केंद्रीय गृह मंत्रालय को भी दूंगा मामले की जानकारी
आशुतोष रंजन
गढ़वा
केवल कोरी राजनीति नहीं बल्कि दिल में सेवा भाव संजोए सबके दुख और परेशानी में उसके पास पहुंच उसकी परेशानी को दूर करने के कारण लोगों के दिलों में घर बना लेने वाले झारखंड के गढ़वा विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक एवं आगामी चुनाव में एक सशक्त प्रत्याशी सत्येंद्र नाथ तिवारी जिले के रंका थाना क्षेत्र के दुष्कर्म पीड़िता के घर पहुंचे। उन्होंने पीड़िता को हर संभव न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया। वहीं पीड़िता व उसके परिवार की सुरक्षा के लिए पुलिस अधीक्षक से फोन पर बात भी किया। इस दौरान उनके द्वारा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी से भी मौके से ही बात की गई,जब तक पुलिस पीड़िता के घर नहीं पहुंची तब तक पूर्व विधायक वहीं पर बैठे रहे। रंका पुलिस पीड़िता के घर पहुंची,उसके बाद ही वे वहां से उठे। पूर्व विधायक पुलिस प्रशासन के नहीं पहुंचने की सूरत में पीड़िता व उसके परिवार वालों को सुरक्षा के दृष्टिकोण से अपने साथ ले जाने की भी बात कह रहे थे। हालांकि एसपी से बात करने के बाद रंका पुलिस पीड़िता के घर पहुंच गई,पीड़िता व उसके भाई ने कहा कि हम लोगों के जान को खतरा है। आरोपी काफी दबंग व अपराधी प्रवृत्ति का है।
केंद्रीय गृह मंत्री एवं मंत्रालय को भी दूंगा मामले की जानकारी : – मौके पर पूर्व विधायक ने कहा कि पीड़िता के साथ काफी अन्याय हुआ है। प्रशासन द्वारा भी पीड़िता को सहयोग नहीं किया गया,अन्यथा ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होती। उन्होंने कहा कि इस संबंध में जानकारी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने दिया और पीड़िता के घर जाकर स्थिति से अवगत होने के लिए कहा। इसके बाद वो पीड़िता के घर पहुंचे हैं। कहा कि आदिवासी हित की बात करने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व उनकी तंत्र आज कहां है..? गढ़वा के विधायक सह मंत्री ने पीड़िता का सुध क्यों नहीं लिया..? उन्होंने कहा कि आदिवासी की बात कहने वाले झामुमो के लोग आदिवासियों का शोषण करना जानते हैं और अपना झोला भरना जानते हैं। ज्ञात हो कि पीड़िता ने थाना व पुलिस के चक्कर लगाने के बाद थक कर 24 अगस्त को गढ़वा कोर्ट में आरोपियों के खिलाफ परिवाद दायर किया है। तब से मामला गंभीर हो गया है। उसके बाद इसकी जानकारी पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी तक पहुंची। मरांडी ने इस मामले को अपने सोशल मीडिया के जरिए साझा करते हुए पूर्व विधायक को पीड़िता को न्याय दिलाने की दिशा में अग्रेतर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। मरांडी के निर्देश पर पूर्व विधायक ने पीड़िता के घर जाकर स्थिति से अगवत होकर पीड़िता को हरसंभव न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया।
हथियार के बल पर पहली बार 14 वर्ष की उम्र में दुष्कर्म किया : पीड़िता ने कहा कि आरोपी द्वारा पहली बार 14 वर्ष की उम्र में हथियार के बल पर दुष्कर्म किया। इसके बाद वह लगातार दुष्कर्म करते रहा। किसी से कहने पर उसे व उसके परिवार वालों की हत्या करने की धमकी देता रहा। धमकी देकर उसके साथ 20 वर्षों तक शोषण करता रहा। विरोध करने पर वैश्यावृत्ति में धकेलने की बात आरोपी करने लगा। पीड़िता ने कहा कि आरोपी पूर्व में नक्सली था। बाद मे वह मुखिया बन गया है। उसने कहा कि इस दौरान तीन बार उसका गर्भपात कराया। वहीं इस्लाम धर्म अपनाने के लिए दबाव बनाता रहा। पीड़िता ने कहा कि इस दौरान आरोपी के चंगुल से मुक्त होकर परिवार के लोगों ने दो बार उसकी शादी कराई। लेकिन आरोपी ने धमकी देकर तलाक करा दिया और अपने पास रहने के लिए दबाव बनाने लगा। वहीं पीड़िता के भाई ने कहा कि इसी इलाके के सत्तापक्ष के एक बड़े नेता मामले को रफा-दफा करने के लिए दबाव बना रहे हैं। लगातार फोन कर अपने पास बुला रहे हैं,लेकिन बताइए हमलोग गरीब ज़रूर हैं पर इज्ज़त का सौदा कैसे कर दें,हमलोगो को न्याय चाहिए..!