इंटरस्टेट चोर गिरोह के तीन सदस्य गिरफ़्तार
आशुतोष रंजन
गढ़वा
झारखंड में राज्य मुख्यालय के साथ साथ अन्य जिलों में घटित होने वाले घटना के बाद भले अनुसंधान के साथ साथ गिरफ़्तारी में देरी होता हो लेकिन गढ़वा वो जिला है जहां एसपी दीपक पांडेय के कुशल नेतृत्व में पुलिसिया कार्य को कार्यरूप में ला रही जिला पुलिस की टीम इतनी सशक्त है जिसके द्वारा जहां एक ओर किसी भी छोटे बड़े मामलों का सफ़ल अनुसंधान किया जाता है तो वहीं दूसरी ओर आरोपियों की त्वरित गिरफ़्तारी भी होती है,तभी तो किसी भी साधारण से जटिल मामलों के सफ़ल अनुसंधान के साथ साथ अनवरत सफ़लता हासिल करने वाले जिले में गढ़वा शुमार होता है,अब आज की ताज़ा सफ़लता क्या है,आइए आपको इस ख़ास ख़बर के ज़रिए बताते हैं।
इंटरस्टेट चोर गिरोह के तीन सदस्य गिरफ़्तार : – गढ़वा पुलिस को सूचना मिली कि एक दो माह के दरम्यान शहर से कई बाइक की चोरी हुई है,इसे गंभीरता से लेते हुए एसपी दीपक पांडेय द्वारा एसडीपीओ नीरज कुमार के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया उक्त टीम द्वारा शहर मुख्यालय के उन स्थलों को चिन्हित किया गया जहां से गाड़ियों की चोरी ज़्यादा होती है,उक्त स्थलों में अनुमंडल कार्यालय के साथ साथ कचहरी परिसर जहां लोगों की भीड़ ज़्यादा होती है,उन जगहों पर दो दो के समूह में सब इंस्पेक्टर और टाइगर मोबाइल पुलिस को तैनात किया गया,जिनके द्वारा संदेह होने पर कचहरी गेट से एक युवक को पकड़ से जब उससे पूछताछ की गई तो उसके द्वारा बताया गया कि उसका नाम विकास कुमार है जो पलामू जिले के हरिहरगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत अकौनी गांव का रहने वाला है,जो अपने दो अन्य साथियों के साथ बाइक चोरी किया करते हैं,अपने दो अन्य साथियों के बारे में उसने बताया कि वो बस स्टैंड इलाके में हैं जहां से गाड़ी की चोरी करनी है,उसके बताने के बाद टीम के अन्य पुलिस अधिकारी द्वारा बस स्टैंड में घेराबंदी कर दो अन्य युवकों को जिसमें आकाश कुमार और शिवकुमार चौधरी का नाम शामिल है को पकड़ा गया जिनके पास से चोरी का बाइक भी बरामद किया गया,इनके निशानदेही पर एक और बाइक की बरामदगी की गई जिसकी चोरी इनलोगों के द्वारा ही पड़ोसी जिला पलामू से की गई थी,आज शहर थाना परिसर में प्रेसवार्ता के ज़रिए इस खुलासे के बावत बताते हुए सफ़लता का नेतृत्व करने वाले एसडीपीओ नीरज कुमार ने बताया कि गिरफ़्तार किए गए ये तीनों इंटरस्टेट चोर गिरोह के सदस्य हैं,ये आदतन चोर हैं,जिनके द्वारा पिछले कई माह से गाड़ियों की चोरी की जा रही थी,जिन्हें टीम द्वारा सफ़लता पूर्वक गिरफ़्तार करने के साथ साथ चोरी की गई बाइक की भी बरामदगी कर ली गई,इनके गिरोह के दो अन्य सदस्य फ़रार हैं जिनकी गिरफ़्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है,वो भी बहुत जल्द गिरफ्त में होंगे।
इस टीम ने हासिल की सफ़लता : – एसडीपीओ नीरज कुमार के नेतृत्व में इंटरस्टेट चोर गिरोह को पकड़ने में सफ़लता हासिल करने वाली एसआईटी टीम में शामिल रहने वालों में पुलिस अवर निरीक्षक मुकेश कुमार,सुबोध बड़ाइक,दीपक कुमार मौर्य एवं सहायक अवर निरीक्षक अभिमन्यु कुमार सिंह के साथ साथ अंगरक्षक अभिमन्यु कुमार,बनवारी प्रसाद गुप्ता एवं शहर थाना के रिजर्व गार्ड के अलावे चालक आरक्षी कृष्णा राम और रामाशंकर यादव का नाम शामिल है।
गढ़वा में अपराध करने से बाज़ आएं अपराधी : – वो चाहे छोटे बड़े चोर और सड़क लुटेरे या अपराधी हों उनके द्वारा किसी जिले को अपराध को अंजाम देने के लिए बड़ा सुरक्षित माना जाता है जहां से वो किसी घटना को घटित करा आसानी से निकल जाया करते हैं,हम इसलिए ऐसा कह रहे हैं कि गुज़रे वक्त में गढ़वा में ऐसा करना बेहद आसान हुआ करता है,तभी तो कई छोटी बड़ी घटनाएं इस ज़िले के आपराधिक इतिहास में दर्ज़ हैं,लेकिन वर्तमान गुजरते वक्त में जिस तरह कुशल पुलिस कप्तान के नेतृत्व में एक सशक्त पुलिस टीम काम कर रही है ऐसे में किसी भी चोर लुटेरा या आपराधिक गिरोह के लिए घटना को अंजाम देना उनके सेहत के लिए महफूज़ नहीं है ऐसे में इसके अलावे यह भी कहना बेहद ज़रूरी होगा कि पुलिस टीम अपराधियों के साथ साथ नशे के कारोबारियों के विरुद्ध भी एक विशेष अभियान चला रही है,इस लिहाज़ से यही कहना ठीक होगा कि नशे के वो कारोबारी जो सफेदी पहन कालिख की कोठरी से अवैध धंधा करते हुए इस मुगालते में रहा करते हैं कि उनकी सफ़ेदी में दाग़ नहीं है तो यह उनकी ग़लतफहमी है क्योंकि कानून के केवल हाथ ही लंबे नहीं होते बल्कि उनकी नज़रें भी काफ़ी तेज़ होती हैं ऐसे में उन्हें यह जानने में देर नहीं होगी कि आपकी सफ़ेदी में कहां दाग़ लगा है,इसलिए ज़रूरी है कि जहां एक ओर गढ़वा में किसी भी तरह का अपराध करने से बाज़ आएं तो वहीं नशे के अवैध कारोबार से भी ख़ुद को केवल दूर ही ना करें बल्कि पूरी तरह से उसे बंद कर दें।