सतबहिनी झरना तीर्थ में झारखंड राज्य हिंदू धार्मिक न्यास पर्षद द्वारा आहूत आमसभा में उमड़ी भीड़

बोर्ड की बैठक में सभा की रिपोर्ट सौंपेंगे अधिकारी


आशुतोष रंजन
गढ़वा

प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सतबहिनी झरना तीर्थ स्थित बजरंगबली मंदिर के प्रांगण में झारखंड राज्य हिंदू धार्मिक न्यास पर्षद द्वारा आहुत आम सभा में सोमवार को आम जनों की भीड़ उमड़ पड़ी। झारखण्ड राज्य हिन्दू धार्मिक न्यास बोर्ड के तत्वाधान में उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद सतबहिनी विकास समिति व हाईकोर्ट द्वारा निरस्त ट्रस्ट की जगह नई समिति के गठन के लिए एक आम सभा का आयोजन किया गया था। झारखण्ड राज्य हिन्दू धार्मिक न्यास बोर्ड के सदस्य संजीव कुमार तिवारी की उपस्थिति में आम सभा की गयी। इस दौरान सतबहिनी झरना तीर्थ स्थल में आस्था रखते हुए इसे शून्य से शिखर तक पहुंचानेवाले हजारों की संख्या में लोग उपस्थित थे। चुनाव प्रक्रिया शुरू होने से पूर्व ही चुनाव कराने आए बोर्ड के सदस्य संजीव कुमार तिवारी ने उपस्थित भीड़ से राय मांगी। जबकि राजद नेता सह मां सतबहिनी झरना तीर्थ एवं पर्यटनस्थल विकास समिति के अध्यक्ष नरेश प्रसाद सिंह ने भीड़ के बीच लोगों को संबोधित करते हुए झारखंड हिन्दू धार्मिक न्यास बोर्ड द्वारा जारी की गई सूचना व निर्देश के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि सतबहिनी विकास समिति व पूर्व झारखण्ड राज्य हिन्दू धार्मिक न्यास ट्रस्ट सतबहिनी की उपस्थिति में दोनों समिति के बीच चुनाव कराने का निर्देश प्राप्त है। तब यह सुनकर हजारों की भीड़ नरेश प्रसाद सिंह जिंदाबाद,का नारा लगाने लगी। मौके पर उपस्थित सतबहिनी के विकास में भागीदारी निभाए तमाम हजारों लोग नरेश सिंह को अध्यक्ष बनाए जाने की मांग कर रहे थे। तब नरेश प्रसाद सिंह ने उपस्थित हजारों की संख्या में लोगों को शोरगुल नहीं करने की अपील की। वहीं अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर विश्रामपुर विधानसभा क्षेत्र के युवा समाजसेवी विकास दुबे भी अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि राजनीतिक व किसी व्यक्ति विशेष को धार्मिक स्थल पर नहीं होना चाहिए। यहां की आम जनता जो चाहती है, वही होना चाहिए। यह धार्मिक स्थल है कोई राजनीतिक स्थल नहीं। इतना सुनते ही उनके समर्थक जिंदाबाद जिंदाबाद का नारा लगाते हुए दुबे को अध्यक्ष बनाने को लेकर शोर मचाने लगे। चुनाव कराने पहुंचे संजीव कुमार तिवारी ने कहा कि उपस्थित भीड़ के मनोभाव को मैं समझ चुका हूं। झारखण्ड राज्य हिन्दू धार्मिक न्यास बोर्ड की विशेष बैठक में 27 सितम्बर को आज की बैठक की बात को रखुंगा। तभी स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। मीडिया को भी जानकारी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सतबहिनी झरना तीर्थ स्थल को चारागाह नहीं बनने दुंगा। उन्होंने सतबहिनी माई में श्रद्धा रखने वाले सभी उपस्थित श्रद्धालुओं को आश्वासन देते हुए कहा कि आपको न्याय अवश्य मिलेगा। जबकि नरेश प्रसाद सिंह ने कहा कि सतबहिनी झरना तीर्थ स्थल से मुझे काफी स्नेह है,न कि कोई स्वार्थ है। उन्होंने कहा आमजन ने अनुरोध करके मुझे अध्यक्ष बनाया था। जब यह तीर्थ स्थल बड़े विकास मामले में शून्य था। जब मैं अध्यक्ष बना तो निःस्वार्थ भावना से निजी खर्च कर स्थल को शून्य से शिखर पर पहुंचाया। इसमें इलाके के एक- एक व्यक्ति आबालवृद्धवनिता ने भी भरपर सहयोग किया है। राममणि तिवारी ने कहा कि इस स्थल पर जितना नरेश सिंह ने किया है। उसे देखते हुए उनको छोड़कर किसी दूसरे को कदापि अध्यक्ष नहीं बनना चाहिए।

ये भी रहे मौजूद: – इस मौके पर सतबहिनी के संत महात्मा हरिदास जी,मां सतबहिनी झरना तीर्थ एवं पर्यटन स्थल विकास समिति के सचिव पंडित मुरलीधर मिश्र,प्रखंड प्रमुख सत्येंद्र कुमार पांडेय उर्फ पिंकू पांडेय,हरिनाथ चंद्रवंशी,उपाध्य क्षअरुण सिंह, अजीज अंसारी,कुलदीप साह, जयगोविंद साह,रामपुकार प्रजापति,अयोध्या प्रजापति, गोरख नाथ सिंह,पूर्व मुखिया जयकिशुन राम,सत्यनारायण सिंह,धर्मदेव ठाकुर,शिवपुर पंचायत मुखिया प्रतिनिधि अरुण राम,विष्णुदेव साह,सूचित नारायण सिंह सहित हजारों की संख्या में लोग उपस्थित थे। आम सभा के दौरान सुरक्षा को लेकर पुलिस इन्सपेकटर मझिआंव, कांडी थाना प्रभारी योगेंद्र कुमार, बरडीहा थाना प्रभारी संतोष कुमार पांडेय सदल बल के साथ हरिहरपूर पुलिस भी मुस्तैद थी।