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दिवंगत आशुतोष रंजन
प्रियरंजन सिन्हा
बिंदास न्यूज, गढ़वा
झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) द्वारा हाल ही में परीक्षा परिणाम घोषित किए गए। जिसे लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय सदस्य धीरज दुबे ने भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि “जेपीएससी के परिणामों ने भाजपा को आईना दिखा दिया है। क्योंकि इसमें प्रदेश के हर वर्ग और हर क्षेत्र के प्रतिभाशाली छात्रों ने सफलता पाई है। यह पारदर्शिता और योग्यता का प्रमाण है।”
धीरज दुबे ने भाजपा पर तत्कालीन चुनावी माहौल को प्रभावित करने के उद्देश्य से जेपीएससी की साख को धूमिल करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा जान बूझकर झारखंड के युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करती आई है और हरेक संवैधानिक संस्थाओ को निशाना बनाते रही है। “भाजपा को न तो आदिवासी हितों की चिंता है और न ही झारखंड के अस्मिता की। उनका केवल एक ही एजेंडा झूठ फैलाकर जनता को भ्रमित करना है।
जेपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा 2023 का परिणाम हाल ही में जारी हुआ। जिसमें झारखंड के विभिन्न जिलों से छात्र छात्राओं ने उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है। धीरज दुबे ने उदाहरण देते हुए कहा कि राजधानी रांची से लेकर सुदूरवर्ती जिलों से बड़ी संख्या में उम्मीदवारों का चयन हुआ है। क्या परिणाम के बाद भाजपा यह बताना चाहेगी कि इसमें धांधली कैसे और कहां हुई थी? या यह भाजपा के द्वारा सिर्फ सरकार को बदनाम करने की साजिश मात्र थी।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आयोग ने पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी ढंग से संपन्न किया। परिणाम घोषित होने के बाद गिग वर्कर्स के रूप में काम करने वाले विद्यार्थी, कमजोर एवं गरीब तबकों के होनहार बच्चों ने बाजी मारी है।
धीरज दुबे ने इस बात पर भी जोर दिया कि युवाओं का मनोबल तोड़ना एक गंभीर अपराध है। “कई छात्र सालों की मेहनत के बाद इस मुकाम पर पहुंचते हैं। भाजपा ने उनके संघर्ष का अपमान करने का भरपूर प्रयास किया।
दुबे ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की नीतियों की सराहना करते हुए कहा कि राज्य सरकार की कोशिशों से जेपीएससी जैसी संस्थाएं अब पारदर्शी और जवाबदेह हो चुकी हैं। “यह नया झारखंड है, जहां अवसर योग्यता के आधार पर मिलता है, न कि राजनीतिक सिफारिश से। घोषित परिणामों में 90% स्थानीय छात्रों को जगह मिली है।
अंत में धीरज दुबे ने भाजपा को सलाह दी कि विकास और युवाओं के मुद्दों पर बात करें, न कि षड्यंत्र की राजनीति करें। जनता सब समझती है और समय आने पर पुनः जवाब देगी। जैसे 2024 के विधानसभा चुनावों में दिया था!








