क्षेत्र के लिए करुणा है सोनी के दिल में

क्षेत्र के लिए करुणा है सोनी के दिल में

मैं हर बाधा पार करने का हुनर जानती हूं : करुणा


आशुतोष रंजन
गढ़वा

कहा जाता है कि राजनीति में पद पर आसीन हो जाने के बाद उक्त व्यक्ति अपने क्षेत्र से कहीं ज़्यादा ख़ुद के हालात सुधारने में मशगूल हो जाता है तभी तो उनका वो इलाका पूर्ववत हालात में ही बसर करता है क्योंकि वो पदधारी हकीक़त से दूर वादा पर ही ज़्यादा यकीन किया करता है,लेकिन कई ऐसे भी होते हैं जिनके मन में क्षेत्र के लोगों के प्रति जागृत भावना होती है,उन्हीं में से एक नाम गढ़वा जिला की एक महिला नेत्री का है जिनके बारे में यह कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी कि क्षेत्र के लोगों के लिए करुणा है सोनी के दिल में,आइए उनकी कार्यदक्षता से आपको वाक़िफ कराते हैं।

क्षेत्र के लिए करुणा है सोनी के दिल में : – बचपन से भावुक और ग़रीबों की ग़रीबी देख जिनकी आंखें आज भी लरज़ पड़ती हैं वो हैं करुणा सोनी जो गढ़वा भाजपा की महिला नेत्री सह रमना प्रखंड प्रमुख करुणा सोनी हैं,जो शादी के बाद जब अपने ससुराल रमना आईं तो अपने पति के सहयोग से समाजसेवा में आगे बढ़ीं और अपने सामर्थ्य के अनुसार उनके द्वारा समाजहित में काम किया जाने लगा जिसका आलम हुआ कि लोगों के मन में वो घर कर गईं और जब चुनाव आया तो उन्हें लोगों ने अपने पंचायत समिति का सदस्य चुन लिया,और उधर उनकी समाज के प्रति भावना को देखते हुए सदस्यों ने उन्हें प्रखंड का प्रमुख बना दिया,फ़िर क्या था जब हाथ में अधिकार आया तो उनके द्वारा अपने अधिकार के तहत प्रखंड के बदहाल हालात को सुधारने का अभियान शुरू किया जो अनवरत जारी है और रमना प्रखंड उनके विकासीय कार्यों से बदलाव की ओर तेज़ी से अग्रसर है,विधायक के साथ साथ प्रशासन के आलाधिकारी से मिल प्रखंड में विकासीय कार्यों को धरातल पर उतारने में उनके द्वारा आज कोई कसर नहीं छोड़ा जा रहा है,उन्हें जानने वाले लोग बताते हैं कि वो जब भी उनके पास किसी काम वास्ते पहुंचते हैं तो जहां एक ओर उनके द्वारा सबसे पहले सहृदयता से हाल पूछा जाता है वहीं दूसरी ओर कार्यों को त्वरित पूरा किया जाता है।

मैं हर बाधा पार करने का हुनर जानती हूं : – सच ही कहा गया है कि समाजहित में काम करने वाले के रास्ते में बाधाएं आती हैं,कोई उस बाधा से विचलित हो जाता है तो कोई उसे पार करते हुए अपने अभियान को सफ़ल कर जाता है,करुणा सोनी उन्हीं लोगों की फ़ेहरिस्त में शामिल हैं जो विचलित हुए बिना हर बाधा को पार करते हुए अपने विकासीय सोच को अंजाम तक यानी धरातल तक पहुंचा देती हैं,वो कहती हैं कि सही बात है कि प्रखंड क्षेत्र को विकसित किए जाने और लोगों की छोटी बड़ी समस्या के समाधान के प्रति सोच को सफलीभूत किए जाने के दरम्यान मेरे रास्ते में बाधा रूपी दीवार अकसर खड़ी की जाती है लेकिन बाधा उत्पन्न करने वाले लोगों को शायद इल्म नहीं है कि मैं हर बाधा को पार करने का हुनर जानती हूं,और आज हर उन बाधाओं को पार करते हुए अपने विकासीय सोच को कार्यरूप में अंज़ाम दे रही हूं,और यह भी कहना चाह रही हूं कि मैं जिस विकासीय अभियान को शुरू की हूं वो यूं ही अनवरत तब तक चलता रहेगा जब तक अपना रमना प्रखंड पूर्ण रूपेण विकसित नहीं हो जाता है,बस ज़रूरत है क्षेत्र के लोगों के इसी सहयोग की जो उनके द्वारा अनवरत मुझे मिल रहा है ताकि मैं अपने लक्ष्य को हासिल कर सकूं।

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