इतना ही नहीं है काफ़ी,उन्हें मांगनी होगी माफ़ी: रेखा


आशुतोष रंजन
गढ़वा

नेता जी के जिस सचित्र पोस्टर को कभी महिलाओं ने आदर से देखा होगा,जैसा की राजनीति में अक्सर देखा जाता है की अगर उनके नेता मौजूद नहीं होते हैं तो उनके जन्मदिन के मौक़े पर उनके उस पोस्टर जिसमें उनकी तस्वीर होती है उसे केक खिला कर उनका जन्मदिन मनाते हैं,ऐसा कुछ झारखंड के गढ़वा विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी के साथ भी हुआ होगा,लेकिन आज उनसे ऐसी क्या नफ़रत हो गई की उनके उस पोस्टर पर महिलाओं ने कालिख पोत डाली,जानने के लिए इस ख़ास रिपोर्ट को पढ़िए।

एक बयान ने मचाया घमासान: – राजनीति में अक्सर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच ज़ुबानी तकरार चलते रहता है,साधारण से ले कर गंभीर बातों के साथ आरोप प्रत्यारोप भी होता है,लेकिन शायद ही कहीं ऐसा बोला जाता होगा जो गढ़वा में बोला गया,दरअसल भाजपा के पूर्व विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी द्वारा महिलाओं के बारे में दिए गए एक बयान ने बड़ा बवेला खड़ा कर दिया है,उसी बयान को ले कर गढ़वा की महिलाएं इस कदर आक्रोशित हो गई हैं की जहां एक ओर उनके द्वारा दो रोज़ पहले प्रेसवार्ता कर आपत्ति दर्ज़ कराई गई थी तो वहीं दूसरी रोज़ आज तो विरोध स्वरूप महिला शक्ति के बैनर तले काफी संख्या में आक्रोशित महिलाओं द्वारा जेएमएम महिला मोर्चा के गढ़वा जिला अध्यक्ष रेखा चौबे के नेतृत्व में विरोध मार्च निकाला गया,इस दौरान पूर्व विधायक के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की गई तो वहीं महिलाओं ने उनकी तस्वीर पर कालिख भी पोती।

सभा में बदला विरोध मार्च : – विरोध मार्च टाउन हॉल के मैदान से शुरू होकर चिनियां मोड़,रंका मोड़,मेन रोड होते हुए मझिआंव मोड़ पहुंचा,वहां से पुनः रंका मोड़ पहुंचकर उक्त विरोध मार्च सभा में तब्दील हो गया,जहां आक्रोशित महिलाओं ने पूर्व विधायक की तस्वीर पर चप्पलों का माला पहनाते हुए कालिख पोती,जहां महिला वक्ताओं ने कहा कि पूर्व विधायक महिलाओं को पैर की जूती समझना छोड़ दें,इस तरह का अभद्र टिप्पनी एवं महिलाओं का अपमान कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

उन्हें मांगनी होगी माफ़ी: – इतना ही नहीं है काफ़ी,उन्हें मांगनी होगी माफ़ी,उक्त पंक्ति के साथ अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए रेखा चौबे ने कहा कि महिला शक्ति जाग गई है,पूर्व विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी को यह बताना होगा कि वह महिला कौन है जिसके बारे में उन्होंने आपत्तिजनक बयान दिया है,वो 24 घंटे के अंदर नाम बताएं या सार्वजनिक तौर पर माफी मांगे,अन्यथा महिलाएं उनके आवास का घेराव करेंगी,कैंडल मार्च निकालेंगी,साथ ही इसकी शिकायत महिला आयोग में भी की जाएगी,इसके बाद आंदोलन और उग्र होगा,यह अपमान सिर्फ गढ़वा की महिलाओं का नहीं बल्कि पूरे राज्य एवं पूरे देश की महिलाओं एवं समस्त नारी जाति का अपमान है,इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

आंदोलन की पिरोएगी माला प्रमुख दीपमाला: – आक्रोश मार्च में मुख्य रूप से मौजूद रहते हुए बेबाक रूप से बोलने वाली मेराल प्रखंड प्रमुख दीपमाला ने कहा कि पूर्व विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी ने किसी महिला का नाम लिए बगैर अभद्र टिप्पनी की है,इसका मतलब है कि उन्होंने समस्त महिला जाति को गाली दिया है,महिला का अपमान पूरे सृष्टि का अपमान है,इसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे,उन्हें आने वाले चुनाव में इसका खामियाजा भुगतना होगा।

इनकी भी रही मौजूदगी: – उक्त आक्रोश मार्च में चंदा देवी,आराधना सिंह,सोनी देवी,रेखा पाठक,मीना देवी,अमोला देवी,राखी विश्वकर्मा,संगीता देवी,किरण देवी,उर्मिला देवी,पार्वती देवी, सुषमा देवी,रजनीगंधा,चंद्रावती देवी,मंजू देवी,ममता देवी,चांदनी देवी,शांति देवी,निर्मला देवी, वंदना देवी,वृंदा देवी,फातमा, सुचिता,उर्मिला,फेकनी कुंवर सहित सैकड़ो की संख्या में महिलाएं मुख्य रूप से मौजूद रहीं।