ये कैसा गठबंधन है भाई..?


आशुतोष रंजन
गढ़वा

एक ओर राज्य में सत्तासीन सरकार संकट में है तो वहीं दूसरी ओर गढ़वा में गठबंधन दल का एक धड़ा यानी राजद द्वारा चुनाव लडने की हुंकार भरी जा रही है,आज हुई एक महत्वपूर्ण बैठक में राजद नेताओं द्वारा अकेले यानी बिना गठबंधन धर्म का पालन किए बिना चुनाव लडने की बात कही गई।

राजद अकेले लड़ेगा चुनाव: आज राज्य के गढ़वा में राजद नेताओं की एक बैठक जिलाध्यक्ष सूरज सिंह के आवास पर हुई,बैठक भले आम बैठकों की तरह हुई लेकिन वहां निर्णय बड़ा अजीब हुआ,आपको यह तो मालूम है की झारखंड में गठबंधन सरकार सत्तासीन है जिसमें राजद भी शामिल है,साथ ही वर्तमान गुजर रहे वक्त में जब सरकार संकट में है तो ऐसे विषम हालात में राजद नेताओं का बैठक होना और उक्त बैठक में यह तय होना की पार्टी संगठन को मजबूत बनाने में जुटा है ताकि विधानसभा का चुनाव अकेले लड़ा जा सके,यहां पर यह भी बता दूं की जिस गढ़वा से राजद द्वारा अकेले यानी बिना गठबंधन किए चुनाव लडने की बात कही जा रही है वहां से जेएमएम के मिथिलेश ठाकुर विधायक हैं जो फिलवक्त सरकार में मंत्री भी हैं,राजद नेताओं का ऐसा कहना सीधे रूप में यह प्रमाणित कर रहा है की वो एक दूसरे से दल से जुड़े हैं पर दिल से जुदा हैं,साथ ही जिस वक्त सरकार संकट में है ऐसे समय में ऐसा हुंकार भरना तो अंदरखाने में सबकुछ ठीक नहीं चलने के अंदेशा को बल दे रहा है।