काश यज्ञ से कुछ वैसे लोगों की मानसिकता में होता बदलाव


आशुतोष रंजन
गढ़वा

वो पद पर रहें या ना रहें,पर लोगों का उनके लिए और उनका लोगों के लिए प्यार हमेशा रहा करता है,तभी तो किसी के एक बुलावे पर उन तक पहुंच उनका हाल जानने के साथ साथ उनके सुख दुख में शरीक होते हैं,क्योंकि उनके लिए पद नहीं बल्कि लोगों का साथ,सहयोग और प्यार बड़ा है,हम बात यहां गढ़वा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी की कर रहे हैं,अपने आज के व्यस्त कार्यक्रम के बीच वो कहां पहुंचे आइए आपको बताते हैं।

धर्म पथ का पथिक है ये सत्येंद्र नाथ: – नहीं छूटेगा यह साथ,क्योंकि धर्म पथ का पथिक है ये सत्येंद्र नाथ”,उक्त बातें आज पूर्व विधायक ने अपने कर्म क्षेत्र के रंका बौलिया गांव में कही,वो आज वहां आयोजित श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ में शामिल हो रहे थे,उनके द्वारा यज्ञ में पधारे जगद्गुरु श्री दिनेशाचार्य महाराज से आशीर्वाद भी लिया गया,उधर यज्ञशाला की परिक्रमा के उपरांत मौक़े पर मौजूद लोगों से बात करते हुए पूर्व विधायक ने कहा की बचपन से वो धार्मिक प्रवृत्ति के हैं,पास में स्थित खोनहर मंदिर में नियमित जाना,पूजा अर्चना करना शुरुआत से उनके जीवनचर्या में शामिल है,ठीक उसी तरह जिस तरह हर वो बालपन से ही यज्ञ में भी शामिल होते आ रहे हैं,कहा की ऐसे धार्मिक आयोजनों में शामिल होने से जहां एक ओर बौद्धिक विकास होता है,मन की धार्मिक भावना में और प्रगाढ़ता आती है,वहीं दूसरी ओर अपने लोगों से मुलाकात भी होती है,पूर्व विधायक ने कहा की ऐसे तो कई मौकों पर मैं कहा हूं आज एक बार फ़िर से दुहरा रहा हूं की चाहे लाख विपरीत परिस्थिति आवे पर मैं सदैव धर्म पथ पर चलने वाला पथिक हूं और जहां एक ओर मैं इस पथ पर अनवरत चलता रहूंगा,वहीं दूसरी ओर ना तो मेरा प्रण कभी डिगा है और ना ही संकल्प कभी डिगेगा।