आशुतोष रंजन
गढ़वा
सच में बड़ी अजीब बात है,उक्त स्थल पर मधुमक्खियां हैं लेकिन अगर उनके डंक से कोई अकेला व्यक्ति या समूह में लोग जद्द में आते तो वो समाचारों में ज़रूर समाहित होता,लेकिन उन मधुमक्खियों द्वारा आज तब हमला बोला गया जब वहां राज्य के मंत्री पहुंचे,तभी हमने ख़बर का शीर्षक दिया कि क्या मंत्री के इंतज़ार में थी मधुमक्खियां,दरअसल आज छतरपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक एवं झारखंड के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर पांकी क्षेत्र में अवस्थित अमानत बैराज के अधूरे निर्माण का निरीक्षण करने पहुंचे थे,उनके साथ सिंचाई विभाग के वरीय अधिकारी और स्थानीय से ले कर जिले के पत्रकार भी थे,उक्त बैराज में मधुमक्खियों का डेरा था,अभी निरीक्षण हो ही रहा था कि मधुमक्खियों ने हमला बोल दिया,मंत्री को तो उनके सुरक्षाकर्मियों ने अपने घेरा में ले कर उन्हें गाड़ी में बिठा दिया,लेकिन इधर अधिकारी और पत्रकार दौड़ते भागते हुए अपनी गाड़ी तक पहुंचते उतनी देर में वो मधुमक्खियों के डंक से घायल हो चुके थे,अब तो यहां यही लिखना होगा न कि आप सांप के काटने का मंत्र जान ही नहीं रहे हैं और बिल में हाथ डाल दिए,वहां मधुमक्खियों के होने का इल्म अगर पहले से था तो मंत्री के पहुंचने से पूर्व उसे हटा लेना चाहिए था,जो नहीं हो सका और लापरवाही का नतीज़ा उनके डंक से भुगतना पड़ा।