एसडीओ ने गोदाम स्थानांतरण का दिया था सख्त निर्देश
तीसरे के विरूद्ध कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू
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दिवंगत आशुतोष रंजन
प्रियरंजन सिन्हा
गढ़वा : गढ़वा शहरी क्षेत्र में अनाधिकृत रूप से चल रहे तीन एलपीजी गैस गोदामों में से दो गैस गोदाम ग्रामीण क्षेत्र में शिफ्ट हो गए। एसडीओ संजय कुमार ने गढ़वा नगर परिषद के प्रशासक सुशील कुमार एवं संबंधित कर्मियों को साथ लेकर उक्त तीनों गैस गोदाम परिसरों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में जो तथ्य सामने आए उसके अनुसार कचहरी रोड स्थित भारद्वाज भारत गैस एजेंसी के गोदाम को पूरी तरह खाली कराकर ग्रामीण क्षेत्र में शिफ्ट करा दिया गया है। वहीं ओबरा के पते पर पंजीकृत ग्रामीण गैस वितरक मां दुर्गा एचपी एजेंसी के गोदाम को ओबरा में ही शिफ्ट कर दिया गया है। पहले यह गैस गोदाम रंका मोड़ और टंडवा पुल के बीच घने वाणिज्यिक क्षेत्र में अवस्थित था। दोनों एजेंसियों के संचालकों ने बताया कि एसडीओ का दूसरा नोटिस मिलने के तुरंत बाद उन्होंने स्थानांतरण की उक्त कार्रवाई पूरी कर ली थी। उल्लेखनीय है कि अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार ने पिछले माह गढ़वा शहरी क्षेत्र स्थित गैस एजेंसियों के औचक निरीक्षण के क्रम में प्रथम दृष्ट्या अनियमितताएं मिलने पर तीन गैस एजेंसियों के संचालकों को एक सप्ताह का समय देते हुए कड़ा नोटिस दिया था। दरअसल शहरी क्षेत्र अंतर्गत तीन गैस एजेंसियों के गोदाम होने की पुष्टि हुई थी। जिनको ग्रामीण वितरक का लाइसेंस प्राप्त है। लेकिन इनके द्वारा शहरी क्षेत्र में सेवा प्रदाता का काम करते हुए उनके अवैध गैस गोदाम शहरी क्षेत्र अंतर्गत पाए गए थे। इस पर एसडीओ ने कचहरी रोड स्थित आर्यन एचपी गैस ग्रामीण वितरक एजेंसी मेराल, भारद्वाज भारत गैस एजेंसी कल्याणपुर तथा मां दुर्गा एचपी गैस एजेंसी ओबरा के संचालकों को नोटिस जारी करते हुए एक सप्ताह के अंदर शहरी क्षेत्र से इन खतरनाक गोदामों को हटाने का निर्देश दिया गया था। साथ ही उनसे स्पष्टीकरण पूछा गया था कि क्यों नहीं उनकी अनुज्ञप्ति रद्द करने की दिशा में कार्रवाई की जाए। तीन हफ्ते बीत जाने के बाद पुन: दूसरा और अंतिम सख्त नोटिस देते हुए दो दिन का समय दिया गया था। इस पर उपरोक्त दो गैस एजेंसी ने अपने-अपने गोदाम को संबंधित ग्रामीण क्षेत्रों में शिफ्ट कर लिया है। शिफ्ट होने के बाद एसडीओ संजय कुमार ने उन दोनों एजेंसियों को हिदायत भी दी है कि वे वापस इसकी पुनरावृत्ति नहीं करेंगे अर्थात भविष्य में भी शहरी क्षेत्र में अपना गोदाम नहीं बनाएंगे।
लेकिन तीसरी गैस एजेंसी आर्यन एचपी ग्रामीण वितरक ने अभी तक अपने गोदाम को घने शहरी क्षेत्र से बाहर शिफ्ट नहीं किया है। चूंकि उनको दी हुई समय सीमा समाप्त हो गई है। इसलिए उक्त एजेंसी के संचालक पर वैधानिक कार्रवाई एवं एजेंसी की अनुज्ञति रद्द करने की दिशा में कार्रवाई की जा रही है।








