तिलैया नदी श्मशान घाट पर दुर्गंध के कारण अंतिम संस्कार में लोगों को होती है परेशानी,लोगों ने कहा कार्रवाई नहीं होगी तो करेंगे आंदोलन


आशुतोष रंजन
गढ़वा


हम आप एक पवित्र शव का दाह संस्कार यानी अंतिम संस्कार करने श्मशान घाट जाते हैं,लेकिन जब आप वहां पहुंचे और आपको उक्त स्थल अपवित्र दिखे जहां संस्कार करना तो दूर वहां खड़ा होना भी दुश्वार लगे तो आप ख़ुद बताइए आप क्या महसूस करेंगें,ऐसी लाचारी से कहीं दूर नहीं बल्कि झारखंड के गढ़वा जिला मुख्यालय के लोग गुजर रहे हैं,आख़िर पूरा मामला क्या है,आइए आपको बताते हैं।

आख़िर हमलोग क्या करें बताइए: – शहर के उँचरी कर्बल्ला के निकट स्थित तिलैया नदी श्मशान घाट के प्रतिबंधित पशुओं के अवशेष से फैल रहे दुर्गंध से लोग बहुत ज्यादा परेशान हैं। आए दिन वहां पर प्रतिबंधित पशुओं का मांस व हड्डी फेंकी जाती है। इस बात से जिले के आलाधिकारियों के साथ साथ जनप्रतिनिधि को भी अवगत कराया गया है। वहीं नगर परिषद को भी आवेदन देकर पहल करने की मांग की गई है। मगर अब तलक इस दिशा में पहल शून्य है।जबकि विभिन्न पर्व-त्योहार को लेकर थाना परिसर में आयोजित शांति समिति की बैठक में भी इस मामले को प्रमुखता से रखा जाता है। बावजूद कार्रवाई कुछ नहीं होती है। विदित हो कि तिलैया नदी श्मशान घाट पर सैकड़ों वर्ष से शहर के करीब एक दर्जन मोहल्लों के लोग दाह संस्कार करते आ रहे हैं। मुक्ति धाम होने के बाद भी वहां पर किसी प्रकार की सुविधा नहीं है। वहीं प्रतिबंधित मांस फेके जाने से लोगों में रोष व्याप्त है। इसकी तत्काल निदान करने की मांग लोग लगातार करते आ रहे हैं। इतना हीं नहीं दबंगों ने श्मशान घाट की भूमि का अतिक्रमण करना भी शुरू कर दिया है। गलत तरीके से भूमि की जमाबंदी का कार्य भी दबंगों की ओर से किया गया है।

गैर मजरुआ भूमि का धड़ल्ले से किया जा रहा अतिक्रमण,हावी हो रहे भू माफिया : – श्मशान घाट के आसपास गैर मजरूआ भूमि है। जिसका अतिक्रमण धड़ल्ले से किया जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा मौन साधने से माफियाओं का हौसला भी बुलंद है। वहीं इस दिशा में कोई ठोस कार्रवाई नहीं किए जाने से भी स्थिति भयावह होते जा रही है। तिलैया नदी श्मशान घाट पर शहर के वार्ड नंबर एक,दो,तीन, पांच,सात,आठ व दस के लोग दाह संस्कार के लिए पहुंचते हैं। दुर्गंध के कारण वहां पर एक मिनट भी रहना मुश्किल हो जाता है।

डीसी,एसपी से लेकर सभी विधायक को दिया जाता रहा है आवेदन,नहीं हुई कोई पहल: – शहर के वार्ड नंबर सात के वार्ड पार्षद विनोद प्रसाद एवं सांसद के नगर परिषद प्रतिनिधि चंदन जायसवाल ने कहा कि श्मशाम घाट की सफाई,पानी की व्यवस्था,चारदीवारी और प्रतिबंधित मांस को फेकने से रोकने के लिए जिले के डीसी, एसपी से लेकर पूर्व से ले कर वर्तमान के विधायक को भी आवेदन दिया गया है। मगर अब तक किसी प्रकार की पहल नहीं की गई है। मोहल्ले के लोगों ने बुधवार को उपायुक्त गढ़वा व पुलिस अधीक्षक को फिर से आवेदन देकर न्याय का गुहार लगाया है।

गुहार लगाने वालों में ये भी हैं शामिल: – आवेदन देने वाले में वार्ड पार्षद विनोद प्रसाद,सांसद के नगर परिषद प्रतिनिधि चंदन जायसवाल,रवि कुमार,प्रवीण कुमार केसरी,सोनू बघेल,अशोक कुमार,यश कुमार,मधु पटवा, यमुना साव,ओम कुमार,कमलेश पासी,विकास कुमार,कंचन कुमार,भोलू कुमार,बादल कुमार, पीयूष कुमार,संजय पासी,पंकज कुमार,सोनू पासी,अरविंद कुमार पटवा,आशीष केसरी,साकेत मालाकार,सुरेश अग्रवाल,रविंद्र पटेल,रूपेश कुमार,सुदर्शन मेहता,जय कुमार,अजय कुमार सहित काफी संख्या में मोहल्ले के लोगों के नाम शामिल हैं।