने से निबंधन प्रक्रियाएँ बाधित होती हैं। इसके अतिरिक्त वन विभाग से सीमांकन भूमि की सूची उपलब्ध नहीं कराए जाने के कारण अभिसूचित तथा मुक्त भूमि संबंधी निबंधन कार्य में भी जनता को अनावश्यक परेशानी के मुद्दे को भी उन्होंने उठाया। नवीस संघ ने एनजीडीआरएस पोर्टल की तकनीकी त्रुटियों का भी मुद्दा उठाया, सभी का आरोप था कि अंचल कार्यालय को भेजे गए दस्तावेज़ अक्सर बिना पर्याप्त आधार के त्रुटि बताकर खारिज कर दिए जाते हैं, जिससे आवेदकों और नवीस दोनों को कठिनाइयाँ होती हैं। साथ ही ऑनलाइन डिमांड की लगान रसीद निर्गत करने, नामांतरण वाद, पंजी-II और शुद्धि पत्र की प्रमाणित प्रतिलिपियाँ समय पर उपलब्ध हों इसके लिए अंचल अधिकारियों को निर्देश देने का अनुरोध किया गया।
इस पर एसडीएम ने सभी को बताया कि वे किसी भी अनावश्यक विलंब की स्थिति में झारखंड राइट टू सर्विस एक्ट 2011 के तहत संबंधित पदाधिकारी के विरुद्ध अपील कर सकते हैं।
एसडीएम संजय कुमार ने संघ द्वारा उठाए गए सभी बिंदुओं को गंभीरता से सुना और आश्वस्त किया कि वे निबंधन एवं राजस्व से संबंधित इन मुद्दों के समाधान हेतु अपनी स्तर से तो आवश्यक कदम उठेंगे ही बल्कि वरीय पदाधिकारियों को भी अवगत कराएंगे। । उन्होंने कहा कि संबंधित अधीनस्थ अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर तकनीकी, प्रशासनिक और प्रक्रिया संबंधी सभी समस्याओं के निराकरण के लिए स्पष्ट निर्देश जारी किए जाएंगे, ताकि निबंधन कार्य समयबद्ध और पारदर्शी रूप से संपादित हो सके।
एसडीएम ने यह भी कहा कि “कॉफी विद एसडीएम” कार्यक्रम का उद्देश्य ही है कि समाज के विभिन्न वर्गों की वास्तविक समस्याएँ सीधे सुनी जाएँ और समाधान के लिए तत्काल दिशा तय की जाए। उन्होंने दस्तावेज़ नवीस संघ का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके सुझाव और अनुभव स्थानीय प्रशासन के लिए अत्यंत उपयोगी हैं और इन पर गंभीरतापूर्वक कार्यवाही की जाएगी।
मौजूद थे: इस संवाद कार्यक्रम में शंभू नाथ दुबे, संजय कुमार पाठक, अवधेश प्रसाद, सुखबीर पाल, चतुर्वेदी अलख निरंजन शर्मा, नागेंद्र पांडे, प्रणव कुमार, अमित कुमार शर्मा, मोती प्रसाद, मनोज कुमार, बद्री नारायण प्रजापति, शंभू नाथ मिश्रा, उमेश चौबे, अरविंद तिवारी, नंदकिशोर पांडे, कृष्ण कुमार यादव, शिवनाथ प्रसाद, बृजेश कुमार सिंह, इंद्रदेव यादव, वासुदेव प्रसाद, दयानंद प्रसाद सिंह, जागेश्वर प्रसाद यादव, नियाजी अंसारी, विजय कुमार चौधरी, गजेंद्र देव पाल, विजय कुमार, अच्युतानंद द्विवेदी, अनिल राम, रवि रंजन विश्वकर्मा, दिलीप कुमार कुशवाहा, महेश राम,अवधेश कुमार मेहता, दयानंद प्रसाद सिंह, इंद्रदेव यादव, उमेश कुमार सिंह, अब्दुल कलाम अंसारी आदि सहित 50 से अधिक सदस्यों ने सहभागिता निभाई।







