डीसी के साथ जिला प्रशासन के अधिकारियों ने उत्तरी सरहद पर भारी बारिश से बाढ़ संभावित 3 प्रखंडों का किया दौरा

डीसी के साथ जिला प्रशासन के अधिकारियों ने उत्तरी सरहद पर भारी बारिश से बाढ़ संभावित 3 प्रखंडों का किया दौरा

सोन व कोयलतटीय इलाकों का निकट से किया निरीक्षण



दिवंगत आशुतोष रंजन

प्रियरंजन सिन्हा
बिंदास न्यूज़ गढ़वा


गढ़वा जिला प्रशासन ने धमाके के साथ शुरू हुई भारी बारिश में बाढ़ संभावित क्षेत्र का अगात निरीक्षण किया। जिससे विकट मौके पर भी प्रशासन के द्वारा बाढ़ से बचाव एवं बाढ़ की स्थिति में राहत की पर्याप्त व्यवस्था की जा सके। उपायुक्त दिनेश कुमार यादव, पुलिस अधीक्षक अमन कुमार ने शनिवार को जिला की उत्तरी सरहद पर अवस्थित खरौंधी, केतार व कांडी प्रखण्ड में लगातार भारी बारिश में सोन नदी से बाढ़ संभावित क्षेत्रों का दौरा कर इसका निकट से जायजा लिया। इस दौरान भीषण बाढ़ से निरोधक व्यवस्था को ध्यान में रखकर सोन एवं कांडी में कोयल नदी के तटवर्ती इलाकों का भी गहन निरीक्षण किया गया। इस दौरान सबसे पहले खरौंधी प्रखंड क्षेत्र के सोन किनारे के क्षेत्रों का जायजा लिया।

इस दौरान प्रखंड के सोन तटीय इलाकों का निरीक्षण किया। उन्होंने खोखा, चंदना, हरिहरगंज तथा पिपरा गांव का दौरा किया और स्थानीय लोगों से मुलाकात की। उपायुक्त का मुख्य उद्देश्य सोन नदी के जलस्तर का आकलन करना और संभावित बाढ़ की स्थिति को लेकर लोगों को सतर्क एवं जागरूक करना था। पिछले तीन दिनों से झारखंड के कई जिलों में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण कई स्थानों पर बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। जिससे जानमाल की भारी क्षति हुई है। हालांकि गढ़वा जिले के भवनाथपुर, खरौंधी और केतार प्रखंडों में अच्छी बारिश जरूर हुई है। लेकिन किसी भी नदी में अभी तक बाढ़ जैसी स्थिति नहीं बनी है। इसके बावजूद एहतियातन उपायुक्त दिनेश कुमार यादव ने सोन तटवर्ती गांवों का निरीक्षण कर संभावित आपदाओं से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने ग्रामीणों से बातचीत कर उन्हें बाढ़ के प्रति सजग रहने और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी। उपायुक्त ने बताया कि प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। इस मौके पर बीडीओ रविंद्र कुमार, सीओ गौतम कुमार लकड़ा तथा थाना प्रभारी रवि कुमार केशरी सहित कई वरीय पदाधिकारी भी उपस्थित थे। इसके बाद केतार प्रखंड क्षेत्र में भी लगातार हो रही भारी बारिश को देखते हुए डीसी एसपी ने सोन नदी के कधवन सहित अन्य तटीय क्षेत्रों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं थाना प्रभारी को सतर्क रहने और किसी भी संभावित आपदा की स्थिति से निपटने हेतु पूर्व से तैयारी रखने का निर्देश दिया। साथ ही नदी किनारे बसे ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखने, लोगों को समय रहते सुरक्षित स्थानों पर भेजने की योजना तैयार रखने एवं आवश्यक संसाधनों को सक्रिय मोड में रखने के निर्देश दिए। इस मौके पर अपर समाहर्ता राज महेश्वरम, एसडीओ प्रभाकर मिर्घा, डीएसपी श्री बंशीधर नगर सतेंद्र नारायण सिंह, इंस्पेक्टर गुलाब सिंह, बीडीओ सह सीओ प्रशांत कुमार, थाना प्रभारी अरुण कुमार रवानी सहित अन्य लोग उपस्थित थे। इसके बाद डीसी ने कांडी प्रखंड के सोन किनारे के सोनपुरा, बरवाडीह, बुनियाद बिघा, काला गाड़ा, कसनप, बनकट व सोन कोयल संगम पर सुंडीपुर का दौरा कर नदी व किनारे के खेतों व गांव का जायजा लिया। इस अवसर पर डीसी ने अपने अधीनस्थ पदाधिकारियों को कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए। डीसी ने सुंडीपुर में कोयल नदी का जायजा लेते हुए कहा कि इसका ध्यान रखा जाए कि कोई भी व्यक्ति पूरे बरसात के मौसम में नदी में प्रवेश नही करे। सभी लोग अपने जानवरों को अपने घर के आस पास ही रखें। उन्हें चराने के लिए लेकर नदी में नही जाएं। डीसी ने गाड़ा खुर्द पंचायत की मुखिया आरती सिंह के प्रतिनिधि नीरज कुमार सिंह को कहा कि मुखिया जी आप इन सारी बातों पर विशेष निगरानी रखें। जिला आपदा विभाग से लाइफ जैकेट भेज दिया जाएगा। जो कोयल किनारे रहने वाले लोगों को बाढ़ की स्थिति में काम आएगा। डीसी ने पिछले दिनों खरौंधा गाँव के दो युवक कोयल नदी के बाढ़ में फंसे राकेश व कुश कुमार से भी मिले। इससे पूर्व डीसी ने काला गाड़ा गांव में रुककर सोन नदी में बनी झोंपड़ी को हटाने व उसमें रह रहे लोगों को वहाँ से जल्द निकालने का निर्देश बीडीओ राकेश सहाय व थाना प्रभारी अविनाश राज को दिया। मध्य विद्यालय सुंडीपुर के खेल मैदान को कुछ लोगों द्वारा अतिक्रमण कर लिए जाने की भी बात सामने आयी। वहाँ उपस्थित एसडीएम संजय कुमार ने डीसी को बताया कि यह मसला कई वर्ष पुराना है। उस खेल मैदान को अतिक्रमण मुक्त करने की व्यवस्था कर ली गई है।इसके बाद डीसी भीम बराज पहुंचे। जहां पर उन्होंने कोयल नदी पर बने भीम बराज का निरीक्षण किया। डीसी ने सिंचाई विभाग के कार्यपालक अभियंता विनीत प्रकाश को बुलाकर कई निर्देश दिया। उन्होंने बराज के सायरन को बदलने का निर्देश दिया। लोगों ने डीसी से शिकायत किया था कि बराज का गेट खोलने के पहले सायरन बजाया जाता है। लेकिन उसकी आवाज दूर तक नही पहुंचती। आवाज नही सुनाई पड़ने के कारण कोयल नदी के बीच गए ग्रामीण बाढ़ में फंस जाते हैं। कार्यपालक अभियंता ने डीसी को बताया कि इस बराज का देखभाल दो हिस्सों में किया जाता है। आठ महीना डालटनगंज डिवीजन तो चार महीना बिहार इस बराज का देखभाल करता है। उन्होंने कहा कि 36 नम्बर गेट का काउंटर बोल्ट बहुत दिनों से टूटा हुआ है। जिसे समय रहते नही बदला गया तो वह कभी पूरी तरह टूट सकता है।जिसके बाद बराज को नुकशान पहुंच सकता है। इससे पूर्व डीसी व एसपी ने कांडी थाना का भी निरीक्षण किया। इस अवसर पर एसडीएम संजय कुमार, एसडीएम बंशीधर नगर प्रभाकर मिर्घा, अपर समाहर्ता राज महेश्वरम, बीडीओ राकेश सहाय, पुलिस इंस्पेक्टर सुनील कुमार तिवारी, थाना प्रभारी अविनाश राज, प्रखण्ड प्रमुख नारायण यादव, झामुमो प्रखण्ड अध्यक्ष मुन्ना ठाकुर, सचिव अंजनी कुमार सिंह सहित कई लोग उपस्थित थे।

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Ashutosh Ranjan

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