जो 40 सालों में नहीं किए विकास वो अब जगा रहे आस


आशुतोष रंजन
गढ़वा

मुखर विरोधी के रूप में उभर कर सामने आए युवा समाजसेवी सह भावी विधानसभा प्रत्याशी द्वारा क्षेत्र के वर्तमान एवं पूर्व के जनप्रतिनिधि पर जम कर ज़ुबानी हमला बोला जा रहा है,हम बात बिकास दुबे की कर रहे हैं,गांव के वर्तमान हालात को देख आहत होने वाले बिकास दुबे का सीधे रूप में कहना है की जिन्हें क्षेत्र के बिकास की जिम्मेवारी दी गई उनके द्वारा ख़ुद के हालात बदले गए और क्षेत्र आज भी उसी दुर्दिनता में ही बसर कर रहा है,उनके द्वारा और क्या कहा गया,आइए आपको बताते हैं।

अब बेटा करेगा तो आप क्या कर रहे थे: – विश्रामपुर विधानसभा क्षेत्र के कई गांव के दौरे के क्रम में लोगों से मिलने और विकासीय हालात को नज़र करने के बाद वर्तमान और पूर्व के जनप्रतिनिधि पर कटाक्ष करते हुए बिकास दुबे ने कहा की बड़ा अजीब लगता है यह सुन कर की एक पूर्व के जनप्रतिनिधि कह रहे हैं की अब मेरा बेटा विकास करेगा,तो उधर वर्तमान बेटे के लिए फिल्डिंग कर रहे हैं,लेकिन यह समझ नहीं आता है की जब आपका बेटा विकास करेगा तो आप क्या कर रहे थे,कहा जाता है की घूरे के भी एक रोज़ दिन बदलते हैं,लेकिन पांच और दास साल नहीं बल्कि चालीस साल तक दो लोगों ने ही यहां का प्रतिनिधित्व किया उसके बाद भी क्षेत्र का हाल देखना हो तो इस ग्रामीण सड़क को एक बानगी के रूप में देख लीजिए आपको विकास की पूरी तस्वीर नज़र आ जाएगी,और जब इनके ख़ुद का विकास देखना हो तो इन्हें भी नज़दीक से नज़र कर लीजिए,आपको बेशक अंतर समझ में आ जाएगा,अब ज़रा सोचिए जो चालीस साल के बाद क्षेत्र को विकसित नहीं कर सके वो अब कहते सुने जा रहे हैं की उनका बेटा अब विकास करेगा,साथ ही वो यह भी कह रहे हैं की मेरा बेटा भय भूख और भ्रष्टाचार दूर करेगा,लेकिन शायद मुझे यहां यह बताने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि आप ख़ुद समझ रहे हैं की जनप्रतिनिधि रहते हुए किनके द्वारा भय भूख और भ्रष्टाचार को पालने का काम किया गया है,कहा की इसलिए अब यह सब बोलने से कुछ फ़ायदा नहीं होने वाला,क्योंकि क्षेत्र की जनता पुरातनी नहीं पूरी तरह से आधुनिक हो गई है,अब आप दोनों के खोखली और लुभावनी बातों में नहीं आने वाली है,बढ़िया होगा आप दोनों अब सपना देखना ही छोड़ दें,क्योंकि अब क्षेत्र की जनता परिवर्तन चाह रही है,और आप दोनों तो इतना तो ज़रूर जानते होंगें की क्षेत्र की जनता जो चाहती है वही करती है।